भोजपुरी एक्ट्रेस Akshara Singh की मुश्किलें बढ़ीं, अदालत ने गैर-जमानती वारंट किया जारी
भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह के खिलाफ खगड़िया की अदालत ने गैर-जमानती वारंट जारी किया है। 2018 में आयोजित एक इवेंट में शामिल नहीं होने को लेकर उन्हें कानूनी पचड़े का सामना करना पड़ रहा है।
भोजपुरी इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस अक्षरा सिंह (Akshara Singh) के लिए हालात मुश्किल हो सकते हैं। बिहार के खगड़िया जिले की एक अदालत ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है। ये मामला 2018 का है, जब अक्षरा सिंह को खगड़िया के JNKT मैदान में एक इवेंट में आने के लिए बुलाया गया था। हालांकि, वो उस इवेंट में नहीं पहुंचीं, और इसके बाद वहां बवाल मच गया।
सिविल कोर्ट के वकील अजिताभ सिंह ने बताया कि- उस समय एक इवेंट अमर शहीद किशोर कुमार के नाम पर आयोजित किया गया था। अक्षरा ने वीडियो मैसेज भेजकर लोगों को बुलाया, लेकिन वे खुद नहीं आईं। इसके बाद लोगों ने सहयोग राशि दी थी, लेकिन अक्षरा की गैरमौजूदगी से बवाल हो गया, जिससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ। इस बवाल में टेंट और साउंड संचालकों को भी काफी नुकसान हुआ।
अजिताभ सिंह ने आगे कहा - एक टेंट संचालक सुबोध कुमार ने अक्षरा के खिलाफ केस दर्ज कराया, ये आरोप लगाते हुए कि उन्होंने गलत मैसेज भेजकर लोगों को बुलाया और इसके कारण उनके टेंट को नुकसान हुआ। कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया, लेकिन अक्षरा कोर्ट में पेश नहीं हुईं, जिसके बाद उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया।
बात करे अक्षरा सिंह कि तो , अक्षरा सिंह ने 2010 में भोजपुरी सिनेमा में कदम रखा था, अब इंडस्ट्री की एक बड़ी नामी शख्सियत बन चुकी हैं। अगर बात उनकी संपत्ति की करे तो ,उनकी कुल संपत्ति लगभग 50-55 करोड़ रुपये बताई जाती है, जिसमें उनकी फिल्मों, गाने और स्टेज परफॉर्मेंस से कमाई शामिल है। एक फिल्म के लिए वो 15 से 20 लाख रुपये और एक स्टेज परफॉर्मेंस के लिए 3 से 5 लाख रुपये चार्ज करती हैं।
अक्षरा एक शानदार लाइफस्टाइल जीती हैं, जो उनके इंस्टाग्राम पर भी नजर आती है। वो मुंबई में आलीशान घर में रहती हैं, जिसकी कीमत करोड़ों में है, और पटना में भी उनका एक लग्जरी घर है। अक्षरा को महंगी कारों और बाइक्स का भी शौक है। उनके पास कई महंगी कारें जैसे फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो हैं, और उनका बाइक कलेक्शन भी शानदार है।
हालांकि, उनकी इस ग्लैमरस लाइफ के साथ-साथ वो इस समय कानूनी पचड़े में फंस गई हैं। अगर वो अदालत में हाजिर नहीं होतीं और मामले का समाधान नहीं होता, तो उन्हें कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।