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बुजुर्ग मां को महाकुंभ में स्नान की इच्छा, बेटा बना ‘नंदी’, 780 KM करेगा पैदल यात्रा

मुजफ्फरनगर क्षेत्र का एक व्यक्ति बुजुर्ग मां को महाकुंभ में अमृत स्नान कराने के लिए ‘नंदी’ बनकर यात्रा पर निकला है। बूढ़ी मां को बुग्गी में बैठाकर उसे कंधे से खींचकर ले जा रहा है। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है और लोगों ने जमकर इसकी तारीफ की है।
बुजुर्ग मां को महाकुंभ में स्नान की इच्छा, बेटा बना ‘नंदी’, 780 KM करेगा पैदल यात्रा
इंटरनेट का जमाना है और यहां कुछ अलग और हटके हर किसी के नजर में आ ही जाता है। और हाल के दिनों की बात करें तब तो महाकुंभ की तस्वीरों को लोगों का बहुत प्यार मिल रहा है। इन्हीं अद्भुत और अलौकिक तस्वीरों के बीच एक वीडियो लोगों के दिलों को छू रहा है। आखिर क्या है इस वीडियो में चलिए इस रिपोर्ट के जरिए आपको बताते है। 
   
बुजुर्ग मां ने संगम में स्नान की जताई इच्छा 65 साल का बुजुर्ग बना कलयूग का श्रवण कुमार  मां को कुंभ में डुबकी लगवाने के लिए बनाई बैलगाड़ी बैल के जगह खुद को बांधा और नापेगा 780 KM

144 साल बाद बने इस बार के संयोग के कारण ये कुंभ, महाकुंभ बन गया। और इसी महाकुंभ का दिव्य भव्य और अलौकिक दृश्य देखने के साथ साथ पुण्य की डुबकी लगाने के लिए तमाम सनातनी देश के अलग अलग राज्यों के साथ विदेशों से भी पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में मुजफ्फरनगर के खतौली से एक बुजुर्ग व्यक्ति अपनी मां की इच्छा को पूरा करने, उन्हें संगम में स्नान करवाने के लिए खुद नंदी बन गया। जी हां खुद की उम्र 65 वर्ष की होने के बावजूद इस व्यक्ति ने अपने बुढ़ी मां को बुग्गी में बिठाया और इस बुग्गी को अपने कंधे से खींचकर प्रयारगराज की ओर बढ़ चला। सुदेपाल खेती करते है और वो अपनी मां के इकलौते बेटे हैं। 

इस व्यक्ति का नाम सुदेशपाल है, जो अपनी मां जगवीरी देवी को प्रयागराज के महाकुंभ में स्नान करवाने निकला है। 26 जनवरी को अपने गांव से ये कलयुग का श्रवण कुमार निकल पड़ा। इस कड़कड़ाती ठंड में मां गर्म कपड़े पहने कंबल लिए बुग्गी में पीछे बैठी है। और सुदेशपाल अपने कंधों के सहारे बुग्गी को खींच रहा है। रास्ते में जो भीसुदेशपाल को देखता इनकी वीडियो बनाता उनके साथ फोटा खींचता। अपनी मां के लिए उसका ये प्यार लोगों को खुब भी रहा है। सुदेशपाल पहले भी अपनी मां को इसी तरह शुकतीर्थ की यात्रा करा चुका है। जब उनसे इस अद्भुत प्रण के बारे में पुछा गया तब उन्होंने बताया कि उनके दोनों पैर खराब हो गए थे। चिकित्सकों ने पैरों का इलाज करने से मना कर दिया था। पर उनकी मां के आशीर्वाद के कारण पैर ठीक हो गए। इस पर उन्होंने मां को प्रयागराज महाकुंभ स्नान कराने की सोची। और चल पड़े पैदल प्रयागराज। 

इस व्यक्ति का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ लोग तरह तरह के कमेंट करने लगे।

1- आज के टाईम में ऐसे सरवन कुमार कम ही बचे हैं बहुत बहुत बधाई इस मां को
2- वाह वाह बहुत सुंदर है आज कोई बिरले ही मिलते हैं ऐसे लोग जिन्हें सुपुत्र कहा जाता है।
3- वर्तमान समय में जब इंसान स्वार्थी हो चुका है तब ऐसे इंसान बहुत कम बचे हैं, इस आधुनिक श्रवण कुमार को कोटि-कोटि नमन
4- बहुत खूबसूरत सौभाग्य है मां का जिसने ऐसा लाल जया
5- बहुत शानदार आज के युग में सुखद अनुभव कराने वाली तस्वीर

इस कलयुग में जहां कई व्यस्तता के कारण लोग अपने मां-बाप से मिलने तक का वक्त नहीं निकाल पाते, जहां कुछ ऐसे कलयुगी बच्चे है जो अपने मा-बाप को घर से निकाल देते है, वृद्ध आश्रम भेज देते है। वहीं ये तस्वीर ये बताने को काफी है कि आज भी सुदेशपाल जैसे बच्चे है जो अपनी मां के श्रवण कुमार है। 
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