Adah Sharma पर की इस हरकत पर भड़के हिंदू , बोले 'मैकेनिकल बकरा' भी दान करना
अदा शर्मा पर की इस हरकत पर भड़के हिंदू
अब केरल के पूर्णमिकावु मंदिर में मैकेनिकल हाथी का दान कर PETA और अदा शर्मा बुरी तरह से फँस गए हैं।सोशल मीडिया पर PETA और अदा शर्मा को जमकर ट्रोल किया जा रहा है।एक यूज़र ने लिखा - अदा शर्मा से ये उम्मीद नहीं थी. इन जोकरों को यह एहसास होना चाहिए कि हाथी जंगल की बजाय मंदिरों में अधिक सुरक्षित हैं।वहीं एक और यूज़र ने लिखा - ये धोखेबाज़ यह वादा करने के बाद कि किसी की कुर्बानी नहीं दी जाएगी, मस्जिदों को यांत्रिक दान क्यों नहीं दे रहे हैं? इसके अलावा एक और यूज़र ने लिखा - अदा_शर्मा अजीब बात है कि बकरा ईद के लिए आपकी भावनाओं में कोई हलचल नहीं हुई? अभी-अभी पॉपुलर हुई हो, वोकिज्म के चक्कर में अपनी लगवा मत लेना। Warna koi Periodic Table ya bakri le kar field me koodna ya puppy massage time wala dhong, kuch kaam nahi ayega . वहीं एक और यूज़र ने लिखा - पेटा और अदा शर्मा क्या आपके पास EID के लिए मैकेनिकल goat, गाय और ऊंट आदि भी हैं? इनमें से बहुत सारे साल भर में मारे जा रहे हैं या आप EID पर अपवाद लेते हैं?
तो देखा आपने लोग किस कदर अपना ग़ुस्सा ज़ाहिर कर रहे हैं। हिंदुओं ने जमकर अदा शर्मा और पीटा के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा ज़ाहिर किया है। साथ ही लोगों ने ये तक कह दिया है की ईद पर भी मैकेनिकल बकरे दान किए जाएँ।बता दें कि पेटा इंडिया के Emergency rescue coordinator Sreekutty Rajeev ने मंदिर में मैकेनिकल हाथी दान करने पर कहा की - यह पेटा इंडिया और अभिनेत्री अदा शर्मा द्वारा दान किया गया तीसरा हाथी है। केरल में हाथियों का व्यापक रूप से धार्मिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है। यह बहुत आम बात है कि केरल में हर साल हाथियों के बीच से भागने के मामले भी सामने आते हैं। केरल में भी हर साल रिपोर्ट की जाती है। हेरिटेज टास्क फोर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में विभिन्न धार्मिक उद्देश्यों के लिए हाथियों द्वारा 526 लोगों की मौत हुई है। इन सभी को सुधारने के लिए हमने इस यांत्रिक हाथी को पेश किया है। केरल के जिन भी मंदिरों को हम ये हाथी दान कर रहे हैं, उन्होंने हमसे वादा किया है कि वे भविष्य में कभी भी जीवित हाथियों का उपयोग नहीं करेंगे।'
बताते चलें की पूर्णमिकावु मंदिर के अलावा पेटा इंडिया ने केरल के दो और मंदिरों में अन्य यांत्रिक हाथियों के उपयोग की सुविधा पहले ही प्रदान कर दी है। इससे पहले त्रिशूर के इरिन्जादा पिल्ली श्री कृष्ण मंदिर में इरिन्जादापिल्ली रमन और कोच्चि के थ्रीक्कायिल महादेव मंदिर में महादेवन में हाथी दान किए गए थे।