Do Patti Movie Review :Kriti Sanon ने दी करियर की बेस्ट परफॉरमेंस, लेकिन यहां मात खा गई फिल्म !
कृति सेनन और काजोल की फ़िल्म दो पत्ती ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हो गई है। संस्पेंस थ्रिलर से भरी इस फ़िल्म को अगर आप देखना का प्लान कर रहे हैं ।तो पहले एक बार फ़िल्म का रिव्यू ज़रूर देख लें।
कृति सेनन और काजोल की फ़िल्म दो पत्ती ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हो गई है, संस्पेंस थ्रिलर से भरी इस फ़िल्म को अगर आप देखना का प्लान कर रहे हैं तो पहले एक बार फ़िल्म का रिव्यू ज़रूर देख लें । फिल्म की कहानी जुड़वा बहनों सौम्या और शैली के घर से शुरू होती है, जिनकी मां के गुजर जाने के बाद उनकी जिंदगी बदल जाती है। सौम्या पीटीएसडी (पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर) से पीड़ित है जबकि शैली उसे गलत समझती है, जिससे दोनों बहनों के बीच दरार आ जाती है। फिल्म में कृति सेनन ने डबल रोल किया है।
कहानी में मोड़ तब आता है, जब सालों बाद ध्रुव सूद, सौम्या की लाइफ में आता है और उसे नई उम्मीद देता है, जबकि शैली, सौम्या की जिंदगी बर्बाद करने की कसम खाती है। कहानी बढ़ती है तो ध्रुव शैली को धोखा देकर सौम्या से शादी कर लेता है। लेकिन क्या शैली, सौम्या और ध्रुव को खुशी-खुशी रहने देगी? क्या कंट्रोल से बाहर होती जिंदगियां पटरी पर लौटेंगी? ये सब कुछ तो पता चलेगा दो पत्ती देखने के बादकाजोल की फिल्म में पुलिस अधिकारी के तौर पर एंट्री होती है। काजोल के लिए ये केस जीवन का सबसे पेचीदा साबित हो जाता है। ऐसे में दर्शक वास्तव में सोच में पड़ जाएंगे कि क्या वह सबसे पेचीदा मामले को सुलझा पाएंगी।
शशांक चतुर्वेदी निर्देशित और कनिका ढिल्लों की लिखी और निर्मित इस फिल्म में रहस्य, सम्मोहन और आश्चर्य समेत सभी तत्व सही जगह पर हैं। स्क्रीन से चिपके दर्शक सोच में पड़ जाएंगे अब आगे क्या? जैसे-जैसे फिल्म क्लाइमेक्स की ओर बढ़ती है, अप्रत्याशित मोड़ हैरान कर देते हैं। फिल्म को बेहतरीन सीन्स, कैमरा वर्क और बैकग्राउंड स्कोर के साथ अच्छी तरह से बनाया गया है। फिल्म का 'रांझणा' गाना दर्शकों की प्लेलिस्ट में शामिल हो चुका है।हालाँकि कई जगहों पर फ़िल्म मात खा गई है।फ़िल्म की स्क्रिप्ट् की थोड़ी स्लो है, उसपर और थोड़ा काम किया जा सकता था ।
इसमें कोई शक नहीं है कि कृति सेनन ने दो पत्ती में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ भूमिका निभाई है। फिल्म में उनका डबल रोल वास्तव में काबिल-ए-तारीफ है। शैली खतरनाक और चुलबुली है, तो वहीं सौम्या शर्मीली और सीधी सी।काजोल ने अपने किरदार के साथ न्याय किया है। एक ऐसी पुलिस अधिकारी की भूमिका में छाप छोड़ी है जो सच्चाई का पता लगाती है और न्याय के लिए लड़ती है। वहीं, ध्रुव सूद के रूप में शाहीर शेख का किरदार आश्चर्यजनक है।
कनिका ढिल्लों ने हर किरदार को खूबसूरती से लिखा है। वह घरेलू हिंसा के मुद्दे को संवेदनशीलता से छूती हैं और पर्दे पर उसी हिसाब से उतारा भी है।ढिल्लों दुर्व्यवहार करने वाले घरों में परिवार के सदस्यों की चुप्पी पर सवाल उठाती हैं। क्लाइमेक्स दहला देने वाला है! ढिल्लों ने कृति सेनन की ब्लू बटरफ्लाई फिल्म्स के साथ मिलकर अपने बैनर कथा प्रोडक्शंस के तहत फिल्म का निर्माण किया है!
निर्देशक: शशांक चतुर्वेदी
लेखक: कनिका ढिल्लों
कलाकार: काजोल, कृति सैनन, शाहीर शेख, तन्वी आज़मी, बृजेंद्र काला
रनटाइम: 127 मिनट
रेटिंग: *** स्टार्स