चीनी सैनिकों पर क़हर बनकर टूटे भारतीय जवान, घुसपैठियों को खदेड़ने का वीडियो वायरल !
चीनी सैनिकों की पिटाई का एक वीडियो सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में भारतीय सैनिक चीनी सैनिकों को उठाकर पटकते नज़र आ रहे हैं। उनकी पिटाई हो रही है हालाँकि इस वीडियो की पुष्टि NMF NEWS नहीं करता है।
भारत और चीन के बीच पिछले कुछ समय से जो तनाव देखने को मिल रहा था उसमें कमी आने की बाद लद्दाख में दोनों सेनाएँ पीछे हटने के लिए तैयार हो गईं। 2020 से जो तनाव अपने चरम पर था उसमें कमी लंबी बातचीत के चलते आई। और इसी बातचीत के बदौलत ही समझौता हो सका और अब दोनों सेनाएं अपने सैनिकों को वापस पीछे कर रही हैं। इसके बावजूद भारतीय सेना लद्दाख में चुनौतीपूर्ण सर्दियों की तैयारी कर रही है। क्योंकि अभी भी पूरी तरह तनाव खत्म नहीं हुआ है। जिस बात का ज़िक्र ख़ुद विदेश मंत्री एस जयशंकर कर चुके हैं। लेकिन इस सबके बीच चीनी सैनिकों की पिटाई का एक वीडियो सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में भारतीय सैनिक चीनी सैनिकों को उठाकर पटकते नज़र आ रहे हैं। उनकी पिटाई हो रही है। तस्वीरों में आपको दिखाई देगा कैसे भारतीय जवान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों को खदेड़ रहे हैं। वीडियो देखकर ये समझ आ रहा कि चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुसपैठ कर चुके थे उन्हें हमारे जवान घसीटकर ले जाते हुए नज़र आ रहे हैं।
हालाँकि इस वीडियो की पुष्टि NMF NEWS नहीं करता है। बताया ये जा रहा है कि ये वीडियो पुराना है और अभी वायरल हो रहा है। सैनिकों की वर्दी से ऐसा लगता है कि यह गर्मियों का वीडियो है। कई रिपोर्ट्स का दावा है कि यह 2019-21 के बीच अरुणाचल प्रदेश का वीडियो है। इस वीडियो पर सेना की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन अरुणाचल प्रदेश के हिस्से पर चीन की गलत नज़र से इंकार भी नहीं किया जा सकता। बार बार चीन अरुणाचल प्रदेश के हिस्से को अपना बता रहा है। पिछले दिनों तो जब हमने अरुणाचल प्रदेश की एक चोटी का नाम छठे दलाई लामा के नाम पर किया तब चीन से इस पर प्रतिक्रिया भी आई थी।
आपको बता दें पूर्वी लद्दाख में जो तनाव था उसपर तो समझौता हुआ है। डेमचोक और देपसांग इलाके को लेकर समझौता हुआ था उसके बाद अब भारतीय सेना की पेट्रोलिंग का पहला राउंड पूरा हो गया है। दोनों इलाकों में एक बार भारतीय सैनिकों और एक बार चीनी सैनिकों की तरफ से गश्त की जाएगी। पेट्रोलिंग के लिए सैनिकों की सीमित संख्या तय की गई है। ये संख्या कितनी है, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। दरअसल, भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में चार साल से सीमा विवाद को लेकर तनाव था। दो साल की लंबी बातचीत के बाद 21 अक्टूबर को एक समझौता हुआ कि दोनों सेनाएं विवादित पॉइंट्स देपसांग और डेमचोक से पीछे हटेंगी। इस समझौते के बाद दिवाली के मौके पर 1 नवंबर को पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स, काराकोरम पास, दौलत बेग ओल्डी, कोंग्कला और चुशुल-मोल्डो से लगे सीमा पर दोनों देशों के अफसरों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और दीपावली की बधाई दी थी तब लगा कि चीन और भारत के बीच तनाव कम हो सकता है। लेकिन सेना के अफ़सर और इसे के साथ विदेश मंत्री ने इस समझौते को पूरा समस्या का हल नहीं बताया है।