हिंदुओं को हिंसक बताने के बाद राहुल ने कहा राम मंदिर आंदोलन को हमने अयोध्या में हराया
गौर फ़रमाइए, राहुल की बात पर, अयोध्या में हमने राम मंदिर आंदोलन को हरा दिया। आडवाणी के रथ यात्रा तो हरा दिया, मतलब हिंदुओं की आस्था को हरा दिया, हिंदुत्व को हरा दिया, सोचिए जो व्यक्ति हिंदूओं को पहले हिंसक बता दे।फिर मंदिर आंदोलन पर ज़हर उगले उसकी मानसिकता क्या होगी ? इसीलिए राहुल गांधी के इस बयान पर कुछ ने कमेंट किए, जैसे
मनीष कुमार राय ने लिखा - इसे कोई तो बताए मंदिर तो कब का बन चुका है। आंदोलन तो कब का पूरा हो चुका है। तो इसने हराया किसको?
अभि कुमार सिंह ने लिखा- उनके इस हिंदू विरोधी बयान से हिंदुओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि बहुत सारे हिंदुओं को आरक्षण और सिर्फ अपने जाति से ही प्यारा हैं।
रजत सिंह ने लिखा- यह तो पूरा का पूरा हिंदू विरोधी है इसे भारत में अब एक भी सीट नहीं मिलेगी और यूपी में तो ऐसे एक भी नहीं मिलेगी ।
लोगों ने राहुल गांधी के इस बयान पर उन्हें जमकर सुनाया और कांग्रेस की क्लास लगा दी, लेकिन यहाँ पर कुछ सवाल जरुर उठते हैं।
- क्या राहुल गांधी हिंदुओं के ख़िलाफ़ एजेंडा सेट कर रहें हैं ?
- क्या हिंदू हिंसक होता तो राहुल गांधी ये बयान दे पाते ?
- क्या कांग्रेस को राम मंदिर, हिंदू और भगवा से नफ़रत है ?
ये सब सवाल इसलिए क्योंकि ये कोई पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस और उसके नेताओं की तरफ़ से ऐसा बयान आया हो। समय समय पर उसके नेता ऐसे ज़हर उगलते रहतें है, कांग्रेस कभी प्रभु श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाती है, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाती, भगवा आतंक का नैरेटिव सेट करती है। हिंदू तो हिंसक बताते है, और मंदिर आंदोलन पर ज़हर उगलते हैं ।ऐसे में जिन्होंने फ़ैज़ाबाद में बड़ी उम्मीद के साथ इंडिया गठबंधन को जीत दिलाई।