राहुल गांधी पर आफआईआर दर्ज कराने के बाद बोले अनुराग ठाकुर, ख़ुद को क़ानून से ऊपर समझते है नेता प्रतिपक्ष
पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर से लोकसभा सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी द्वारा भाजपा सांसदों को धक्का मारकर घायल करने की घटना पर साथी सांसदों बांसुरी स्वराज व हेमांग जोशी के साथ संसद मार्ग थाने में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और कहा कि अहंकारी राहुल गांधी खुद को कानून से ऊपर समझते हैं।
संसद के शीतक़ालीन सत्र के चलते देश का सियासी पारा इस वक़्त गरमाया हुआ है। सदन की कार्यवाही से लेकर संसद परिसर तक सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसद आमने-सामने हो रहे है। गुरुवार को तो मामला धक्का-मुक्की तक पहुंच गया। बीजेपी ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनकी पार्टी के सांसदों को धक्का दिया। जिसके चले दो सांसद घायल हो गया। वही राहुल गांधी ने इस मामले में भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि सबकुछ कैमरे में क़ैद है।मामला एफआईआर तक पहुँच गया है। बीजेपी की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी के ख़िलाफ़ सम्बंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
ख़ुद को क़ानून से ऊपर समझते है राहुल गांधी
वही इस पूरे घटनाक्रम को लकर बीजेपी राहुल गांधी पर हमलवार होते हुए गंभीर आरोप लगा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर से लोकसभा सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी द्वारा भाजपा सांसदों को धक्का मारकर घायल करने की घटना पर साथी सांसदों बांसुरी स्वराज व हेमांग जोशी के साथ संसद मार्ग थाने में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और कहा कि अहंकारी राहुल गांधी खुद को कानून से ऊपर समझते हैं। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, ''कांग्रेस पार्टी और इनके नेताओं द्वारा आज संसद में बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना को अंजाम दिया गया। कांग्रेस और राहुल गांधी को कानून के उल्लंघन की आदत है। अहंकारी राहुल गांधी खुद को कानून से ऊपर समझते हैं। आज हमने राहुल गांधी के खिलाफ मारपीट और उकसावे की शिकायत दर्ज कराई है। जहां हमने संसद भवन के मकर द्वार के बाहर आज हुई घटना का विस्तार से उल्लेख किया है, जहां एनडीए सांसद शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और राहुल गांधी ने उन्हें धक्का देकर घायल कर दिया, जिसके चलते भाजपा के दो सांसद अस्पताल में भर्ती हैं। हमने राहुल गांधी के खिलाफ धारा 109, 115, 117, 125, 131 और 351 के तहत शिकायत दी है। इनको कानून के उल्लंघन की आदत है। हत्या की कोशिश की धाराओं में शिकायत दी है। बीएनएस की धारा 109 के तहत शिकायत दी गई है। घटना के बाद भी राहुल गांधी का आहंकार नहीं टूटा और वो बिना सांसदों से मिले निकल गए। राहुल गांधी अपने आप को कानून से ऊपर समझते हैं।''
राहुल गांधी ने क़ानून को दी चुनौती
उन्होंने कहा, ''कांग्रेस खिसियानी बिल्ली खंभा नोचने वाली मानसिकता में है। राहुल गांधी का यह व्यवहार न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि, संसदीय गरिमा और कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वाला भी है। ये वही राहुल गांधी हैं, जो अपनी ही सरकार में अपनी ही सरकार के ऑर्डिनेंस को फाड़ देते हैं। ये वही कांग्रेस है, जिसने बाबा साहेब आंबेडकर का बार-बार अपमान किया। कांग्रेस और बाकी साथी दल हर दिन प्रदर्शन करते हैं। आज भाजपा सांसद प्रदर्शन करने पहुंचे तो राहुल गांधी और उनके सांसद जबरदस्ती वहां घुसकर शारीरिक प्रदर्शन करने लगे।'' उन्होंने आगे कहा, ''हम शांतिपूर्ण तरीके से कांग्रेस के झूठ को बेनकाब कर रहे थे। इसी दौरान राहुल गांधी इंडी गठबंधन के सांसदों के साथ उस ओर कूच करते हैं, जब सिक्योरिटी वाले उनको कहते हैं, उस पर राहुल गांधी ने गुस्सा प्रकट किया। एनडीए के सांसदों के बीच में दलबल के साथ वो कूच कर गए, उन्होंने अपने साथियों को भी उकसाया। वो दुर्भावनापूर्ण रवैये के साथ आगे बढ़े। उन्हें पता था, चोट लग सकती है। मुकेश राजपूत उस धक्के में सिर के बल गिरे, प्रताप चंद्र सारंगी जी का सिर फट गया है। शारीरिक हमला और उकसाने का काम राहुल गांधी ने किया है। राहुल गांधी ने जो रास्ता तय किया, उस पर नहीं गए। दलबल का प्रयोग किया, अपने साथियों को उकसाया, जिससे दो सांसदों को गंभीर चोटें लगी हैं।''
बाबा साहेब का नाम लेकर भ्रम फैला रहे राहुल
इस दौरान अनुराग ठाकुर ने कहा, ''बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जी का बार-बार अपमान किस तरह नेहरू-गांधी परिवार ने किया, इतिहास इसका साक्षी है। जो नेहरू जी, आंबेडकर जी को चुनाव हराने के लिए स्वयं पहुंच गए थे, आज उन्हीं की चौथी पीढ़ी को बाबा साहेब की फोटो लेकर घूमना पड़ रहा है। कांग्रेस संविधान और बाबा साहेब का नाम लेकर झूठ और भ्रम फैला रही है, लेकिन सच्चाई ये है कि कांग्रेस ने हमेशा भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के योगदान को नजरअंदाज ही किया है।''उन्होंने यह भी कहा, ''जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न से सम्मानित किया, राजीव जी को कांग्रेस सरकार में भारत रत्न मिला, लेकिन बीआर आंबेडकर जी को उनके निधन के बाद भी भारत रत्न नहीं दिया। बाबा साहेब को भारत रत्न से तब सम्मानित किया गया, जब जनता दल की सरकार भाजपा के समर्थन से सत्ता में थी। मोदी जी ने बाबा साहेब को उनका उचित सम्मान दिया है। पीएम मोदी ने मऊ, नागपुर, मुंबई, दिल्ली और लंदन में पंच तीर्थ का निर्माण किया, संविधान दिवस मनाना शुरू किया और उनकी जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया। बाबा साहेब के प्रति घृणित मानसिकता ने कांग्रेस का चेहरा बेनकाब कर दिया है।''
ग़ौरतलब है कि संविधान पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को सदन में संविधान के निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर को लेकर बयान दिया था उनके भाषण पर कांग्रेस समेत विपक्षी सांसदों ने आपत्ति जताते हुए अमित शाह का जमकर विरोध किया था। विपक्ष के आरोप में सत्ता पक्ष के तरफ़ से कई सांसदों पलटवार करते हुए प्रदर्शन किया। इसी क्रम में गुरुवार को संसद के मकर द्वार पर दोनो पक्ष के सांसद आमने-सामने आ गए।