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PM Modi को चुनौती देने वाले Manish Kashyap क्यों हुए भाजपाई, खुद किया तगड़ा खुलासा

Manish Kashyap ने भी बिहार की पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट से निर्दलीय ताल ठोक कर बीजेपी उम्मीदवार और तीन बार के सांसद संजय जायसवाल के साथ ही पूरी बीजेपी की सांसें फुला दी थी। लेकिन ऐन मौके पर बाजी ऐसी पलटी कि जिस मनीष कश्यप के भौकाल से बीजेपी के पसीने छूट रहे थे। वही मनीष कश्यप अब भाजपाई हो गये। आखिर ये सब इतना अचानक कैसे हो गया। एक झटके में मनीष कश्यप ने बीजेपी का पटका क्यों पहन लिया। इन सबके पीछे खुद मनीष कश्यप ने बताई पांच वजह। जिसकी वजह से वो भाजपाई बन गये..!
PM Modi को चुनौती देने वाले Manish Kashyap क्यों हुए भाजपाई, खुद किया तगड़ा खुलासा
मनीष कश्यप।  एक वक्त था जब इस शख्स ने बिहार में अकेले दम पर बीजेपी की सांसें फुला कर रख दी थी।  क्योंकि जिस आम जनता के मुद्दों को मनीष कश्यप बेखौफ और बेबाक अंदाज में सरकार के सामने उठाया करते थे।  वही जनता मनीष कश्यप के पीछे जनसैलाब बन कर खड़ी हो गई।  जिसके दम पर मनीष कश्यप ने भी बिहार की पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट से निर्दलीय ताल ठोक दिया।  जिसने बीजेपी उम्मीदवार और तीन बार के सांसद संजय जायसवाल के साथ ही पूरी बीजेपी की सांसें फुला दी थी।  लेकिन ऐन मौके पर बाजी ऐसी पलटी कि जिस मनीष कश्यप के भौकाल से बीजेपी के पसीने छूट रहे थे।  वही मनीष कश्यप अब भाजपाई हो गये।  आखिर ये सब इतना अचानक कैसे हो गया।  एक झटके में मनीष कश्यप ने बीजेपी का पटका क्यों पहन लिया।  इन सबके पीछे खुद मनीष कश्यप ने बताई पांच वजह।  जिसकी वजह से वो भाजपाई बन गये। 

विरासत से तय नही होंगे।  सियासत के फैसले।  ये तो उड़ान तय करेंगी।  आसमान किसका है।  कभी इस हुंकार के साथ बिहार की राजनीति में उतरे मनीष कश्यप ने जब पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया था।  तो उस वक्त बीजेपी ने उन्हें हलके में ले लिया था।  लेकिन जैसे ही मनीष कश्यप ने मैदान में उतर कर मोर्चा संभाला तो फिर।  मनीष कश्यप चलते गये।  और कारवां बनता चला गया।  वो जहां जहां भी चुनावी रैलियां करने जाते।  उनकी रैलियों में बड़े बच्चे।  बूढ़े.. सभी की भारी भीड़ नजर आती।  क्योंकि लोगों को ये उम्मीद थी कि यही सन ऑफ बिहार मनीष कश्यप जीत कर संसद में जाएगा और उनकी आवाज उठाएगा। 

मनीष कश्यप के लिए जनता के दिलों में जो प्यार नजर आ रहा था।  यही प्यार बीजेपी के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बन गया था।  और उसे डर सताने लगा था कि कहीं मनीष कश्यप के लिए जनता के दिलों में उमड़ा यही प्यार बीजेपी को बहा न ले जाए।  इसीलिये बिहार की भीड़ देख कर दिल्ली में भी हलचल तेज हो गई।  और बीजेपी को आखिरकार मनीष कश्यप के आगे झुकना ही पड़ा गया।  गुरुवार को ही मनीष कश्यप को दिल्ली बीजेपी दफ्तर से बुलाया आया।  और सुबह सुबह ही मनीष कश्यप बीजेपी में शामिल हो गये।  क्योंकि ये बात मनीष कश्यप भी अच्छी तरह से जानते हैं कि जो लोग उनसे उम्मीद पाले हुए हैं। . अगर उनकी उम्मीदों को पूरा करना है तो।  सत्ता का साथ बेहद जरूरी है।  और फिर उस सत्ता की बागडोर मोदी के हाथ में हो तो।  फिर मनीष कश्यप के लिए इससे बेहतर और क्या हो सकता है।  यही वजह है कि मनीष कश्यप निर्दलीय चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया और गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो गये। 

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अबकी बार चार सौ पार मिशन को पूरा करने के लिए बीजेपी में शामिल हुए मनीष कश्यप से जब NMF News ने बात की तो।  इस दौरान उन्होंने बीजेपी में शामिल होने की एक खास वजह बताई।  मनीष कश्यप के मुताबिक वो 5M की वजह से बीजेपी में शामिल हुए हैं।  और वो 5M हैं- मां, मनोज तिवारी, मोदी, मोहित और मणि! यही वो पांच एम हैं जिनकी वजह से मनीष कश्यप भाजपाई बन गये।  यानि इनमें एक M मनीष कश्यप की मां।  दूसरे बिहार के मनोज तिवारी।  तीसरा M यानि मोदी जबकि चौथे और पांचवें एम का मतलब है मोहित और मणि।  जो मनीष कश्यप के खास दोस्त हैं।  और हर पल किसी साये की तरह उनके साथ रहते हैं। 
 
अपनी मां के साथ बीजेपी दफ्तर पहुंचे मनीष कश्यप ने गुरुवार को जहां पार्टी की सदस्यता ले ली।  तो वहीं दूसरी तरफ पश्चिमी चंपारण में बीजेपी का रास्ता भी साफ हो गया।  क्योंकि बीजेपी में शामिल होने के बाद मनीष कश्यप पश्चिमी चंपारण से चुनाव नहीं लड़ेंगे।  जिसका फायदा बीजेपी उम्मीदवार संजय जायसवाल को मिल सकता है।  क्योंकि इंडिया गठबंधन ने ये सीट उस कांग्रेस को दी है जिसका कोई खास जनाधार नहीं है।  इसलिये अब तक यही माना जा रहा था कि संजय जायसवाल को मनीष कश्यप से कड़ी टक्कर मिल सकती है।  लेकिन अब मनीष कश्यप ने भी अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है।  जिसका मतलब साफ है कि जिस पश्चिमी चंपारण में मनीष कश्यप कभी बीजेपी के खिलाफ हुंकार भरते थे।  अब उसी पश्चिमी चंपारण में मनीष कश्यप बीजेपी के लिए वोट मांगेंगे।  और संजय जायसवाल को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंकेंगे।  बहरहाल मनीष कश्यप के इस फैसले पर आपका क्या कहना है।  अपनी राय हमें कमेंट कर जरूर बताएं।  साथ ही बीजेपी में शामिल होने के बाद अपने सबसे पहले इंटरव्यू में मनीष कश्यप ने NMF News से क्या कुछ कहा।  आइये आपको सुनाते हैं। 
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