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Modi के PM बनते ही बौखलाए Naseeruddin Shah, पार की सारी हदें

इस बार गठबंधन की सरकार क्या बनी पड़ गई।मोदी विरोधी तो बुरी तरह से बौखला गए हैं। बातें कई टाइम से चुप्पी साधे रहने वाली भी अब मोदी के ख़िलाफ़ बयान करते दिख रहे हैं। मोदी ने जैसे ही तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री की कमान सँभाली, बॉलीवुड के जाने माने एक्टर नसीरुद्दीन को लगता है मिर्ची लग गई है।इस बार नरेंद्र मोदी पूर्ण बहुमत से सरकार नहीं बना पाए तो नसीरूद्दीन शाह ने देश के प्रधानमंत्री को नसीहत से डाली है।
Modi के PM बनते ही बौखलाए Naseeruddin Shah, पार की सारी हदें

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे बेहद ही चौंकने वाले सामने आए है। भले ही बीजेपी इस बार पूर्ण बहुमत से सरकार ना बना पाई हो। लेकिन मोदी ने तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री की शपथ ली है।बीजेपी को साल 2014 और 2019 के मुक़ाबले भले ही थोड़ी कम वोट क्या मिली हो।इस बार गठबंधन की सरकार क्या बनी पड़ गई।मोदी विरोधी तो बुरी तरह से बौखला गए हैं। बातें कई टाइम से चुप्पी साधे रहने वाली भी अब मोदी के ख़िलाफ़ बयान करते दिख रहे हैं। मोदी ने जैसे ही तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री की कमान सँभाली, बॉलीवुड के जाने माने एक्टर नसीरुद्दीन को लगता है मिर्ची लग गई है।इस बार नरेंद्र मोदी पूर्ण बहुमत से सरकार नहीं बना पाए तो नसीरूद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) ने देश के प्रधानमंत्री को नसीहत से डाली है।

मोदी के PM बनते ही चिढ़े नसीरूद्दीन शाह


दरअसल हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान  ने पूछा गया की पिछले हफ़्ते जब पता चला कि भाजपा को बहुमत नहीं मिला है।10 साल में सबसे खराब प्रदर्शन रहा और गठबंधन की जरूरत पड़ेगी तो आपके दिमाग में क्या आया।इसके जवाब में एक्टर ने कहा की - सबसे पहले तो चैन मिला। फिर मैंने खुद को बोला कि ये हारनेवालों, जीतनेवालों, हिंदू, मुस्लिम, सरकार और हम सबके लिए अपने आत्मनिरीक्षण करने का वक्त है।मोदी पिछले कई सालों से बहुत कम समझदारी वाली बात कर रहे हैं. अगर पीएम मानते हैं उन्हें भगवान ने भेजा है तो इससे सभी को डर जाना चाहिए. पीएम ने यह मान लिया है कि वे लाइफ टाइम पीएम बने रहेंगे लेकिन अब उन्हें सत्ता साझा करनी पड़ेगी. अब पीएम मोदी के लिए गठबंधन सरकार चलाना एक कड़वी गोली खाने के जैसा होगा।  यह भी समस्या है कि नरेंद्र मोदी हर बात को पर्सनली ले लेते हैं. उनके ‘साइकोपैथ’ फैंस भी ऐसे ही हैं।

नसीरूद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) ने आगे कहा की - मोदी कई तरह की टोपियां पहनने के शौकीन लगते हैं. मैं उन्हें जालीवाली टोपी में देखना चाहता हूं. मोदी इतने ज्यादा ईगो वाले हैं कि वो कभी स्वीकार नहीं करते हैं, अगर गलती की तो उन्हें ये दिखाना होगा कि मुस्लिम भी इस देश के नागरिक हैं और वो उनसे नफरत नहीं करते हैं.पीएम मोदी अगर मुस्लिम टोपी पहन लें तो इससे अच्छा संदेश जाएगा। इससे मुसलमानों के बीच एक संदेश जाएगा कि वह मुस्लिमों से नफरत नहीं करते हैं। अगर पीएम मोदी ऐसा संदेश देंगे तो ये बड़ा मददगार साबित होगा।' एक कार्यक्रम में जब उनको कुछ मौलवियों ने टोपी दी थी तो उन्होंने पहनने से मना कर दिया था। इस याद को भुलाना मुश्किल है। मोदी ऐसा कर लेते तो ये जेस्चर होता कि हम अलग नहीं है, वह मुस्लिमों को समझा पाएं तो यह बहुत मददगार होगा। 

तो देखा आपने पीएम मोदी बहुमत से सरकार नहीं बना पाए तो कैसे नसीरुद्दीन शाह बोल रहे हैं की वो मोदी को जाली वाली टोपी में देखना चाहते हैं।बता दें ये पहली बार नहीं है, जब नसीरूद्दीन ने पीएम मोदी के ख़िलाफ़ बयान बाज़ी की हो, इससे पहले भी वो कई बार इस तरह के बयान देकर चर्चाओं में आ चुके हैं।ये वही नसीरूद्दीन शाह हैं।जिन्हे भारत में डर का एहसास होता है। सालो पहले नसीरूद्दीन शाह ने एक इंटरव्यू में भारत में डर लगने की बात कही थी और बच्चों के लिए चिंता जताई थी।नसीरूद्दीन ने कहा था -अब भारत में डर लगने लगा है,  यहां अपने बच्चों की चिंता होती है। मैं एक ऐसी स्थिति की कल्पना करता हूं, जहां मेरे बच्चों को क्रोधित भीड़ ने घेर लिया है और उनसे पूछ रहे हैं कि “क्या आप हिंदू हो या मुस्लिम? मेरे बच्चों के पास कोई जवाब नहीं होगा। क्योंकि हमने अपने बच्चों को धार्मिक शिक्षा दी ही नहीं है। मैं मुसलमान हूं और मेरी वाइफ हिंदू। धर्म के नाम पर भारतीय समाज में “जहर” फैलाया जा रहा है।” 

नसीरूद्दीन शाह को जिस देश में डर का एहसास होता है, वो उसी देश में इस तरह के बयान देने के बाद भी अच्छे से रहे हैं, इस देश से रहकर फ़िल्मों के जरीए अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं, और तब भी देश के ही प्रधानमंत्री के ख़िलाफ़ अपनी भड़ास निकाल रहे हैं, अब नसीरूद्दीन को मोदी को बहुमत ना मिलने पर चैन मिल रहा है, लेकिन वो ये भूल गए हैं की अब भी नरेंद्र मोदी ही देश के प्रधानमंत्री हैं।बताते चले की लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 240 सीटें जीती थी, जबकि NDA गठबंधन के साथ मिलकर वो 293 सीटें हासिल करने में कामयाब हुए हैं।जबकि इंडिया गठबंधन 234 सीटें ही अपने नाम कर पाई ।

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