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भजनलाल सरकार ने IAS टीना डाबी पर लिया बड़ा फ़ैसला, पति-पत्नी दोनों को सौंपी बड़ी ज़िम्मेदारी

गुरुवार की देर रात राजस्थान की भजनलाल सरकार ने प्रशासनिक अमले में बड़ा फेरबदल करते हुए 108 IAS अधिकारियों का तबादला किया। इसमें एक बार फिर से राजस्थान की सबसे बहुचर्चित IAS अधिकारी टीना डाबी पर सरकार ने भरोसा करते हुए उन्हें बाड़मेर जिले का कलेक्टर बनाया गया है।
भजनलाल सरकार ने IAS टीना डाबी पर लिया बड़ा फ़ैसला, पति-पत्नी दोनों को सौंपी बड़ी ज़िम्मेदारी
राजस्थान की भजनलाल सरकार ने राज्य में शासन-और प्रशासन के तालमेल को बैठाने के लिए बड़ा फैलसा लिया है। सरकार ने राज्य के प्रशासनिक अमले में बड़ा फेरबदल करते हुए गुरुवार की देर रात 108 IAS अधिकारियों के तबादले की लिस्ट पर मुहर लगा दिया है। सरकार की तरफ़ से जारी किए गए अधिकारियों के तबादले की सूची में सबसे चर्चित नाम है IAS टीना डाबी का। भजनलाल सरकार ने एक बार फिर से टीनाडाबी पर भरोसा करते हुए उन्हें  बाडमेर जिले की कलेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी है। वही, उनके पति प्रदीप गवांडे को जालोर जिले की जिम्मेदारी दी गई है। 


IAS टीना डाबी की गिनती राजस्थान के सबसे चर्चित और सख़्त अधिकारी की तौर पर की जाती है। टीना डाबी 2015 बैच की UPSE की  टॉपर हैं। फिलहाल, उन्हें जयपुर में रोजगार गारंटी योजना विभाग  (EGS)  की कमिश्नर पद पर सरकार ने तैनात किया था लेकिन जैसे ही IAS अधिकारियों के तबादले की सूची तैयार हुई तो CM भजनलाल ने उनके कार्यकौशल को देखते हुए उन्हें बाड़मेर जिले का कलेक्टर बनाने का फ़ैसला किया। इससे पहले टीना डाबी जैसलमेर जिले की ज़िलाधिकारी रह चुकी है। जुलाई में उन्होंने मैटरनिटी लिव लिया था। दरअसल टीना डाबी कई बात अपनी निजी ज़िंदगी को लेकर भी काफ़ी सुर्ख़ियो में रह चुकी है।टीना डाबी यूपीएएसी की परीक्षा से लेकर अपनी शादी और तलाक और फिर आईएएस प्रदीप गवांडे से दूसरी शादी को लेकर ख़बरों में थी।


पिछली ज़िम्मेदारी को देखते हुए सरकार हुई मेहरबान 

IAS टीना डाबी को जब भी राज्य सरकार ने जिस भी विभाग की ज़िम्मेदारी सौंपी हो उन्हें अपने काम के फ़र्ज़ को बख़ूबी निभाया है। किसी भी जिले को चलने के लिए शासन-प्रशासन में जो तालमेल हो चाहिए उस बात को टीना समझती है। इसलिए भी उन्हें एक बार राज्य के दूसरे बड़े जिले की ज़िम्मेदारी दी है। इसके पहले भी हुई जैसलमेर की कलेक्टर के पद पर रहते हुए जिस तरह से अपनी ज़िम्मेदारी का निर्वहन किया था उसको लेकर जनता के बीच भी उनका काफ़ी नाम हुआ, उन्होंने हमेशा राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने और जन-जन तक पहुँचाने में ख़ूब मेहनत की। बताते चले कि जैसलमेर जिला कलेक्टर रहते हुए टीना डाबी ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर अपनी प्रेगनेंसी की जानकारी दी थी और नॉन फ़ील्ड पोस्टिंग की मांग़ की थी। उनकी अर्जी स्वीकार ने स्वीकार किया था,बाद में उन्होंने बेटे को जन्म दिया उसके बाद उनकी वापसी हुई तो सरकार ने उन्हें ECS आयुक्त के पद पर पोस्टिंग दी थी। 


टीना डाबी के पति पर भी सरकार को भरोसा 

बताते चले कि टीना डाबी के पति प्रदीप के. गवांडे को भी भजनलाल सरकार ने ज़िलाधिकारी बनाया है। उन्हें जालोर जिले की ज़िम्मेदारी सरकार ने सौंपी है। जुलाई 2020 से जनवरी 2021 तक चूरू जिला कलेक्टर रह चुके हैं। यानी उन्हें भी राज्य सरकार ने दूसरी बार ज़िलाधिकारी पद की ज़िम्मेदारी दी है। ग़ौरतलब है कि टीना डाबी की दूसरी शादी 20 अप्रैल 2022 को IAS प्रदीप के. गवांडे से हुई थी। इसके बाद 15 सितंबर 2023 टीना ने बेटे को जन्म दिया। ऐसे में नए मेहमान के आने के बाद सरकार की तरफ़ से पहला तोहफ़ा है जिसके पति-पत्नी दोनों को ज़िलाधिकारी बनाया गया है। 
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