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'ऑपरेशन टाइगर' के बाद संसद में उद्धव ठाकरे का 50 फीसदी घट जाएगा कद !

एक बार फिर से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल की खबरें निकलकर सामने आ रही है। ये खबर अपने राजनीति करियर में सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहे शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे की चिंता को बढ़ाने वाला है।
'ऑपरेशन टाइगर' के बाद संसद में उद्धव ठाकरे का 50 फीसदी घट जाएगा कद !
देश की सियासी माहौल में अगर महाराष्ट्र की राजनीति में नजर डालें तो इस राज्य में सियासी सरगर्मी हमेशा बनी रहती है, भले ही कोई चुनाव हो या न हो। ऐस में एक बार फिर से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल की खबरें निकलकर सामने आ रही है। ये खबर अपने राजनीति करियर में सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहे शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे की चिंता को बढ़ाने वाला है। बताया जा रहा कि शिवसेना यूबीटी गुट के छह सांसद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे के संपर्क में है। महाराष्ट्र के राजनितक सूत्रों की माने तो शिंदे ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ 'ऑपरेशन टाइगर' चलाया है। जिसमें उन्हें लगभग सफलता मिल भी गई है। ये खबर अगर स्पष्ट होती है तो संसद में उद्दाव ठाकरे की पार्टी का लगभग 50 प्रतिशत कम हो जाएगा।  


क्या है 'ऑपरेशन टाइगर' ?

दरअसल, लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने महाराष्ट्र में अच्छा प्रदर्शन किया था। इसमें से उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी के 9 नेता सांसद का चुनाव जीते थे। इस बीच अब इस बात की पूरी उम्मीद है कि शिंदे  9 में से 6 सांसद अपनी शिवसेना में शामिल करा सकते हैं। शिंदे की यह क़वायद तेज चल रही है और इस बात का पूरा प्रयास किया जा रहा है कि इस 'ऑपरेशन टाइगर' के काम को आगामी संसद सत्र से पहले पूरा कर लिया जाए। इसके पूरा करने के लिए परदे के पीछे काफ़ी समय से बैठकें चल रही हैं। शिंदे के इस प्रयास को बीजेपी का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। इसलिए उद्धव हट के छह सांसद शिंदे के साथ जाने को लगभग तैयार है। 


संसद में कितने रह जाएंगे उद्धव के सांसद 

दरअसल, बीते लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की पार्टी इंडिया गठबंधन में शामिल होकर चुनावी मैदान में ताल ठोकते हुए एनडीए को चुनौती दी थी, जब चुनाव के परिणाम सामने आया तो उद्दाव ठाकरे के 9 नेताओं से इस चुनाव में जीत हासिल की थी, जबकि एनडीए में शामिल एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 7 सीटों पर चुनाव जीता था। ऐसे में अगर उद्धव के छह सांसद शिंदे के साथ गए थे लोकसभा में शिंदे गुट के टोटल 13 सांसद हो जाएंगे जबकि उद्धव ठाकरे के सदन में कुल तीन सांसद ही बचेंगे। इस तरह शिंदे गुट महाराष्ट्र से लेकर देश की संसद तक और भी मज़बूत हो जाएगा। 


दल-बदल विरोधी कानून से कैसे बचेंगे?

सूत्र की माने तो उद्धव का साथ छोड़ने वाले 6 सांसद दल-बदल विरोधी कानून से बचने के लिए एक साथ पार्टी छोड़ने के लिए राजी हो गए है। इस क़ानून की बात करे तो अगर दो तिहाई से कम सांसद पार्टी छोड़ते है तो उन पर एक्शन लिया जा सकता है। इसलिए उद्धव ठाकरे की पार्टी के 9 सांसद थे, उसके दो तिहाई सांसदों को तोड़ लिया जाए तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। इसलिए शिंदे एक साथ छह सांसदों को अपनी पार्टी में शामिल कराएंगे। 


गौरतलब लोकसभा चुनाव 2024 में इंडिया गठबंधन में अगर महाराष्ट्र में देखा जाए तो सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस ने जीती थीं, कांग्रेस को 13 जबकि दूसरे नंबर पर बीजेपी और उद्धव की शिवेसना रही, इन दोनों दलों ने 9-9 सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके बाद शरद पवार की पार्टी ने 8 और शिवसेना को 7 और अजीत पवार की एनसीपी को एक और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने चुनाव जीता था। 
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