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दिल्ली में ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद 6 और बांग्लादेशी गिरफ्तार, किन्नर बनकर मांगते थे भीख

दिल्ली पुलिस अवैध बांग्लादेशियों पर तेजी से एक्शन ले रही है उत्तर पश्चिम जिला पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 6 बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है यह बांग्लादेशी किन्नर बनकर सड़कों पर भीख मांगते थे. और एक एप के जरिए अपने परिवार से बांग्लादेश में संपर्क करते थे. जिसका खुलासा दिल्ली पुलिस ने सबूतों के साथ किया है
दिल्ली में ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद 6 और बांग्लादेशी गिरफ्तार, किन्नर बनकर मांगते थे भीख
दिल्ली में रेखा गुप्ता के सत्ता संभालते ही ताबड़तोड़ एक्शन शुरू हो गया है।ना सिर्फ़ सभी विभागों को खंगाला जा रहा है। बल्कि बांग्लादेशियों को तेज़ी से खदेड़ा भी जा रहा है। दिल्ली के अलग अलग इलाक़ों में तेज़ी से छापेमारी चल रही है। बकायदा इसके लिए दिल्ली के झुग्गी झोपड़ियों से लेकर कॉलोनियों तक में ऑपरेशन चलाया जा रहा है पहले खोजो। फिर पकड़ो। और इस बार सिर्फ आधार कार्ड नहीं मांगे जा रहे ।बल्कि इस बार फेसबुक-इंटाग्राम-ट्वीटर से लेकर कॉल लॉग तक चैक हो रही है। इतना ही नहीं बैंक अकाउंट की डिटेल भी खंगाली जा रही है। इस बार दिल्ली पुलिस की तैयारी मुकम्मल है। और उसी तैयारी के साथ तेजी से खोजबीन हो रही है। अब चेतावनी सीधा है अगर दिल्ली में बांग्लादेशी मिलेगा सीधे ढाका ही पहुंचेगा।  इसी मिशन के तहत

उत्तर पश्चिम जिला पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह बांग्लादेशी किन्नर बनकर सड़कों पर भीख मांगते थे। गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद ज़रिया माइना खान, सुहाना खाना, अखी सरकार, मोहम्मद बोइजेन खान पाखी, मोहम्मद राणा और जानी हुसैन उर्फ जिमी है। पकड़े आरोपी बांग्लादेश के बरगुना, गाजीपुर और नौगांव के रहने वाले हैं। पूछताछ करने पर पता चला है कि आरोपी एजेंट के जरिए से भारत में अवैध तरीके से दाखिल हुए थे।पकड़े गए बांग्लादेशी अवैध तरीके से जहांगीरपुरी इलाके में रह रहे थे।


बांग्लादेशियों की गिरफ्तारी के साथ साथ ये भी खुलासा हो रहा है कि आरोपी किन्नर बनकर ट्रैफिक सिग्नल पर भीख मांगते थे। जांच में पता चला कि आरोपियों के मोबाइल में एक प्रतिबंधित एप डाउनलोड था इस एप के जरिए वो बांग्लादेश में अपने स्वजन से बात करते थे। ताकी किसी को शक भी ना हो। और उनका कारनामा पकड़ा भी ना जा सके। फिलहाल आरोपियों को निर्वासन की कार्रवाई के लिए FRRO को सौंप दिया गया है। जल्द ही वापस बांग्लादेश भेजा जाएगा। वहीं इस मामले पर मंत्री अशीष सूद का कहना है कि ।"छह अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की गिरफ्तारी के मामले को स्वत: संज्ञान लिया गया है। इस मामले में दिल्ली पुलिस को कठोर कार्रवाई के लिए कहा गया है। दिल्ली में एक भी अवैध घुसपैठियों को रहने नहीं दिया जाएगा। दिल्ली सरकार शीघ्र ही लामपुर स्थित डिटेंशन सेंटर को अपने कब्जे में लेगी। पुलिस के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से सभी अवैध घुसपैठियों को पनाह देने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करेंगे"

खैर ये पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले अलग अलग इलाकों से और भी बांग्लादेशियों को पकड़ा जा चुका है। दरअसल दिल्ली को बांग्लादेशियों से मुक्त कराने का तेजी से अभियान चल रहा है। क्योंकि बीजेपी के चुनावी खाके में सबसे पहला मुद्दा अगर कोई था तो वो बांग्लादेशियों को खदेड़ने। और दिल्ली को अपराध मुक्त करवे का ही था। जिसपर सत्ता में आते ही रेखा गुप्ता ने सबसे पहले एक्शन लिया। ताबड़तोड़ तरीके से कार्रवाई की। खैर सिर्फ रेखा गुप्ता ही नहीं। बल्कि केंद्र सरकार भी बांग्लादेशियों की धरपकड़ के लिए बेहद सख्त है। खुद गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में खड़े होकर बांग्लादेशियों पर सख्त एक्शन की बात कही थी। चलिए जाते जाते अमित शाह का संसद में बांग्लादेशियों पर दिया बयान और विरोधियों की पोल खोलते बयान सुनवाते है। जिसमें अमित शाह ने खुलासा किया था कैसे बांग्लादेशियों को शरण देकर कुछ पार्टियों के जरिए पनाह दी जा रही है।फर्जी दस्तावेज बनवाए जा रहे हैं। 



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