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उत्तराखंड में मदरसों की फ़ंडिंग की होगी जांच, सत्यापन के लिए एक्शन में जुटी पुलिस

उत्तराखंड में अवैध मदरसों की पहचान के लिए पुलिस के स्तर पर विशेष अभियान चलाया जाएगा. मदरसों को फंडिंग कहां से आ रही है, इसकी भी पड़ताल की जाएगी। सीएम धामी के निर्देश के बाद पुलिस मुख्यालय के स्तर से थानों को इस संबंध में पत्र भेजा गया है। थानास्तर पर मदरसे की जानकारी जुटाई जाएगी।
उत्तराखंड में मदरसों की फ़ंडिंग की होगी जांच, सत्यापन के लिए एक्शन में जुटी पुलिस
असम से लेकर बिहार। यूपी से लेकर उत्तराखंड तक अवैध मदरसों के ख़िलाफ़ ताबड़तोड़ तरीक़े से एक्शन लिया जा रहा है।मदरसों की आड़ में काम ग़लत कामों के कारोबारियों को सबक़ सिखाया जा रहा है। इसी कड़ी में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी अवैध मदरसों के खिलाफ नज़र टेढ़ी कर ली है। जिसके तहत पुलिस को ऐसे निर्देश दिए हैं।अवैध मदरसों से कारोबार में कारोबार चलाने वालों में हड़कंप मच गया है। क्योंकि सीएम के दिशानिर्देश पर पुलिस अवैध मदरसों को लेकर ऐक्शन प्लान तैयार किया है। जिसके तहत  

अवैध रुप से चल रहे मदरसों में कहीं पढ़ाई करने वाले छात्रों को बहकाया तो नहीं जा रहा है ?इसकी जाँच की जाएगी।अवैध मदरसों को फ़ंडिंग आख़िर कहां से आ रही है ये पता लगाया जाएगा ?


इन तमाम बिंदुओं पर अब पुलिस की ओर से जांच की जाएगी। पिछले दिनों सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ख़ुद मोर्चा सँभालते हुए अवैध रूप से चल रहे मदरसों की जाँच कराने का आदेश दिया था। इसके लिए पुलिस मुख्यालय को निर्देश जारी किए गए जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने प्रदेश के सभी ज़िला इकाइयों को दिशा निर्देश जारी किया। कैसे किसको काम करना है। कैसे जाँच पड़ताल शुरू करनी है। सारी बातें बारिकि से समझाई गई। सभी मदरसों का सत्यापन कराया जाना है। इस काम को भी कई चरणों में बाँटा गया है। दरअसल

पहले चरण में क्या होगा ?


मदरसों के वेरिफ़िकेशन अभियान के पहले चरण में जिला पुलिस की स्थानीय खुफिया इकाइयां मदरसों की पहचान करेगी। स्थानीय खुफिया इकाई मदरसों की वित्त पोषण का पता लगाने के लिए इनपुट एकत्र करेगी। प्रत्येक जिला स्तर पर एक महीने के अंदर एक सूची तैयार की जाएगी।
अल्पसंख्यक मामलों के विभाग की ओर से आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस मुख्यालय के साथ लिस्ट साझा की जाएगी।

सख़्ती से साथ अवैध मदरसों के ख़िलाफ़ धामी सरकार कदम उठा रही है। क्योंकि बीते दिनों से तमाम राज्यों में मदरसों के अंदर पकड़ी गई गतिविधियों ने सबको हिलाकर रख दिया। कहीं नक़ली नोटों की छपाई चल रही थी। तो कहीं विदेशी फ़ंडिंग का खेल चल रहा था। इसी बात को लेकर धामी सरकार अलर्ट मोड़ में आ गई है। एक एक मदरसे को खंगालने का काम शुरू कर दिया है।

उत्तराखंड राज्य मदरसा बोर्ड के मुताबिक

उत्तराखंड में क़रीब 415 पंजीकृत मदरसे हैं। 415 मदरसों में क़रीब 50,000 छात्र पढ़ते हैं। सिर्फ उधमसिंह नगर में 129 अवैध मदरसे बताए जा रहे हैं ।

एक एक कर सभी ज़िलों में अवैध मदरसों का डेटा बाहर आएगा। और फिर इन अवैध मदरसों को बारिकी से खंगाला जाएगा..पता लगाया जाएगा कहां से कौन कैसे फ़ंडिंग कर रहा है। वहीं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक छपी अँशुमान का कहना है कि  "सरकार के निर्देशों के अनुसार हम इस मामले में उचित कदम उठा रहे हैं इस संबंध में जिला पुलिस इकाइयों से बातचीत की गई है उन्हें जिला स्तर पर अवैध संस्थानों के बार में जानकारी जुटाने को कहा गया है"

यानी की किसी भी मदरसे में ज़रा भी ख़ामी पाई जाएगी।तो उसकी शामत आ जाएगी। क्योंकि अवैध मदरसों को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी जरा भी ढील बरतने के मूड में नहीं है।
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