पाकिस्तानी भिखारियों से परेशान सऊदी अरब, उमराह की आड़ में कर रहे ये काम
सऊदी अरब उमराह करने आने वाले पाकिस्तानियों से साऊदी ने चिंता ज़ाहिर की है।साऊदी में पाकिस्तान के भिखारियों की संख्या लगातार बढ़ रही है और इसके लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ को साऊदी ने चेतावनी भी दे दी है
पाकिस्तान के हालात सब जानते हैं—कंगाली, भुखमरी से जूझ रहा पाकिस्तान दूसरे देशों के सामने झोली फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। आतंकियों के पनाहगार पाकिस्तान में खाने की लाले पड़े हुए हैं। देश में आटा भी बंदूकों के पहरे में रखा जाता है। बिजली आए दिन गुल रहती है। लोग परेशान हैं और इन सबके बीच सरकार अपने लोगों को देखने की बजाय बस उलटे-सीधे कामों में व्यस्त रहती है।अब तो पाकिस्तान ने हद ही कर दी। जिसका दिया हुआ नमक खाया, जिस देश के आगे हाथ फैलाने बार-बार जाता है, उससे दगा। जी हाँ, दरअसल, सऊदी अरब उमराह करने आने वाले पाकिस्तानियों से चिंता ज़ाहिर की है। सऊदी में पाकिस्तान के भिखारियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। और इसके लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ को सऊदी ने चेतावनी भी दे दी है। पाकिस्तान से हर साल बड़ी संख्या में लोग उमराह वीजा (तीर्थयात्रा वीजा) पर सऊदी अरब जाते हैं और वहां भीख मांगने लग जाते हैं।
पाकिस्तानी ‘भिखारियों’ से परेशान साऊदी
पाकिस्तानी वेबसाइट द ट्रिब्यून एक्सप्रेस के मुताबिक सऊदी हज मंत्रालय ने पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय से कहा है कि वे इस पर जल्द रोक लगाएं। मंत्रालय ने कहा कि अगर पाकिस्तान सरकार ऐसा नहीं करती है, तो इसका असर पाकिस्तानी उमराह और हज यात्रियों पर पड़ सकता है। अब इस सब के बाद पाकिस्तान को अक्ल आई और रिपोर्ट के मुताबिक भिखारियों को सऊदी भेजने से रोकने के लिए पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने ‘उमराह एक्ट’ लाने का फैसला किया। इसका मकसद उमराह वीजा दिलाने में मदद करने वाली ट्रैवल एजेंसियों को रेग्युलेट करना और उन्हें कानूनी निगरानी के तहत लाना है। इससे पहले सऊदी राजदूत नवाफ बिन सैद अहमद अल-मलिकी और पाकिस्तानी गृह मंत्री मोहसिन नकवी के बीच मुलाकात हुई थी। इसमें नकवी ने राजदूत को यकीन दिलाया था कि सरकार सऊदी अरब में भिखारियों को भेजने के लिए जिम्मेदार माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, गृह मंत्री नकवी का मानना है कि ऐसी घटना पाकिस्तान की छवि को नुकसान पहुंचा रही है। इस पर नकेल कसने के लिए अब संघीय जांच एजेंसी (FIA) को जिम्मेदारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने ही कराची एयरपोर्ट पर 11 लोगों को पकड़ा गया था। ये सऊदी जा रही एक फ्लाइट में बैठने की तैयारी में थे। पूछताछ में पता चला कि उनका मकसद वहां जाकर भीख मांगना था। इसी तरह, अक्टूबर 2023 में लाहौर एयरपोर्ट पर एक फ्लाइट में सवार 16 लोगों को प्लेन से उतारा गया था और गिरफ्तार किया गया था। ये भी वहां भीख मांगने जा रहे थे। पाकिस्तानी वेबसाइट डॉन के सितंबर 2023 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में गिरफ्तार होने वाले भिखारियों में से 90% लोग पाकिस्तानी मूल के होते हैं। इन भिखारियों की बढ़ती संख्या से UAE सरकार भी परेशान है।