Bahraich: Ram Gopal Mishra की मौत पर Akhilesh ने दिया बड़ा बयान, पूछा- DJ पर क्या बजा रहे थे ?
बहराइच के रेहुआ मंसूर गांव में भारी तनाव के बीच गोलीबारी में मारे गए युवक राम गोपाल मिश्रा का अंतिम संस्कार करा दिया गया है। मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। उनकी तलाश की जा रही है। इधर मामले पर राजनीति गरमा रही है। देखिए एक खबर।
Bahraich में हुए हिंसा को 24 घंटा का समय बीत चुका है। लेकिन बीतते समय के साथ बहराइच मामले पर राजनीति उबाल मार रही है। पक्ष-विपक्ष एएक दूसरे पर निशाना साध रही है। इसी बीच अखिलेश यादव ने मामले पर ऐसी प्रतिक्रिया दी जिसने सभी को चौंका दिया। अखिलेश अपने बयानों को जरिये ये बताने की कोशिशों में जुट गए की गलती उन लोगों की थी जो डीजे पर माता के गाने बजा रहें थे। अपने वोट बैंक को बचाने की चाह में अखिलेश यादव इतने अंधे कैसे हो सकते है।
अब सवाल ये उठने लगे है कि क्या भक्ति-भाव से चलाए जाने वाले गोनों पर रोक लगनी चाहिए? क्या माता के गाने भड़काऊ है, या फिर जहां विशेष समुदाय के लोग रहते है वहां से हिंदूओं ने जुलूस निकाला तो हिंसा भड़क जाती है। सवाल तो ये भी है कि क्या अपने ही देश में हिंदुओं को अपनी भक्ति के लिए इजाजत मांगनी पड़ेगी। ये देखना पड़ेगा कि यहां मुसलमान रहते है या नहीं। क्या मुसलमानों के मोहर्रम वाले जुलूस में इन बातों का ध्यान रखने के लिए अखलेश कहेंगे कि हिंदुओं के इलाके से मुसलमानों को जुलूस नहीं निकालना चाहिए। उन्होंने अपने बयान में ये साफ कर दिया कि इस मामले पर भी उन्हें अपनी राजनीति चमकानी है। तभी तो पूरे मामले का ठिकरा योगी आदित्यनाथ की सरकार और भाजपा पर फोड़ने लगे।
विपक्षियों के लिए प्रशासन के काम पर सवाल उठाना नीतियों को सवालों के कटघरे में खड़ा करना, ये कोई नई बात नही है। एक ही गठबंधन की में रहकर एक दूसरे का असर तो पड़ता है। तभी तो जो काम अखिलेश कर रहें है वहीं राहुल की पार्टी भी कर रही है। पूरे मामले पर कांग्रेस भी अपनी राजनीतिक रोटी सेकने को तैयार है।
बता दें कि पूरे मामले की जानकारी के बाद योगी आदित्यनाथ के एक पोस्ट किया था। जिससे तहलका मच गया था। योगी आदितयनाथ ने एक पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि जनपद बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
सभी को सुरक्षा की गारंटी, लेकिन उपद्रवियों और जिनकी लापरवाही से घटना घटी है, ऐसे लोगों को चिह्नित कर कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
प्रतिमा विसर्जन जारी रहेगा। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को मौके पर उपस्थित रहकर धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय से प्रतिमा विसर्जन कराने हेतु निर्देशित किया है।
मामले की गंभीरता पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने लोगों से शाति बनाने की अपील की।
इन सब के बीच एक और हैरान करने वाला बयान सुनने को मिला। दरअसल जहां एक तरफ अखिलेश यादव इसपर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश कर रहें है। वहीं दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के सांसद योगी राग अलापते नजर आए।
बता दें कि बहराइच के रेहुआ मंसूर गांव में भारी तनाव के बीच गोलीबारी में मारे गए युवक राम गोपाल मिश्रा का अंतिम संस्कार करा दिया गया है। मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। इससे पहले युवक के परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए थे और कहा थि कि जबतक आरोपियों पर कठोर कार्रवाई नहीं हो जाती शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। लेकिन आखिर में पुलिस प्रशासन के आश्वसन और योगी आदित्यनाथ के तंत्र पर बरोसा करते हुए अंतिम संस्कार कराया गया। पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। उनकी तलाश की जा रही है।