पाकिस्तान ने सीमा पर रचा नया खेल, भारत के फिर पंगा लेकर फंसा पड़ोसी

दरअसल, हाल ही में पाकिस्तान ने जीरो लाइन के पास मोरवी रेलवे स्टेशन तक एक टूरिस्ट ट्रेन चलाई थी। अब उसी बहाने से वो नए निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। और भारत बार बार सुरक्षा को ख़तरा बता कर इसका विरोध कर चुका है। लेकिन ये पहली बार नहीं है, इससे पहले साल 2005 में जब थार एक्सप्रेस का संचालन शुरू हुआ था, तब पाकिस्तान ने जीरो लाइन के पास रेलवे स्टेशन बनाया था, जिस पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया था। भारत ने पाकिस्तान को सुझाव दिया था कि वो रेलवे स्टेशन को बार्डर से कम से कम 1.5 किलोमीटर दूर बनाए, जैसे भारत ने मुनाबाओ में किया था। लेकिन पाकिस्तान ने तब भी भारत की सलाह को नजरअंदाज कर दिया था। और अब एक फिर पाकिस्तान वहीं गलती कर रहा है। जी हां, गलती ही तो है, क्योंकि... इधर BSF ने भी एक्शन तेज़ कर दिया है। कुछ दिन पहले ही हमने आपको एक रिपोर्ट के ज़रिए बताया था कि कैसे बार्डर पर चौकसी को बढ़ाने के लिए और सीमा पार से होने वाली ग़लत गतिविधियों को जड़ से ख़त्म करने के लिए BSF ने नए प्लान में जम्मू से लेकर पंजाब तक बार्डर पर एक्शन को तेज़ कर दिया है। BSF ने पाकिस्तान से लगते जम्मू और पंजाब के बार्डर पर सुरक्षा प्लान में बदलाव किया है। इस बदलाव से सीमा पार से आने वाले हथियारों और ड्रग्स की तस्करी को रोकने में और ज़्यादा मदद मिलेगी। दरअसल,
- पंजाब और जम्मू में भारत-पाकिस्तान सीमा पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती का आदेश दिया गया है। इस कदम का उद्देश्य घुसपैठ, हथियारों और ड्रग्स की तस्करी को रोकना है।
- BSF की पश्चिमी कमान ने पंजाब और जम्मू में 9 नए टैक मुख्यालय बनाने का निर्देश दिया है। इन टैक्टिकल हेडक्वार्टर में बेहतर खुफिया निगरानी और ऑपरेशन क्षमताएं होंगी।
- टैक मुख्यालय में बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर के साथ विभागों से वरिष्ठ कमांडर की मौजूदगी भी होगी जिनकी यूनिट इन संवेदनशील सीमा चौकियों पर तैनात है।
- घुसपैठ और ड्रोन हमलों के खतरे को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। सभी फैसले तत्काल प्रभाव से लागू किए जा रहे हैं।
हमारे जवानों की दिन रात की चौकसी से पाकिस्तान हमेशा अपने मंसूबों में नाकाम ही रहा है। लेकिन पाकिस्तान का ये नया खेल भारत के लिए सिर दर्द बने उससे पहले इसे रोकना होगा।