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ईरान पर होगा पूरी तरह से क़ाबू , ट्रंप का प्लान तैयार !

चुनाव जीतने के बाद ट्रंप एक्शन मोड में हैं…उन्होंने शपथ लेने से पहले ही मिडल ईस्ट में चल रहे संघर्ष को ख़त्म करने के लिए काम भी करना शुरू कर दिया है…ट्रंप ने इस काम में बेहद ख़ास को लगाया है…उन्होंने लेबनानी अमेरिकी बिजनसमैन मसाद बौलोस का को ये ज़िम्मेदारी सौंपी है
ईरान पर होगा पूरी तरह से क़ाबू , ट्रंप का प्लान तैयार !
अमेरिका में हाल ही में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस को हरा दिया। और वो देश के 47वें राष्ट्रपति बन गए ये दूसरी बार है। जब ट्रंप ने राष्ट्रपति का चुनाव जीता। चुनाव जीतने के बाद ट्रंप एक्शन मोड में हैं। और अपनी टीम बनाने में लगे हैं। ट्रंप की टीम में भारतवंशियों का भी बोलबाला है। ट्रंप ने चुनाव के दौरान रूस - यूक्रेन जंग और मिडल ईस्ट में चल रही जंग को लेकर बाइडेन सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था की वो अगर राष्ट्रपति होते तो ये जंग होती ही नहीं शांति होती।लेकिन अब ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद वो इस बात पर ख़ास ध्यान दे रहे हैं। तभी तो उन्होंने शपथ लेने से पहले ही मिडल ईस्ट में चल रहे संघर्ष को ख़त्म करने के लिए काम भी करना शुरू कर दिया है। ट्रंप ने इस काम में बेहद ख़ास को लगाया है। उन्होंने लेबनानी अमेरिकी बिजनसमैन मसाद बौलोस का को ये ज़िम्मेदारी सौंपी है और उन्हें अरब और मध्य पूर्वी मामलों के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में चुना है।


ट्रंप के लिए मसाद बौलोस इसलिए भी ख़ास हैं क्योंकि वो ट्रंप की बेटी टिफ़नी के ससुर हैं। तो रिश्ता घर वाला भी हुआ। बौलोस ने मिशिगन में अरब अमेरिकी समुदाय को ट्रंप के समर्थन में खड़ा करने में काफी मदद पहुंचाई थी। इसके लिए उन्होंने बड़ी अरब अमेरिकी आबादी वाले क्षेत्रों में दर्जनों बैठक की थी। इस वजह से ही उनकी अच्छी पकड़ वहां है। और ट्रंप को ख़ास फ़ायदा चुनाव में यहां से मिला। ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में मसाद बौलोस को लेकर लिखा कि  "वो लंबे समय से रिपब्लिकन और कंजर्वेटिव मूल्यों के समर्थक रहे हैं, जो मेरे अभियान का हिस्सा हैं। उन्होंने अरब अमेरिकी समुदाय के साथ नए गठबंधन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी"


मासाद बौलोस परिवार के ऑटोमोटिव कंपनी, SCOA नाइजीरिया के मालिक हैं। उन्हें मिशिगन में उनकी बेहतरीन कोशिशों के लिए पहचाना जाता है। जहां उन्होंने ट्रम्प को अरब अमेरिकी वोटर्स के बीच समर्थन हासिल करने में मदद की, जिससे राज्य में राष्ट्रपति-चुनाव की जीत में योगदान मिला। ट्रम्प की मध्य पूर्व नीतियों को आकार देने में बौलोस ने अहम किरदार अदा किया था। खासकर 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमास के हमले के बाद इज़राइल और गाजा के बीच चल रहे संघर्ष के मद्देनजर उनकी भूमिका और अहम हुई थी।
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