'डरो मत' कहने वाले Rahul खुद Amethi से 'डर कर भागे' तो Modi ने देखिये कैसे मौज ली ?
पुराना वीडियो अब वायरल हो रहा है । और इस वीडियो को एडिट करके एक तरफ़ प्रधानमंत्री मोदी को भी लगा दिया गया है ।जिसमें पीएम मोदी भी डर का ज़िक्र कर रहे हैं । इस वीडियो को हम दिखायेंगे लेकिन उससे पहले यहाँ सवाल ये है कि राहुल गांधी जो दूसरों को न डरने की सलाह दे रहे हैं वे ख़ुद डरते है न या नहीं? और अगर नहीं डरते तो फिर साल 2019 में दो जगहों से चुनाव लड़ने की क्या ज़रूरत थी । अमेठी और वायनाड दो जगहों से वो उम्मीदवार क्यों बने थे?
कहते हैं कि किसी को ज्ञान देने और खुद उस पर अमल करने में आसामान ज़मीन का फ़र्क़ होता है । राहुल गांधी भी कुछ ऐसा ही इन दिनों कर रहे हैं । आपको पता है कि लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी खूब मेहनत कर रहे हैं ।भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ों न्याय यात्रा जैसे अभियान देश भर में चलाया ।लोगों से मिले और इस दौरान उन्हें ज्ञान भी खूब दिया। लेकिन जो ज्ञान उन्होंने दूसरों को दिया, उन्होंने जो दूसरों को बताया, वे ख़ुद उस पर अमल करते है क्या? ये बड़ा सवाल है।
दरअसल राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक बार वे अपने भाषण में दूसरों को न डरने की सलाह दे रहे थे। उनका यही वीडियो खूब वायरल भी हुआ था ।जिसमें वे बोल रहे हैं कि ।
"डरो मत, किसी चीज से डरो मत, मैं नरेंद्र मेदी की बात नहीं कर रहा हूं ।मैं आरएसएस की बात नहीं कर रहा हूँ। ज़िंदगी में किसी चीज से डरो मत। कभी नहीं डरो। अपने दिल में से डर को निकाल दो।"
उनका यही पुराना वीडियो अब वायरल हो रहा है। और इस वीडियो को एडिट करके एक तरफ़ प्रधानमंत्री मोदी को भी लगा दिया गया है। जिसमें पीएम मोदी भी डर का ज़िक्र कर रहे हैं। इस वीडियो को हम दिखायेंगे लेकिन उससे पहले यहाँ सवाल ये है कि राहुल गांधी जो दूसरों को न डरने की सलाह दे रहे हैं वे ख़ुद डरते है न या नहीं? और अगर नहीं डरते तो फिर साल 2019 में दो जगहों से चुनाव लड़ने की क्या ज़रूरत थी। अमेठी और वायनाड दो जगहों से वो उम्मीदवार क्यों बने थे?
ज़ाहिर सी बात है राहुल गांधी के मन में ख़ौफ़ तो था। वो स्मृति ईरानी से डर गए थे तभी तो उन्होंने वायनाड से चुनाव लड़ने का सोचा। अगर इतने ही राहुल गांधी निडर होते तो फिर उन्हें वायनाड जाने की क्या ज़रूरत थी। वैसे राहुल गांधी का डर सही भी साबित हुआ, अमेठी जो कांग्रेस का गढ़ माना जाता था वहाँ से राहुल गांधी हार गए। इससे तो ये साबित होता है कि डर सबको लगता है। भले ही वो न डरने की सलाह दूसरों को देता फिरे। ये तो थी साल 2019 की बात। अब साल 2024 में भी देख लेते हैं। 24 के लोकसभा चुनाव में भी राहुल गांधी डरे हुए हैं। तभी तो अमेठी सीट पर कैंडिडेट का नाम आने में इतना लेट हुआ । और ये तो डर का ही नतीजा है कि इस बार राहुल गांधी तो मैदान छोड़कर ही भाग गए। अमेठी छोड़कर सीधे राय बरेली भाग गए। इसके साथ-साथ वायनाड से तो लड़ ही रहे हैं। अब इनसे कोई पूछे कि दूसरों को न डरने की सलाह देने वाले राहुल गांधी ख़ुद डरे हुए हैं या नहीं? वैसे, वो इस पर कुछ कहे या न कहे। लेकिन ये तो जगज़ाहिर है कि राहुल गांधी के मन में डर तो है ।इसलिए कहा जाता है कि डर तो सबको लगता है। भले ही आप न डरने पर कितना भी ज्ञान दे लिजिए । चलिए अब आपको इसी डर के ऊपर राहुल गांधी और प्रधानमंत्री मोदी की वो वायरल वीडियो दिखाते हैं । काफ़ी ज़्यादा वायरल हो रहा है ।
सुना आपने किस तरह से प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी को जवाब दिया है। हालाँकि, ये एडिटेट वीडियो है लेकिन कहा यही जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी तंग कसा है। और कहा है कि ये इतने डर गए कि अमेठी से राय बरेली भाग गए । ये लोग घूम-घूम कर कहते हैं कि डरो मतो, मैं भी उन्हें आज कहता हूँ और जी भर के कहता हूँ कि अरे डरो मत भागो मत । वैसे आपको क्या लगता है घूम-घूम कर न डरने की सलाह देने वाले राहुल गांधी सच में डर गए हैं, इसलिए उन्होंने अमेठी को छोड़ अब राय बरेली से चुनाव लड़ने का सोचा है ।आपकी क्या राय है. कमेंट करके ज़रूर बताएँ ।