Akhilesh ने Awadhesh Prasad को बता दिया Ayodhya का राजा, क्या भूल गये Yogi की बात ?
इस बार के लोकसभा चुनाव में सपाई मुखिया अखिलेश यादव कांग्रेस के दम पर पांच सीटों से 37 सीटों पर क्या पहुंच गये जैसे मानो पूरा यूपी जीत लिया हो,उसमें भी फैजाबाद सीट जीत कर तो मानो इस कदर घमंड में चूर हो गये हैं कि, उन्हें यही नहीं पता कि अयोध्या के राजा सिर्फ और सिर्फ एक ही हैं और वो हैं हमारे आराध्या मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम।लेकिन टीपू कहे जाने वाले अखिलेश यादव ने तो फैजाबाद सीट जीतने की खुमारी में अयोध्या का राजा ही बदल दिया,अब उनके लिए अयोध्या के राजा भगवान राम नहीं, अवधेश प्रसाद हो गये हैं।
दरअसल सैकड़ों साल के इंतजार के बाद अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन कर तैयार हुआ। वो भी मोदी और योगी राज में जिसके बाद से ये कहा जाने लगा कि फैजाबाद ही नहीं।पूरे यूपी में बीजेपी इस बार ज्यादा से ज्यादा सीटें जीत कर इतिहास रचेगी। लेकिन जब चुनावी नतीजे आए तो पूरी बीजेपी जहां 33 सीटों पर सिमट गई, तो वहीं जिस अयोध्या में मोदी योगी ने राम मंदिर बनवाया था। वो अयोध्या सीट भी बीजेपी हार गई, यहां से लगातार दो बार के बीजेपी सांसद लल्लू सिंह को सपाई नेता अवधेश प्रसाद ने पचास हजार से भी ज्यादा वोटों से हरा दिया। बस इसी जीत के बाद सपाई मुखिया अखिलेश यादव इस कदर खुश हैं कि कभी अवधेश प्रसाद को सोनिया गांधी से मिलाने लगते हैं।तो कभी संसद में अपने पास बैठा देते हैं, यहां तक तो ठीक था लेकिन अयोध्या जीत की खुमारी में डूबे अखिलेश यादव ने इस बार तो हद ही पार करते हुए सपा सांसद अवधेश प्रसाद को अयोध्या का राजा बता दिया।
ये बात तो पूरी दुनिया जानती है कि अयोध्या के राजा भगवान राम हैं।लेकिन फैजाबाद सीट जीतने के बाद अखिलेश यादव के लिए अयोध्या के राजा अवधेश प्रसाद हो गये हैं। इसीलिये उन्होंने भगवान राम का अपमान करते हुए अवधेश प्रसाद को ही अयोध्या का राजा बता दिया। जिस पर अब खूब बवाल मचा हुआ है।
बीजेपी प्रवक्ता अजय आलोक ने अखिलेश यादव को मुंहतोड़ जवाब देते हुए लिखा- अयोध्या के राजा सिर्फ प्रभु राम हैं टीपू , प्रभु राम का अपमान करने की हिमाकत मत करना फिर, एक चुनाव जीत कर प्रभु राम की जगह लोगे ?
पूर्व सपा नेता रोली तिवारी ने भी सपा को लताड़ते हुए लिखा-माफी अखिलेश यादव भैया, अयोध्या के राजा सिर्फ प्रभु श्रीराम हैं और प्रभु राम जी ही रहेंगे, अवधेश पासी मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र फैजाबाद से सांसद हैं, बस इससे ज्यादा कुछ नहीं, और ऐसे न जाने कितने सांसद आएंगे और जाएंगे पर प्रभु श्रीराम का अस्तित्व मिटा नहीं पाएंगे।
बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने लिखा-अयोध्या के राजा केवल प्रभु श्रीराम हैं, अखिलेश यादव का घमंड और हिंदू विरोधी चेहरा लोगों के सामने लाना जरूरी है।
पत्रकार सुधीर मिश्रा ने लिखा- सपाई कह रहे हैं अयोध्या राम से नहीं अवधेश प्रसाद से जानी जाएगी “राम का अस्तित्व नहीं है” बाबरी समर्थक मुस्लिमों को खुश करने के लिये यह घटिया बयानबाजी हो रही है? अयोध्या के “राजा राम जी” हैं, थे और रहेंगे, अयोध्या अवधेश से नहीं श्री राम से जानी जाएगी।
बीजेपी विधायक राजेश्वर सिंह ने लिखा- अयोध्या के राजा केवल प्रभु श्रीराम हैं! क्या करोड़ों हिन्दुओं के आराध्य रघुकुलनंदन प्रभु श्रीराम की तुलना सांसद से करना उचित है, क्या ये मर्यादित है? इतिहास गवाह है, अयोध्या, प्रभु राम और सनातन धर्म का अपमान मुगलों ने किया, अंग्रेजों ने किया और अब आप भी, ये अनादर है, अनुचित है, अपमानजनक है, अहंकार का प्रदर्शन है।
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने भी अवधेश प्रसाद को अयोध्या का राजा बताने वाले अखिलेश यादव को मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा-अहंकार रावण को भी था लेकिन उसने कभी खुद को अयोध्या का राजा नहीं कहा था।
फैजाबाद सीट जीतने के जश्न में अवधेश प्रसाद को अयोध्या का राजा बताने की भारी गलती करने वाले अखिलेश यादव को कम से कम एक बार यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ को भी सुन लेना चाहिए। जिन्होंने भरी विधानसभा में ललकारते हुए कहा था कि हमारे तो एक ही राजा हैं और वो भगवान श्रीराम हैं।
जिस वक्त योगी ने विधानसभा में ये बात कही थी, उस वक्त अखिलेश यादव भी इसी विधानसभा में बैठा करते थे। लेकिन इसके बावजूद उन्हें लगता है योगी की ये बात याद नहीं रही और पहली बार अयोध्या से लोकसभा चुनाव जीतने वाले सपा नेता अवधेश प्रसाद को ही अयोध्या का राजा बता दिया। जो बता रहा है अयोध्या सीट जीतने के बाद समाजवादी पार्टी किस कदर घमंड में चूर है। अरे चुनाव में जीत हार तो लगी रहती है। साल 2014 और 2019 के चुनाव में लगातार बीजेपी फैजाबाद सीट पर जीत हासिल करती रही और इस बार जनता नाराज हुई तो बीजेपी को हरा कर सपा को जिता दिया। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि बीजेपी से नफरत करते करते आप भगवान राम पर ही सवाल उठा दें और पहली बार अयोध्या से सांसद बने सपाई अवधेश प्रसाद को ही अयोध्या का राजा बता दें।