बांग्लादेश में हिन्दुओं के ख़िलाफ़ नई साज़िश, ‘जज़िया टैक्स’ की तैयारी !
नफरती नारों और कट्टरपंथियों के आगे सरेंडर कर चुकी बांग्लादेश सरकार के बस में अब कुछ लग नहीं रहा…अब ये इससे और साफ़ हो जाता है जब बांग्लादेश में कट्टरपंथियों की तरफ़ से ग़ैर मुस्लिमों पर जज़िया टैक्स लगाने की मांग हो रही है..ये मांग बांग्लादेश के उसी मौलाना ने की है जो कई सालों से ज़हर उगल कर लोगों के मन में हिन्दुओं के खिलाफ नफ़रत बो रहा है
बांग्लादेश। जहां कट्टरपंथियों का राज क़ायम हो चुका है।बांग्लादेश जहां कहने को तो अंतरिम सरकार बनी लेकिन वो सरकार काम कट्टरपंथियों को खुश करने के लिए कर रही है।देश का माहौल ख़राब होते ही सबसे पहले मंदिरों को निशाना बनाना। हिन्दुओं के घरों में घुसकर मारपीट करना यही बांग्लादेश की पहचान बन गई है।नफरती नारों और कट्टरपंथियों के आगे सरेंडर कर चुकी बांग्लादेश सरकार के बस में अब कुछ लग नहीं रहा। अब ये इससे और साफ़ हो जाता है जब बांग्लादेश में कट्टरपंथियों की तरफ़ से ग़ैर मुस्लिमों पर जज़िया टैक्स लगाने की मांग हो रही है।ये मांग बांग्लादेश के उसी मौलाना ने की है जो कई सालों से ज़हर उगल कर लोगों के मन में हिन्दुओं के खिलाफ नफ़रत बो रहा है।
तख्तापलट के बाद से बांग्लादेश के इस्लामिक कट्टरपंथी पूरे देश पर कब्जा चाहने लगे हैं।इसलिए पिछले काफ़ी समय से नफरती बयान बढ़ गए हैं। इसी कड़ी में कट्टरपंथी मौलाना मो. मामुनुल हक। का नाम सबसे आगे है। हो सकता है आपने इस मौलाना का नाम ना सुना हो लेकिन इसने अब हिन्दुओं के खिलाफ स्क्रपिट लिखने और उनको प्रताड़ित करने का नया तरीक़ा निकाला है। जजिया टैक्स। वो भी सुरक्षा के नाम पर मतलब जिस देश में हिन्दुओं का घर है जिसे जलाया गया..जिनके आस्था स्थलों को तोड़ा गया। जिन हिन्दू महिलाओं को अपमानित कर परेशान किया गया। अब उनसे जज़िया टैक्स वसुलने की तैयारी है। हैरानी की बात है कि गैर मुस्लिमों से जबरन जजिया वसूली को सर्विस टैक्स बोल रहा है। अब इसकी इस मांग के बाद इस कट्टरपंथी मौलाना के बारे में भी जान लीजिए।तो ये मौलाना हिफाजत-ए-इस्लाम का राष्ट्रीय सचिव मो. मामूनुल हक है। बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथ की जो आग लगी है, उसमें इसकी नफरती सोच का बहुत बड़ा हाथ है। ये हिंदुओं से जजिया की बात ही नहीं करता बल्कि ये बांग्लादेश में शरिया लागू करने की बात भी करता है।
क्या है जजिया टेक्स ?
जो लोग नहीं जानते हैं उन्हें बता दें कि औरंगजेब के समय गैर मुस्लिम को उनके धर्म का पालन के लिए टैक्स देना पड़ता था, जिसे जजिया कहा जाता था। हालांकि इससे पहले भी इस तरह की टेक्स वसूली का इतिहास मिलता है। कुछ जगहों पर पढ़ने को मिलता है कि यह टेक्स सिर्फ उन गैर-मुस्लिम लोगों से वसूला जाता था जो शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम होते थे।
वहीं आपको बता दें कि ये कट्टरपंथी मौलाना मो. मामुनुल हक वही है जिसने पीएम मोदी के बांग्लादेश की यात्रा के दौरान जमकर बवाल काटा था। दरअसल, पीएम मोदी मार्च 2021 में जब बांग्लादेश गए थे तब हुई हिंसा में कई लोग मारे गए थे। इस मामले में हिफाजत-ए-इस्लाम के संयुक्त महासचिव और लोगों को दंगा करने के लिए भड़काने वाला मामूनुल हक था जिसको पुलिस ने बाद में गिरफ्तार कर लिया था।