कौन हैं ये साधु जिनके साथ Modi ने किया नामांकन, राम मंदिर से है खास रिश्ता!
महादेव की काशी से लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी यहां से चुनाव लड़ते हैं। उनके प्रस्तावकों की सबसे ज्यादा चर्चा होती है। क्योंकि पीएम मोदी ने जब भी किसी को प्रस्तावक बनाया उनके प्रस्तावकों में कोई मल्लाह रहा तो कोई बुनकर रहा तो वहीं छन्नू लाल मिश्रा जैसे मशहूर शास्त्रीय गायक को भी सम्मान देने में पीछे नहीं रहे तो वहीं इस बार के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी ने पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर को अपना प्रस्तावक बनाया। जिनमें सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। गणेश्वर शास्त्री की क्योंकि शायद पहली बार पीएम मोदी ने किसी साधु को अपना प्रस्तावक बनाया है।
दरअसल लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों के पास प्रस्तावक होना जरूरी होता है।यही वजह है कि वाराणसी से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे पीएम मोदी जब 14 मई को नामांकन करने पहुंचे तो इस दौरान चार लोग पीएम मोदी के प्रस्तावक बने। जिनमें एक नाम गणेश्वर शास्त्री का भी था। जो उस वक्त भी पीएम मोदी के बगल में बैठे रहे जब वो डीएम ऑफिस में नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर रहे थे।
काशी के डीएम दफ्तर की इस तस्वीर को गौर से देखेंगे तो यूपी के मुख्यमंत्री और गोरखनाथ मठ के महंत होने के बावजूद योगी आदित्यनाथ पीछे वाली कुर्सी पर बैठे हुए हैं तो वहीं तन पर नाम मात्र कपड़ा पहने नंगे पैर डीएम दफ्तर आए साधु गणेश्वर शास्त्री पीएम मोदी की बगल वाली सीट पर बैठे नजर आए। इसी बात से समझ सकते हैं कि पीएम मोदी के ये प्रस्तावक कितने खास हैं।
कौन हैं गणेश्वर शास्त्री ?
ज्योतिष की दुनिया के सबसे विश्वसनीय नाम हैं गणेश्वर शास्त्री द्रविड़।गणेश्वर शास्त्री को जगद्गुरु रामानंदाचार्य पुरस्कार भी मिल चुका है।गणेश्वर शास्त्री मूल रूप से दक्षिण भारत से महादेव की काशी आए थे।ग्रह, नक्षत्र चौघड़ियों के सबसे बड़े जानकारों में से एक हैं गणेश्वर शास्त्री।गणेश्वर शास्त्री को बड़े-बड़े मुहूर्तों के धर्म संकट से निकालने में महारथ हासिल है।काशी के रामघाट में गणेश्वर शास्त्री सांग्वेद विद्यालय भी चलाते हैं।सांग्वेद विद्यालय में बच्चों को कर्मकांड और आचार्य बनाने की पढ़ाई कराते हैं।गणेश्वर के पिता राजराजेश्वर शास्त्री को पंडितराज की उपाधि मिली थी।गणेश्वर शास्त्री को देश का प्रमुख नागरिक सम्मान पद्मभूषण मिल चुका है।ऋषियों की तरह नंगे पैर रह कर यम नियम का पालन करते हैं गणेश्वर शास्त्री।गणेश्वर शास्त्री ने ही निकाला था राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त।
ज्योतिष की दुनिया के ऐसे प्रकांड विद्वान गणेश्वर शास्त्री ने ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन का भी मुहूर्त निकाला था। वो भी 14 मई को मंगलवार के दिन जब गंगा सप्तमी के साथ ही पुष्य नक्षत्र भी थी। और इस खास नक्षत्र में ही पीएम मोदी ने वाराणसी सीट से नामांकन किया। इस दौरान खुद गणेश्वर शास्त्री भी पीएम मोदी के साथ मौजूद रहे।