अचानाक कैमरों के सामने फ़्रांस के राष्ट्रपति ने क्यों पकड़ा ट्रंप का हाथ ?
White House में राष्ट्रपति ट्रंप और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों की मुलाकात हुई…ये सबको पता है कि ट्रंप इन दिनों Europe के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं…लेकिन जब ये मुलाकात हुई और ट्रंप को फजिहत झेलनी पड़ी तो ट्रंप का मुंह देखने वाला था

सब को अपने इशारे पर चलाने वाले ट्रंप यहीं चाहते हैं कि हर कोई उनकी बात सुने। उनकी हां में हां मिलाए। लेकिन जब ऐसा नहीं होता तो उनके हाव भाव देखने वाले होते हैं।कुछ ऐसा ही तब हुआ जब White House में राष्ट्रपति ट्रंप और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों की मुलाकात हुई। ये सबको पता है कि ट्रंप इन दिनों Europe के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। लेकिन जब ये मुलाकात हुई और ट्रंप को फजिहत झेलनी पड़ी तो ट्रंप का मुंह देखने वाला था। दरअसल, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों अमेरिका में है उनकी मुलाकात राष्ट्रपति ट्रंप से हुई तो इस दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होने लगी। दोनों नेताओं की मुलाकात हुई तो प्रेस कॉन्फ्रेंस के वक्त सवालो का जवाब देते हुए यूक्रेन की फंडिंग को लेकर अलग-अलग दावे हुए। लेकिन जैसे ट्रंप बोल रहे थे उन्हें रोकते हुए मैक्रों की तरफ से एक तरह से उन्हें करेक्ट किया गया वो शायद ट्रंप को खल गया। असल में वायरल वीडियो में राष्ट्रपति ट्रंप कहते सुनाई दे रहे हैं कि समझने वाली बात यह है कि यूक्रेन को यूरोप लोन के रूप में काफी पैसा दे रहा है, लेकिन उन्हें ये सारा पैसा वापस मिल जाएगा। अब ट्रंप के इस दावे से मैक्रों बिल्कुल ही नाखुश नजर आए। और उन्होंने बिना देर किए सीधे ट्रंप का हाथ पकड़ लिया और मीडिया के सामने उन्हें करेक्ट करने का काम किया।
अब ट्रंप के दावे पर इमानुएल मैक्रों ने कहा कि मैं अगर फ्रैंक होकर बोलना चाहूं तो हमने 60 फीसदी यूक्रेन को दिया है। जैसे अमेरिका ने अभी तक लोन, ग्रांट दिए हैं जब मैक्रों अपनी बात रख रहे थे। तब ट्रंप का चेहरा उतर चुका था। और इसके बाद ट्रंप को देखकर ऐसा लग रहा था कि वो उनकी बात सुनना नहीं चाहते बस उनकी बात को झेल रहे हैं। और उन्होंने तुरंत कहा अगर आप ऐसा मानते हैं तो मुझे कोई परेशानी नहीं है दरअसल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों रूस और यूक्रेन का जंग खत्म करने को लेकर यूक्रेन और यूरोपीय देशों की बनाए गए रोडमैप को लेकर अमेरिका गए हुए हैं। वैसे अब रूस यूक्रेन जंग को लेकर भी काफ़ी बवाल है।ट्रंप भी यही चाहते हैं कि ये जंग जल्द ख़त्म हो। इसलिए उन्होंने उस पैसे पर रोक लगा दी है जो बाइडेन काल में यूक्रेन को दिया जा रहा था। आंकड़े बताते हैं कि 67 फीसदी पैसा अमेरिका से यूक्रेन को गया है।अब ट्रंप सबसे सत्ता में आए हैं तो उनका साफ झुकाव रूस की तरफ हो चुका है।