Hathras कांड के बाबा का तो Congress से भी कनेक्शन निकल गया ? Fact Check
Akhilesh ही नहीं, हाथरस कांड के बाबा का तो Congress से भी कनेक्शन निकल गया !
06 Jul 2024
(
Updated:
07 Dec 2025
03:29 AM
)
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Bhole Baba : 121 ज़िंदगियों को ख़त्म कर अंडरग्राउंड हो गए Bhole Baba ने आख़िरकार मीडिया के सामने आकर अपनी चुप्पी तोड़ दी है। हालांकि उसके इस ढोंग से पीड़ितों के ज़ख़्मों पर मरहम तो लगने से रहा, बाकि उसकी भी गिरफ़्तारी की मांग लगातार उठ रही है। अब तक सूरज पाल उर्फ़ भोले बाबा की कई सारी कहानियों तो आपने सुन ही ली होंगी, जिसमें बताया जा रहा है कि वो यौन शोषण जैसे आरोपों में भी घिरा हुआ है। बाबा ने टीवी पर आकर क्या कहा ये तो आपको आगे बताएंगे लेकिन उससे पहले यूपी की सियासत का पारा हाई करने वाले बाबा की अखिलेश यादव के साथ तस्वीर भी देख लीजिए।
तस्वीरों के साथ अखिलेश यादव का एक ट्वीट भी धड़ल्ले से वायरल हो रहा है जिसमें लिखा है- नारायण साकार हरि की संपूर्ण ब्रह्मंड में सदा सदा के लिए जय जयकार हो। हालांकि NMF न्यूज़ ऐसे किसी ट्वीट की पुष्टि नहीं करता। भोले बाबा को लेकर कहा जाता है कि अखिलेश भी उसके सत्संग में अकसर जाया करते थे। ये सारी चर्चाएं चल ही रही थी कि अब सोशल मीडिया यूज़र्स ने बाबा का कांग्रेस कनेक्शन भी ढूँढ निकाला है।
दरअसल हाल ही में पुलिस ने इस हाथरस कांड के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार किया। देवप्रकाश वही आदमी था जिसने ये बड़ा आयोजन कराया था। इसी शख़्स ने SDM सिंकराराऊ से कार्यक्रम की परमिशन भी ली थी। इस मुख्य आरोपी पर ही पुलिस ने एक लाख का ईनाम भी घोषित किया था। 121 मौतो का जिम्मेदार माना जा रहा है देवप्रकाश जब पुलिस की गिरफ़्त में आया तो कई खुलासे हुए। एटा का रहने वाला देवप्रकाश मनरेगा में नौकरी किया करता था।
अब सोशल मीडिया पर लोगों ने मारेगा और देवप्रकाश का सीधा कनेक्शन कांग्रेस से जोड़ दिया है। दरअसल देवप्रकाश सूरजपाल उर्फ़ भोलेबाबा का राइट हैंड बताया गया है, और यही शख़्स उसी मनरेगा योजना के तहत काम करता था जिसे मनमोहन सरकार ने साल 2006 में शुरु किया था। मनरेगा यानि राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना में काम करने वाला कब भोले बाबा के साथ जुड़कर इस मकडजाल में फँस गया उसे ख़ुद पता नहीं चला। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस कनेक्शन को निकाला और उसके बाद कांग्रेस पर भी सवाल उठाने शुरु कर दिए कि आख़िर योजना के तहत रोज़गार देने का पैमाना ढंग से तय क्यों नहीं किया जाता ?
बहरहाल देवप्रकाश अब पुलिस गिरफ़्त में क्या क्या खुलासे करता है ये देखना दिलचस्प रहेगा,
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