कौन हैं जगदीप सिंह जिनकी एक दिन की सैलरी 48 करोड़, भारत से है गहरा रिश्ता !
भारतीय मूल के जगदीप सिंह इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं इसकी वजह है उनकी मोटी सैलरी. जो एलन मस्क और सुंदर पिचाई जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ रहे हैं.
दुनिया के हर कोने में भारतीय मूल के लोगों का जलवा है। वर्ल्ड के सबसे ताकतवर देश अमेरिका की कैबिनेट में भी भारतीयों की धमक रही।बिजनेस से लेकर राजनीति तक, टेक से लेकर एग्रीकल्चर तक हर क्षेत्र में भारतीयों की अहम भागीदारी है। इसी कड़ी में एक और नाम जुड़ गया जो है जगदीप सिंह का। जगदीप इन दिनों अपनी सैलरी को लेकर सुर्खियों में हैं जिनकी सैलरी जानकर आपका सिर घूम जाएगा। जो सैलरी के मामले में एलन मस्क, सत्य नडेला और सुंदर पिचाई जैसे टॉप उद्यमियों को भी पीछे छोड़ते हैं।
जगदीप सिंह एक दिन में 48 करोड़ कमाते हैं जी हां एक दिन में 48 करोड़। जबकि सालाना सैलरी की बात करें तो 17,500 करोड़ रुपए है. लेकिन जगदीप सिंह हैं कौन औऱ क्या करते हैं जो कमाई में एलन मस्क को भी मात दे रहे हैं।
जगदीप सिंह ने 2010 कैलिफोर्निया में क्वांटमस्केप नाम की कंपनी की स्थापना की ।
क्वांटमस्केप इलेक्ट्रिक व्हिकल के लिए सॉलिड स्टेट बैटरी बनाती है।
ये बैटरी कम समय में गाड़ियों को चार्ज करने की क्षमता बढ़ाती है।
इनोवेशन के क्षेत्र में क्वांटमस्केप ने वैश्विक स्तर पर पहचान बनाई ।
कंपनी में निवेश करने वालों में फॉक्सवैगन और बिल गेट्स भी शामिल हैं ।
जगदीप सिंह का जन्म दिल्ली में हुआ था। उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से बी टेक और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से एमबीए करने वाले जगदीप सिंह ने क्वांटमस्केप को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया। उनकी सैलरी गूगल के CEO सुंदर पिचाई से करीब 10 गुना ज्यादा है। लेकिन जगदीप सिंह की सैलरी में तेजी से इजाफा साल 2020 में हुआ जब क्वांटमस्केप अमेरिकी शेयर बाजार में लिस्ट की गई। निवेशकों ने बढ़ चढ़कर इसमें इन्वेस्ट किया और कंपनी ने पूरी दुनिया में भरोसा हासिल किया। इसी के साथ CEO जगदीप सिंह की सैलरी में शामिल 2.3 बिलियन डॉलर के शेयर की कीमतें भी बढ़ गई और सालाना आय 17,500 करोड़ तक पहुंच गई।
हालांकि जगदीप सिंह ने क्वांटमस्केप से इस्तीफा दे दिया है अब इसकी कमान भारतीय मूल के ही शिव शिवराम संभाल रहे हैं। जगदीप सिंह स्टील्थ स्टार्टअप नाम की कंपनी के CEO हैं ।
दुनिया की टॉप कंपनियों में भारतीय लोग ना केवल शामिल हैं बल्कि उनकी तरक्की में इन्होंने अहम भूमिका भी निभाई है।
टॉप टेक कंपनी गूगल के CEO सुंदर पिचाई ।
सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नडेला।
वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म YOUTUBE के CEO नील मोहन ।
वर्ल्ड बैंक के अजय बंगा जो मास्टरकार्ड के CEO रह चुके।
ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनी IBM के CEO अऱविंद कृष्णा।
साइबर सिक्योरिटी कंपनी Palo Alto के CEO निकेश अरोड़ा।
अमेरिकी चिप मेकिंग कंपनी माइक्रॉन के CEO संजय मल्होत्रा ।
ग्लोबल डेटा स्टोरेज कंपनी नेटऐप के CEO जार्ज कुरियन।
ये संख्या बताती है कि वैश्विक स्तर पर भारतीयों की भूमिका लगातार बढ़ रही है। जो भविष्य की तकनीकों पर काम करने में बेहद अहम किरदार निभा रहे हैं।