Maha Kumbh: कैसी होती है श्रद्धालुओं की गिनती? अब तक कितने लोगों ने लगाई डुबकी?

144 साल बाद ये जो संयोग बना है उससे ये महाकुंभ काफी भव्य और दिव्य हो गया है। और सायद इसलिए कई मायनों में ये रिकॉर्ड दर्ज कर रहा है। महाकुंभ में अबतक 15 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगा चुके है। वहीं पहले दिन 1 करोड़ 65 लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई है। बता दें कि 13 जनवरी से प्रयागराज महाकुंभ की शुरुआत हुई थी। पहले दिन पौष पूर्णिमा थी और मेले में श्रद्धालुओं का हुजुम उमड़ पड़ा था। 14 जनवरी को मकर संक्रांति थी, यानी पहला अमृत स्नान। और इस स्नान के लिए 13 जनवरी की रात से हर रास्ते पर श्रद्धालुओं की भीड़ दिख रही थी। सुबह लगभग 11 बजे खुद सीएम योगी ने अपने एक्स अकाउंट से पोस्ट करके बताया गया कि अब तक 1 करोड़ 38 लाख लोगों ने स्नान कर लिया है। शाम साढ़े 5 बजे सीएम योगी के अकाउंट से कुंभ से जुड़ा एक और पोस्ट आया जिसमें लिखा गया कि आज साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं और संतों ने कुंभ में स्नान किया।
योगी के एक्स एकाउंट से जारी किया गया श्रद्धालुओं का आंकड़ा हर किसी ने ऑफिशियल माना। 23 जनवरी को कुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 10 करोड़ पहुंच गई। हर दिन 10 लाख कल्पवासियों को भी जोड़ा जा रहा है। ऐसे में ये जानने की उत्सुक्ता होती है कि आखिर श्रद्धालुओं की गिनती कैसे की जाती है। तो चलिए बताते है आपको ये राज
कैसे होती है श्रद्धालुओं की गिनती?
2025 का कुंभ हाईटेक हो गया है क्योंकि इसमें दिव्य-भव्य के साथ डिजिटल शब्द भी जुड़ गया है। और इससे ही लोगों की गिनती की जा रही है। डिजिटल कैमरों के जरिए गिनती करना आसान हो गया है। UP सरकार ने इस साल पूरे शहर में 2700 कैमरे लगाए हैं। इनमें 1800 कैमरे मेला क्षेत्र में लगे हैं। जिनमें 1100 परमानेंट और बाकी के 700 टेंपरेरी कैमरे हैं।
270 से ज्यादा कैमरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI से लैस हैं। इन कैमरों की रेंज में जैसे ही कोई व्यक्ति आता है, उसकी गिनती हो जाती है। ये स्टेशन, मेला क्षेत्र के एंट्री पॉइंट, संगम एरिया और अखाड़ों के साइड में लगाए गए हैं। AI बेस्ड कैमरे मिनट दर मिनट आंकड़े अपडेट करते हैं। और इन्ही थर्ड आई की मदद से श्रद्धालुओं की गिनती करना आसान हो गई है।
कुंभ मेले के SSP ने कहा कि इन कैमरों से भीड़ का घनत्व और भीड़ के मूवमेंट के बारे में पता चलता है। अगर भीड़ गलत दिशा में जा रही हो तो उसकी भी जानकारी मिल जाती है। वहीं IPS अमित कुमार इन कैमरों की निगरानी कर रहें है। उन्होंने बताया कि पहली बार AI के जरिए गिनती कर रहे। यह एक इमर्जिंग टेक्नोलॉजी है, पहली बार इतने बड़े स्तर पर इसका प्रयोग हो रहा है। करीब सवा 2 सौ AI कैमरे लगे हैं। जो भी इसकी रेंज में आता है, उसकी गिनती होती है। हालांकि, कोई भी तरीका किसी भी जगह 100% एरर फ्री नहीं होता।
अबतक कितने लोगों ने लगाई डुबकी?
मौनी अमावस्या के दिन शाम तक 5.71 करोड़ से अधिक लोग त्रिवेणी के पानी में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं, जबकि 28 जनवरी तक कुल 19.94 करोड़ से अधिक लोग पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। ये आंकड़ा उत्तर प्रदेश सूचना विभाग की ओर से जारी किया गया है।