मना करती रह गईं Atishi, आधी रात को 5000 शिक्षकों का हो गया ट्रांसफर, दिल्ली में हड़कंप
दिल्ली से बड़ी ख़बर सामने आईं, रातों रात 5000 तबादले कर दिए गए हैं। ये तबादले शिक्षा मंत्री आतिशी के रोकने के बावजूद किए गए, इसीलिए अब दिल्ली में एक बार फिर नई बहस छिड़ गई है।
Arvind Kejriwal : दिल्ली में काम कैसे हो रहा है ? ये सवाल उस वक़्त से ही सबके ज़हन में है जब से राजधानी के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal के साथ साथ बड़े बड़े नेता जेल की सलाख़ों के पीछे बंद है, वो भी किसी छोटे मोटे आरोप में नहीं बल्कि कथित शराब घोटाला आरोप में जिसकी कड़ियां दिल्ली से लेकर दक्षिण तक जुड़ी हुई है। हैरानी की बात ये है कि कट्टर ईमानदार केजरीवाल और उनके नेता अब तक अपनी बेगुनाही साबित नहीं कर पा रहे हैं।खैर केजरीवाल के करीबी मनीष सिसोदिया भी जेल में हैं और इसीलिए उनका शिक्षा मंत्रालय आतिशी को सौंपा जा चुका है।
लेकिन आतिशी को फ़ुरसत कहां हैं ? कभी वो प्रेस कान्फ्रेंस करती हैं ये बताने के लिए कि उन्हें बीजेपी से ऑफ़र आ रहा है तो कभी प्रेस कान्फ्रेंस करती हैं केजरीवाल को लेकर। लेकिन अपने मंत्रालय के तहत वो दिल्लीवासियों के लिए क्या काम कर रही हैं ? ये हर कोई देख रहा है। मैडम के पास जल मंत्रालय है तो जल जैसी मूलभूत सुविधा दिल्ली में कैसी है किसी से छिपा नहीं है, मैडम के पास शिक्षा मंत्रालय है तो शिक्षकों के लिए वो काम नहीं कर पा रही हैं जो हर 10 साल में होने का आदेश जारी किया गया था।
लिहाज़ा अब वो काम कर दिया गया तो आतिशी को चिढ़ मच गई, चिढ़ भी ऐसी कि सीधा सीधा कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। पूरा मामला क्या है, इसे समझिए। देखिए दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 10 साल से काम कर रहे शिक्षकों का तबादला होना था, इसे लेकर आदेश जारी किया गया है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इन शिक्षकों के तबादलों के लिए आवेदन करने का निर्देश भी दिया गया था, साथ ही कहा गया था कि अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो फिर किसी भी उपलब्ध स्कूल में उन्हें ट्रांसफ़र कर दिया जाएगा।हद तो तब हो गई जब आतिशी ने लिखित रूप से इन ट्रांसफरों को रोकने के आदेश दे दिए। बस फिर क्या, रातों रात 5006 शिक्षकों के ट्रांसफ़र कर दिए गए और आतिशी देखती रह गईं।
अब जाहिर है शिक्षा के क्षेत्र में फैसला हुआ है और आतिशी को नहीं पता होगा तो ना सिर्फ़ उनकी बेइज़्ज़ती वाली बात है बल्कि उनका चिढ़ना लाज़मी है, इसीलिए उन्होंने शिक्षा विभाग को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है, इसी के साथ आरोप लगाए हैं उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर कि वो दिल्ली के शिक्षा मॉडल को कमजोर करना चाहते हैं, आतिशी ने तो इसके पीछे बीजेपी की साज़िश भी बता डाली है।
संविधान के अनुच्छेद 239A का हवाला देते हुए आतिशी ने कहा है कि दिल्ली की निर्वाचित सरकार के पास कार्यकारी शक्तियां। 1 जुलाई को लिखित आदेश में आतिशी ने सभी तबादलों को रोकने के लिए कहा है। सुनिए प्रेस कॉन्फ़्रेंस में आतिशी ने क्या कुछ कहा ?