Kangana Ranaut के खिलाफ ऐसा बयान देकर बुरे फंसे Rahul Gandhi ,लोगों ने लगाई लताड़ !
विपक्ष के नेता राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ बयान बाज़ी करने का मौक़ा ढुंढते ही रहते है।सदन में जिस तरह से राहुल गांधी हंगामा करते हैं। उससे हर कोई वाक़िफ़ है। वहीं अब राहुल गांधी ने कंगना पर तंज कसा है। साथ ही मोदी पर भी निशाना साधा है।
बीजेपी सांसद और ब़ॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत किसान आंदोलन पर दिए बयान की वजह से विपक्ष के निशाने पर आई हुई हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के कंगना रनौत ने किसान आंदोलन पर ऐसा बयान दे दिया था। कंगना ने कहा था की अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मज़बूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। आंदोलन के नाम पर हिंसा फैलाई जा रही थी। रेप और हत्याएं हो रही थी।कंगना के इस बयान का विपक्ष जमकर विरोध कर रहा है। कांग्रेस के नेताओं से लेकर किसान तक कंगना के इस बयान का विरोध कर रहे हैं। बीजेपी ने कंगना के बयान से पल्ला झाड़ लिया है और इसे एक्ट्रेस का निजी बयान बताया है।वहीं अब कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कंगना रनौत पर तंज कसते हुए बीजेपी और पीएम मोदी पर भड़ास निकाली है।
बता दें कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ बयान बाज़ी करने का मौक़ा ढुंढते ही रहते है।सदन में जिस तरह से राहुल गांधी हंगामा करते हैं। उससे हर कोई वाक़िफ़ है। वहीं अब राहुल गांधी ने कंगना पर तंज कसा है। साथ ही मोदी पर भी निशाना साधा है।राहुल गांधी ने अपने X एकाउंट पर लिखा - किसानों से किए वादों को पूरा करने में नाकाम मोदी सरकार का दुष्प्रचार तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में जुटा हुआ है।378 दिन चले मैराथन संघर्ष के दौरान 700 साथियों का बलिदान देने वाले किसानों को भाजपा सांसद द्वारा बलात्कारी और विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना भाजपा की किसान विरोधी नीति और नीयत का एक और सबूत है।ये शर्मनाक किसान विरोधी बोल पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा और पंजाब समेत पूरे देश के किसानों का घोर अपमान है, जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। किसान आंदोलन वापस लेते समय बनी सरकारी समिति आज भी ठंडे बस्ते में है, MSP पर सरकार अपना रूख आज तक साफ नहीं कर सकी, शहीद किसानों के परिवारों को किसी तरह की राहत नहीं दी गयी और ऊपर से लगातार उनका चरित्र हनन जारी है।अन्नदाताओं का निरादर और उनके मान सम्मान पर हमला करने से किसानों से किया गया मोदी सरकार का धोखा छुप नहीं सकता।नरेंद्र मोदी और भाजपा कितनी भी साजिश कर लें - INDIA किसानों को MSP की कानूनी गारंटी दिलवा कर रहेगा।
अब जिस तरह से राहुल गांधी ने कंगना रनौत और पीएम मोदी पर भड़ास निकली है। वो लोगों को रास नही आया है। लोग जमकर उन्हें ट्रोल क़र रहे हैं। एक यूज़र ने लिखा की - कांग्रेस 99 सीटें क्या जीती अब यहां सच बोलना पाप है !!! सबने बलात्कार की खबर पढ़ी, सबने हत्या कांड देखा पर बोलो मत !! वो किसान आंदोलन तो कहीं से नहीं था। खुलेआम भिंडरावाले की तस्वीरें थीं, खालिस्तानी नारे थे। 26 जनवरी पर वो गद्दारी देश, दुनिया ने देखी भारत को भी बांग्लादेश बनाने की सोच है लोगों की मोदी और मोदी जी का आगे बढ़ता हुआ भारत लोगो की आँखों में चुभ रहा है…….मिशनरीज ! एजेंडा सामने है, भारत और हिंदुओं के शत्रु भारत को हर कीमत पर मिटाना चाहते हैं। अब यह स्पष्ट हो गया है।
वहीं एक और यूज़र ने लिखा - आपसे अधिक चिंता हैं मोदी जी को देश के किसान के लिए ! ऐसा कभी हुआ था सीधे किसान के खाते में केंद्र सरकार द्वारा कभी कोई पैसा आया हो ? मोदी जी ने ये काम कर दिखाया हैं
इसके अलावा एक और यूज़र ने लिखा - देश में अगर सबसे अधिक राजनीति किसान पर किसी ने की हैं तो वो राहुल गांधी जी हैं!
वहीं एक और यूज़र ने लिखा - सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या कर रहे हैं कर्नाटक में जहां कांग्रेस की सरकार है। लेकिन आज तक राहुल गांधी वहां नहीं गया है किसानों से मिलने के लिए। लेकिन राहुल गांधी किसानों के नाम पर खालिस्तानियों से मिलते हैं यह दुर्भाग्य नहीं तो क्या है ? आज बड़ी बेशर्मी से किसानों का शुभचिंतक बनने का प्रयास कर रहा है लेकिन जहां कांग्रेस राज्य में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, कर्ज से परेशान होकर वहां जा नहीं रहे हैं। ऐसे में यह कैसे मान ले कि राहुल गांधी किसानों के हितैषी है। हमें लग रहा है कि यह राजनीति करने के लिए ढोंग कर रहा है।
इतना ही नहीं एक और यूज़र ने लिखा - अगर कंगना गलत है तो ये अखबार झूठी है क्या, किसान आंदोलन की आड़ में क्या क्या हुआ है देश की जनता जानती है l
तो देखा आपने लोग किस कदर राहुल गांधी को ट्रोल कर रहे हैं और कंगना रनौत का समर्थन कर रहे हैं। बता दें कि जल्द ही कंगना की फिल्म इमरजेंसी में रिलीज होने वाली है। इस फ़िल्म को प्रमोट करने के लिए कंगना जमकर इंटरव्यूज़ दे रही हैं।हाल ही में किसान आंदोलन पर बयान देते हुए कंगना ने लिखा था - आज हमारा शीर्ष नेतृत्व कमजोर होता तो बांग्लादेश जैसी स्थिति भारत में भी हो सकती थी। यहां किसान आंदोलन के दौरान क्या हुआ, वो सबने देखा। कैसे प्रोटेस्ट के नाम पर वॉयलेंस फैलाया गया। वहां रेप हो रहे थे, मारकर लाशों को लटकाया जा रहा था। जब उस बिल को वापस लिया गया तो ये उपद्रवी चौंक गए, क्योंकि उनकी प्लानिंग तो बहुत लंबी थी। उन पर समय रहते कंट्रोल पा लिया गया वर्ना कुछ भी कर सकते थे।इसके पीछे चीन अमेरिका जैसी विदेशी शक्तियों काम कर रहीं हैं.
अब कंगना के इसी बयान पर बयान बवाल मचा हुआ है।वैसे बीजेपी ने कंगना के इस बयान से ख़ुद को अलग कर लिया है।दरअसल कंगना के बयान पर विपक्ष ने हल्ला बोलना शुरू किया तो पार्टी ने अपनी सांसद का बचाव करने की जगह उन्हें ही चेतावनी दे डाली।पार्टी ने कहा है की - बीजेपी कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्त करती है, पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं, भारतीय जनता पार्टी की ओर से कंगना रनौत को निर्देशित किया गया है कि वे इस तरह के कोई बयान भविष्य में न दें, भारतीय जनता पार्टी 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' और सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृत संकल्पित है
बीजेपी ने कंगना को नसीहत देते हुए बोल दिया है की वो आगे से इस तरह के बयान ना दे।साथ ही कंगना के बयान पर राजनीति कर रह विपक्ष का भी पार्टी ने मुँह बंद कर दिया है।किसान आंदोलन के नाम पर दिल्ली में किस कदर हिंसा हुई थी। इससे हर कोई वाक़िफ़ है। लेकिन अब कंगना ने जिस तरह से बयान दिया है।उसपर विपक्ष सियासत कर रहा है।वैसे आपका इस ख़बर पर क्या कहना है। हमें कमेंट करके ज़रूर बताएँ।