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पहले चरण के मतदान ने ये तय कर दिया की कौन रहेगा और कौन जाएंगा ?

पहले चरण के मतदान के बाद बीजेपी के पसीने छूट रहे है । और बीजेपी अपने रंग में रंग रही है । जिसका नतीजा आप के सामने है कि ध्रुवीकरण के लिए बीजेपी ने हिन्दू-मुसलमान करना शुरू कर दिया है ।और इसकी शुरूआत मोदी ने कर दी है
पहले चरण के मतदान ने ये तय कर दिया की कौन रहेगा और कौन जाएंगा ?
पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को संपन्न हो गया । और दूसरे चरण के लिए तैयारी शुरू हो गई । लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो दूसरे चऱण में भी बीजेपी की हालत खराब है । और कहा जा रहा है कि अब बीजेपी में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है । और ये साफ हुआ है पश्चिमोत्तर की सीटों से ।एक रिपोर्ट ।

पहले चरण में 19 अप्रैल को १०२ सीटों पर चुनाव हुए । लेकिन इसमें जो सबसे बड़ी समस्या बीजेपी के लिए आई वो थी राजस्थान और पश्चिमी यूपी । क्योंकि राजस्थान और पश्चिम में बीजेपी पिछली बार की तरह गेन करने की कोशिश कर रही थी ।लेकिन बीजेपी को चुनाव प्रतिशत और लोगों के रूझान से जोर का झटका धीरें से लगा । और राजस्थान में जहां बीजेपी 25 जीतने की सोच रही थी ।वो राजस्थान की गर्मी बर्दाश्त नहीं कर सकी और बेहोश होकर गिर पड़ी । राजस्थान के जानकार कहने लगे कि जिन सीटों पर राजस्थान में चुनाव हुए वहां कांग्रेस बीस पड़ी है । और आठ लोकसभा सीटों में से कम से कम 3 सीटें जीत रही है । वहीं यूपी की बात करें तो बीजेपी जो आठ सीटें जीती थी । वहां पर अब ३ सीटें हार रही है । जो साफ तौर से हार रही है वो लोकसभा सीट है मुजफ्फरनगर, कैराना और नगीना ।लेकिन जिन सीटों पर फाइट चल रही है ।और विरोधियों के जीतने की संभावना है वो सीटें है । सहारनपुर, बिजनौर,मुरादाबाद । जहां बीजेपी हार सकती है । बस इसी बात से बीजेपी में रार शुरू हो गई और लोग तरह-तरह की बाते करने लगे ।और इसकों इस बात से जोड़ कर देखा जाने लगा है कि मोदी को जोर का झटका धीरे से लगा है । तभी तो विकास की बात करने वाले पीएम पीएम की गरिमा गिराते हुए उस स्तर पर पहुंच गए जहां कोई पीएम नहीं पहुंचा और मुसलमानों को लेकर वो शब्द बोल गए जो गली-मुहल्ले के नेता बोल दिया करते है ।लेकिन समाजिक और व्यवहारिक तौर पर पीएम देश का नेता होता है । उससे अच्छे की उम्मीद की जाती है ।लेकिन जब वो ही हिन्दू-मुसलमान करने लगे तो फिर चुनाव का स्तर कहा जाएगा आप समझ सकते है । और बस इसी से कहा जा रहा है कि मोदी की ये बौखलाहट है । और हार देख अब अपनी पिच पर आ चुके है ।लेकिन इसी बात में अब बात योगी की होने लगी है ।



योगी की बात इसलिए हो रही है कि पश्चिम की सीटों को लेकर राजपूत काफी खफा है ।और उनकी नाराजगी की वजह से पश्चिम में मामला अटक गया है ।और कोई भी राजपूत नेता मनाने तक गया ही नही ।कहने को तो कहा जा रहा था कि राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ जो ठाकुरों की राजनीति करते है वो भी इस मसले में खाना-पूर्ति करते देखे गए । लेकिन राजपूत माने नहीं है ।जिसका नतीजा ये है कि अब योगी आदित्यनाथ बनाम नरेंद्र मोदी हो गया है ।और कहा जा रहा है कि योगी आएंगे और मोदी जाएंगे ? । राजनीतिक विश्लेषक कह रहे है कि अगर 4 जून को बीजेपी के पक्ष में रिजल्ट आया तो लखनऊ में योगी नहीं रहेंगे ये पक्का मान लीजिए ।लेकिन अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार नहीं बनी तो योगी की कुर्सी बच सकती है ।और बीजेपी में एक ही सर्वमान्य नेता बचेगा और वो होगा योगी आदित्यनाथ । जानकारों की माने तो रूपाला का बयान बीजेपी के लिए सिरदर्द बना ।इसके साथ ही साथ बीजेपी का ओवर कॉन्फिडेंड ले डूबा । क्योंकि बीजेपी को लगा कि ये तूल नहीं पकड़ेगा ।लेकिन राजपूत एकजुट हुए पहले चरण में झटका दे गए । बस इतना अंदर खाने करंट लगा कि बीजेपी हिल गई और इसके साथ ही साथ राजस्थान का चुनाव बीजेपी को सोचने पर मजबूर कर दिया ।और अब कहा जाने लगा है कि बीजेपी को बड़ा झटका लगा है । क्योंकि जिस पहले फेज में बढ़त की उम्मीद थी वो तो हुआ नहीं । क्योंकि तमिलनाडू में बीजेपी लीड की बात कर रही थी । लेकिन हाथ में शून्य लगा । जिसके बाद मोदी के माथे पर पसीना आने लगा ।और बीजेपी में भगदड़ मच गई है ।अब देखना होगा कि बीजेपी आगे इस डेंट को कैसे कवर करती है ।लेकिन एक बात तो तय है कि बीजेपी परेशान है ।और 4 जून के बाद बीजेपी में कुछ बड़ा होगा ।या तो मोदी रहेंगे या योगी रहेंगे ।
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