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जम्मू-कश्मीर में भारतीय आर्मी कैप्टेन शहीद, 4 आतंकी भी हुए ढेर, रक्षा मंत्री ने NSA-आर्मी चीफ के साथ बैठाई हाईलेवल मीटिंग

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एक बड़ी मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना के एक कैप्टेन शहीद हो गए, जबकि इस मुठभेड़ में चार आतंकियों को भी मार गिराया गया। यह मुठभेड़ तब शुरू हुई जब सुरक्षा बलों को डोडा के एक इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिली।घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई।
जम्मू-कश्मीर में भारतीय आर्मी कैप्टेन शहीद, 4 आतंकी भी हुए ढेर, रक्षा मंत्री  ने NSA-आर्मी चीफ के साथ बैठाई हाईलेवल मीटिंग

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एक बड़ी मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना के एक कैप्टेन शहीद हो गए, जबकि इस मुठभेड़ में चार आतंकियों को भी मार गिराया गया। यह मुठभेड़ तब शुरू हुई जब सुरक्षा बलों को डोडा के एक इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिली। सुरक्षा बलों ने तुरंत इलाके की घेराबंदी की और आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाया। मुठभेड़ के दौरान कैप्टेन ने अपनी जान की परवाह किए बिना आतंकियों का बहादुरी से सामना किया और देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

इस मुठभेड़ के बाद इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कहीं और भी आतंकी छिपे न हों। मुठभेड़ के दौरान मारे गए चार आतंकियों के पास से अत्याधुनिक हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया, जो संकेत देते हैं कि ये आतंकी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई से एक बड़ी आतंकी साजिश नाकाम हो गई है।

कैप्टेन की शहादत की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कैप्टेन के बलिदान को नमन किया। उन्होंने कहा कि देश उनके इस वीरता को हमेशा याद रखेगा और उनके परिवार के साथ खड़ा रहेगा। रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ यह लड़ाई और भी सख्ती से लड़ी जाएगी और शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा।

सेना द्वारा ने बताया गया है कि शहीद कैप्टन दीपक जारी अपनी टीम को लीड कर रहे थे और बुधवार की सुबह गोली लगने के बाद भी वे बिना किसी डर के अपनी टीम को निर्देश दे रहे थे। उन्हें आनन - फानन में घटना स्थल से अस्पताल के जाया गया लेकिन अफ़सोस वो देश की रक्षा कर शहीद हो गए, उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। लेकिन अभी भी एनकाउंटर अभी भी जारी है। आतंकी असर क्षेत्र में एक नदी के पास छिपकर लगातार फायरिंग कर रहे हैं।

घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर की मौजूदा सुरक्षा स्थिति पर गहन चर्चा की गई और भविष्य की रणनीतियों पर विचार किया गया। बैठक में आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और सुरक्षा बलों की सतर्कता को और बढ़ाने पर जोर दिया गया।

सुरक्षा बलों ने इस घटना के बाद पूरे डोडा और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। सेना, CRPF, और स्थानीय पुलिस मिलकर तलाशी अभियान चला रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि क्षेत्र पूरी तरह से सुरक्षित है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान जारी है और देश के हर कोने से सेना के इस साहसिक कदम की सराहना की जा रही है।

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