Tik Tok के बाद Telegram, भारत में जल्द होगा बैन PM Modi का अहम फैसला
पावेल ड्यूरोव की गिरफ्तारी तब हुई जब वो अपने प्राइवेट जेट से फ्रांस पहुंचे। फ्रांसीसी पुलिस की तरफ से पेरिस में ड्यूरोव को गिरफ्तार किए जाने के बाद फ्रांसीसी न्यायपालिका ने उनकी प्रारंभिक अवधि को बढ़ा दिया। अब पुलिस के पास 96 घंटे हैं, और इस दौरान पुलिस उनसे पूछताछ कर सकती है। 39 साल के ड्यूरोव के पास फ्रांस और रूस दोनों की नागरिकता है। शनिवार को अजरबैजान से फ्रांस के पेरिस के ले बॉर्गेट एयरपोर्ट पहुंचे ड्यूरोव को पुलिस ने वहीं से हिरासत में लिया था। अगर ड्यूरोव पर लगे आरोप कोर्ट में सिद्ध हो जाते हैं तो उन्हें 20 साल तक की सजा हो सकती है।
क्या है आरोप?
टेलीग्राम के सीईओ पावेल ड्यूरोव पर आरोप है कि उनके प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल गैर-कानूनी कामों में भी होता है। टेलीग्राम के जरिए ड्रग ट्रैफिकिंग और बाल यौन शोषण की तस्वीरों को इधर-उधर बेचा जा रहा है।मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम ने सोमवार को कहा कि सीईओ पावेल ड्यूरोव, जिन्हें फ्रांस में गिरफ्तार किया गया है, उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। यह दावा करना बेतुका है कि कोई प्लेटफॉर्म का मालिक उसके दुरुपयोग के लिए जिम्मेदार है। कंपनी ने आगे कहा, "टेलीग्राम, यूरोपीय संघ के नियमों का पालन करती है और Digital Services Act का भी। इसका मॉडरेशन इंडस्ट्री मानकों के अनुरूप किया जाता है और हम इसमें लगातार सुधार कर रहे हैं।"
Telegram को भारत सरकार करेगी बैन?
पावेल ड्यूरोव की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने के बाद भारत भी इस मामले पर गंभीर नजर आ रहा है। IT मंत्रालय ने गृह मंत्रालय से जानकारी मांगी है कि क्या भारत में भी किसी नियम का उल्लंघन किया गया है। खैर, अब जो सबसे बड़ा सवाल है वो यह है कि क्या कोई शिकायत है? क्या भारत में भी ऐसी ही स्थिति है? अगर नहीं, तो स्थिति क्या है? और क्या इस पर कार्रवाई की जरूरत है? अगर इन सारे सवालों का जवाब मिलता है और टेलीग्राम पर लगे आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो यह कहना गलत नहीं होगा कि टिक-टॉक, शीन, या अन्य चीनी ऐप की तरह टेलीग्राम भी भारत में बैन हो जाएगा।