दिल्ली चुनाव से पहले UPSC वाले मशहूर शिक्षक अवध ओझा ने थामा 'आप' का दामन
सत्ताधारी आम आदमी पार्टी चुनाव की तैयरियों में जताते हुए अपनी पार्टी को ज़मीनीस्तर पर और मज़बूत कर रही है। इसी कड़ी में अब पार्टी ने मोटिवेशनल स्पीकर और टीचर अवध ओझा को अपने साथ ले लिया है।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए अब कुछ महीनों का समय बचा है। ऐसे में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी चुनाव की तैयरियों में जताते हुए अपनी पार्टी को ज़मीनीस्तर पर और मज़बूत कर रही है। इसी कड़ी में अब पार्टी ने मोटिवेशनल स्पीकर और टीचर अवध ओझा को अपने साथ ले लिया है। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अवध ओझा को पार्टी की सदस्यता दिलाई। अब अटकलें इस बात की लगाई जा रही है कि अगले साल ओझा दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ सकते है।
दरअसल, अवध ओझा काफ़ी लोकप्रिय शिक्षक है जो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर खुलकर आपनी बातें रखने के लिए जाने जाते है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी अवध ओझा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। इसके लिए उन्होंने बीजेपी से प्रयागराज और कांग्रेस पार्टी से अमेठी लोकसभा के लिए टिकट की मांग की थी लेकिन जब दोनों दलों ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो यह बातें सामने आई थी की मायावती ने अवध ओझा को चुनाव लड़ने के ऑफ़र दिया है लेकिन मायावती ने इसपर अपने तरफ़ से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी थी। ऐसे में अब दिल्ली में विधानसभा चुनाव ओवध ओझा का आम आदमी पार्टी का दामन थामने का मतलब साफ़ है कि चुनावी मैदान में अवध ओझा का उतरना लगभग तय माना जा रहा है।
#WATCH | Awadh Ojha joins Aam Aadmi Party in the presence of party national convenor Arvind Kejriwal and leader Manish Sisodia. pic.twitter.com/14Xyev3rPN
— ANI (@ANI) December 2, 2024
क्या है अवध ओझा का बैकग्राउंड
मोटिवेशनल स्पीकर और शिक्षक अवध ओझा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के रहने वाले है। इनका जन्म 3 जुलाई 1984 को हुआ था। ये इतिहास का काफ़ी अच्छे जानकार है और उसी विषय की तैयारी ज्यादेतर करवाते है। इनके पिता माता प्रसाद ओझा पोस्टमास्टर थे और उनकी मां वकील थीं। इन्हें शुरू से ही आईएएस अफ़सर बनाना था इसके लिए उन्होंने तैयारी करने के लिए राजधानी दिल्ली का रूख किया। कड़ी मेहनत के बावजूद वो यूपीएससी क्रैक नहीं कर पाए।इसके बाद ही उन्होंने शिक्षक बनने और छात्रों को मोटिवेट करने का मन बनाया और इलाहाबाद में दोस्त की कोचिंग में पढ़ाना शुरू किया। यही से वो धीरे-धीरे वो लोकप्रिय हुए। अपने पढ़ाई के तरीकों की वजह से अवध ओझा सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में रहते हैं।
ग़ौरतलब है कि कथित शराब नीति घोटाले मामले में ज़मानत मिलने के बाद से ही दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ख़ुद अलग-अलग इलाक़ों का ज़मीनी दौरा कर कार्यकर्ताओं से मुलाक़ात कर चुनाव की रणनीति तय कर रहे है। इनके अलावा उप मुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया भी जनसम्पर्क अभियान में लगे है, अब देखना दिलचस्प होगा कि आम आदमी पार्टी अवझ ओझा को चुनावी रण में उतारती है या सिर्फ़ प्रचार के लिए उनका इस्तेमाल करेगी।