Muharram पर बवाल मचाने वाले मुस्लिमों के खिलाफ चला बाबा का बुल्डोजर
दरअसल उत्तर प्रदेश में मुहर्रम का जुलूस निकालने वाले मुसलमानों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 14 जुलाई को ही चेतावनी दे दी थी कि त्योहार मनाना है तो नियमों के तहत मनाओ नहीं तो अपने घर में बैठ जाओ।
बरेली में मुहर्रम की ताजिया निकालने के दौरान हिंसा और तोड़फोड़ करने वाले मुसलमानों ने लगता है योगी आदित्यनाथ की इस चेतावनी को हल्के में ले लिया था। यही वजह है कि 19 जुलाई को जब परंपरा तोड़ते हुए नए रास्ते से ताजिया ले जाने का हिंदुओं ने विरोध किया तो ताजिया वालों ने बदले में उन हिंदुओं पर ही हमला बोल दिया। जिसमें घायल एक युवक की जान भी चली गई और अब इन बवालियों को इस तोड़फोड़, मारपीट और पथराव की भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। क्योंकि एक्शन में आई बाबा की पुलिस ने घटना के मुख्य आरोपी के साथ साथ 35 आरोपियों को दबोच कर जेल की सलाखों के पीछे भी पहुंचा चुकी है। तो वहीं अब बाबा का बुल्डोजर भी दहाड़ने लगा है।
19 जुलाई को मुहर्रम के जुलूस के दौरान हुए बवाल के बाद जहां आरोपियों को दबोचने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई, तो वहीं दूसरी तरफ इन आरोपियों के अवैध आशियानों को रौंदने का भी पूरी तैयारी कर ली गई।घटना के बाद प्रशासन की ओर से कई अवैध निर्माण को चिन्हित किया गया था। जिन्हें अब एक एक कर बुल्डोजर ने रौंदना शुरू कर दिया गया है।
बरेली पुलिस ने ताजिया के दौरान मारपीट करने वाले आरोपियों को जहां सलाखों के पीछे भेज दिया गया है तो वहीं जिन आरोपियों ने अवैध निर्माण करवाया था। उसे बुल्डोजर ने रौंदने में कोई कसर नहीं छोड़ी।आपको बता दें 19 जुलाई को पूर्व प्रधान के बेटे तेजराम पर मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने लाठी डंडे और ईंट पत्थर से पीट पीट कर बुरी तरह से घायल कर दिया था। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गाय था,जहां उसने दम तोड़ दिया, मृतक के पिता पूर्व प्रधान ने बताया कि मुहर्रम के जुलूस को नए रास्ते से निकाला जा रहा था जिसका हम लोगों ने विरोध किया तो ये लोग दूसरे दिन अवैध असलहे के साथ आए और मेरे बेटे को मस्जिद में ले जाकर उसे बेरहमी से पीटा।
मुहर्रम के जुलूस के दौरान हुए विवाद में अपने बेटे को गंवाने वाले पूर्व प्रधान ने सरकार से दोषियों को फांसी दिलाने की मांग की है। तो वहीं दूसरी तरफ इस हादसे के बाद एक्शन में आया पुलिस प्रशासन इस मामले पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है।