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सोने के महल में रहते हैं ब्रुनेई के सुलतान, देखिए बेशुमार दौलत की कहानी

ब्रुनेई के सुलतान दुनिया के सबसे अमीर सुलतान हैं..रईसी ऐसी की कई लोगों की नींद उड़ जाए..हजारों लग्जरी गाड़ियां…आलीशान महल और भरपूर दौलत..की चर्चा जब भी होती है तो लगता है लाईफ हो तो ऐसी।
सोने के महल में रहते हैं ब्रुनेई के सुलतान, देखिए बेशुमार दौलत की कहानी

प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने की यात्रा पर निकले हैं और इस कड़ी में वे एक ऐसे देश पहुंचे हैं जहां की अमीरियत और बेशुमार दौलत के कई किस्से हैं। जहां के सुलतान दुनिया के सबसे अमीर सुलतान हैं, रईसी ऐसी कि कई लोगों की नींद उड़ जाए। हजारों लग्जरी गाड़ियां, आलीशान महल और भरपूर दौलत की चर्चा जब भी होती है तो लगता है, लाइफ हो तो ऐसी। तो आज आप जानेंगे ब्रुनेई के बारे में और वहां के सुलतान हसनल बोल्किया की लग्जरी लाइफ के बारे में। तो चलिए शुरू करते हैं। 

ब्रुनेई का पूरा नाम ब्रुनेई दारुस्सलाम है। यह दक्षिण पूर्वी एशिया का एक छोटा सा देश है, जो बोर्नियो द्वीप पर बसा हुआ है। ब्रुनेई कुल 5,765 स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है। यह इतना छोटा है कि सिक्किम जैसे कई राज्य भी इससे बड़े हैं। ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगावन है। साल 2023 के आंकड़ों के मुताबिक, ब्रुनेई की कुल जनसंख्या 4,55,885 थी, जिसमें से लगभग दो लाख के आसपास लोग राजधानी बंदर सेरी बेगावन में ही रहते हैं।

ब्रुनेई में 14वीं शताब्दी से ही राजशाही है। अभी हाजी हसनल बोल्किया ब्रुनेई के सुल्तान हैं। वह साल 1967 से ही सुल्तान की गद्दी पर हैं। साल 1984 में जब अंग्रेज यहां से गए, तब बोल्किया प्रधानमंत्री भी बन गए। ब्रुनेई भले ही दुनिया के सबसे छोटे मुल्कों में शुमार हो, लेकिन सुल्तान बोल्किया की गिनती दुनिया के सबसे अमीर लोगों में होती है। साल 1980 तक तो वह दुनिया के सबसे अमीर शख्स थे। Forbes के मुताबिक, बोल्किया के पास 1.4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है। सुल्तान की आमदनी का ज्यादा हिस्सा तेल और प्राकृतिक गैस भंडार की कमाई से आता है।

यात्रा के दौरान नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई के शासक सुल्तान हसनल बोल्किया से उनके आधिकारिक निवास, इस्ताना नुरुल ईमान पैलेस में मुलाकात की। ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगवान में बना इस्ताना नुरुल ईमान पैलेस दुनिया का सबसे शानदार महल कहा जाता है। अपनी भव्यता के लिए इसका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है। इस महल की भव्यता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इसमें

1,788 कमरे, 257 बाथरूम और 38 अलग-अलग तरह के संगमरमर से बनी 44 सीढ़ियां हैं। ब्रुनेई सुल्तान का यह महल करीब 2,00,000 वर्ग मीटर में बना हुआ है। यह आकार इसे दुनिया की सबसे बड़ी आवासीय इमारत बनाता है। 257 बाथरूम और 1,788 कमरों के अलावा इसमें इतना बड़ा बैंक्वेट हॉल है कि वहां एक समय में 5,000 मेहमानों की मेजबानी की जा सकती है। इस महल की पार्किंग में 110 कारों को खड़ा किया जा सकता है। 200 घोड़ों के लिए एक वातानुकूलित अस्तबल, पांच स्विमिंग पूल और एक शानदार मस्जिद भी महल के अंदर है। इस मस्जिद में 1,500 लोग एक साथ नमाज पढ़ सकते हैं। 

अब आते हैं उनकी कारों की कलेक्शन पर, जो बेहद खास है। यह दुनिया का सबसे बड़ा कार कलेक्शन है, जिसकी कीमत सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट बताती है कि उनकी कार कलेक्शन की कीमत 5 अरब डॉलर (419 अरब भारतीय रुपये) है। इस कार कलेक्शन को सुल्तान हसनल के भाई प्रिंस जेफरी और शाही परिवार के दूसरे सदस्यों की मदद से तैयार किया गया है। सुल्तान हसनल के पास 7,000 से ज्यादा कारों का कलेक्शन है। इनमें से उनके पास लगभग

 600 रोल्स-रॉयस कारें हैं, जिसके लिए उन्हें आधिकारिक गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड मिला है। इसके अलावा उनके संग्रह में लगभग 450 फेरारी और 380 बेंटले हैं। सुल्तान के संग्रह में 55 पोर्श 928 भी शामिल हैं, जिनमें से 32 S4 वैरिएंट हैं। सुल्तान के संग्रह में पोर्श 959, डौर 962 ले मैन्स और कैरेरा जीटी भी मौजूद हैं। इसके अलावा सुल्तान बोल्किया बोइंग 747 विमान से चलते हैं, जिसकी कीमत तकरीबन 3,000 करोड़ रुपए से ज्यादा है। इस प्राइवेट प्लेन पर सोने का पानी चढ़ा हुआ है।

अमेरिकी साप्ताहिक पत्रिका की रिपोर्ट के मुताबिक, जिस तरह सुल्तान का महल, प्लेन और कार सोने से सजे हैं, उसी तरह वह अपने सजने-संवरने पर भी जमकर खर्च करते हैं। सुल्तान का एक बार का हेयरकट कराने के लिए 20,000 अमेरिकी डॉलर का खर्चा आता है। भारतीय मुद्रा में यह राशि लगभग 16 लाख रुपये है। उनका पसंदीदा नाई को उनके रूमिंग सेशन के लिए लंदन से ब्रुनेई लाया जाता है।

ब्रुनेई कट्टर इस्लामिक मुल्क है। साल 2014 में कड़े इस्लामी शरीया लॉ को अपनाया। कानून के तहत व्यभिचार (एडल्ट्री) से लेकर चोरी जैसे अपराधों में हाथ-पैर काटने से लेकर मौत की सजा तक का प्रावधान है। साल 2019 में ब्रुनेई ने एक कानून पास किया, जिसके तहत एडल्ट्री और गे-रिलेशन पर पत्थर मारकर जान लेने का नियम बनाया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस कानून की काफी आलोचना भी हुई। अब यह भी जान लीजिए कि ब्रुनेई में किसी से भी इनकम टैक्स नहीं लिया जाता है। यहां की अर्थव्यवस्था तेल से चलती है।

 यहां पर 1929 में तेल की खोज हुई। तेल और प्राकृतिक गैस भंडार की वजह से इसे काफी फायदा होने लगा। ब्रुनेई में प्रति व्यक्ति आय भी 28 लाख रुपये है, जबकि भारत में आय करीब 1 लाख 84 हजार रुपये है। यहां शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं मुफ्त मिलती हैं। और सबसे बड़ी बात, पर्सनल इनकम पर यहां कोई टैक्स नहीं लगता। 

भारत ने ब्रुनेई के हाइड्रोकार्बन इंडस्ट्री में तकरीबन 270 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। दोनों देश स्पेस टेक्नोलॉजी से लेकर हेल्थ सेक्टर में सहयोग बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। सामरिक जानकार कहते हैं कि कूटनीति के नजरिए से ब्रुनेई, भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर इंडो-पैसिफिक इलाके में चीन को काउंटर करने के लिए ब्रुनेई का साथ बहुत महत्वपूर्ण है। उसकी सीमा उत्तरी साउथ चाइना सी से लगती है, जहां उसका चीन से विवाद चलता आ रहा है।


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