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Kanpur के दारोग़ा के ख़िलाफ़ बड़ी साज़िश, सुनकर दंग रह जाएंगे

कानपुर के दारोग़ा आरिफ़ का नाम लेकर एक शख़्स ने ऐसी चाल चली कि सोशल मीडिया पर लोग आरिफ़ के एनकाउंटर तक की मांग उठाने लगे, बाद में जब सच्चाई पता चली तो सब हैरान रह गए।
Kanpur के दारोग़ा के ख़िलाफ़ बड़ी साज़िश, सुनकर दंग रह जाएंगे

क्या आप सोच सकते हैं कि कोई पुलिस अधिकारी सूबे के मुखिया की हत्या की साज़िश रच सकता है ? क्या आप यक़ीं करेंगे अगर कोई कहे कि फलाना जगह का दरोगा प्रदेश के मुख्यमंत्री को मारना चाहता है ? नहीं ना ? और सोचिए अगर ये बात उत्तरप्रदेश जैसे राज्य और सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की हो तो क्या हो ? लेकिन ऐसा हुआ है ? ख़बर आई तो मामले ने ऐसा तूल पकड़ा कि लोग दरोगा के ही एनकाउंटर की मांग उठाने लगे, हालांकि जब सच्चाई हाथ लगी तो सबको अपनी गलती का एहसास हुआ।

पूरा मामला क्या था अब आपको भी बताते हैं। हुआ ये कि सोशल मीडिया के इस दौर में एक शख़्स ने अपने X अकाउंट से एक पोस्ट किया। अकाउंट कुंवर राजपूत नाम से है। इस अकाउंट से लिखा गया कानपुर का दारोगा आरिफ सीएम योगी की हत्या कर देगा। ज़ाहिर है ऐसा धमकी भरा पोस्ट आया तो फिर सोशल मीडिया पर हड़कंप तो मचना ही था। एक तरफ़ तो पोस्ट का संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दे दिए तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग बिना पड़ताल किए दरोग़ा आरिफ़ के ख़िलाफ़ ही सख़्त एख्शन लिए जाने की माँग करने लगे।

बहरहाल जांच में सामने आया है कि कुंवर राजपूत नाम से अकाउंट चलाने वाले यूज़र का नाम दीपक श्रीवास्तव है जिसे प्रयागराज से अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया है। हैरानी की बात तो ये है कि पहले इसी शख़्स ने दरोगा ने तीन बार कॉल कर गंदी गंदी गालियां भी दी थी। आरिफ़ ने साइबर थाने में कुंवर राजपूत के ख़िलाफ़ FIR दर्ज कराई थी। साइबर थाने की पुलिस ने जांच की तो पता चला कि ये ID प्रयागराज से ऑपरेट हो रही थी।

और हैरानी की बात तो ये है कि पुलिस के सामने पूछताछ के दौरान भी आरोपी भड़काऊ बातें करता हुई नज़र आए। फिर उसका इतिहास खंगाला गया तो ऐसा कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला लेकिन फ़िलहाल पुलिस ने 10 वीं पास दीपक श्रीवास्तव को जेल भेज दिया है। जांच में ये जरुर पता लगाने की कोशिश कर रही कि आख़िर इस शख़्स ने किस उद्देश्य से आरिफ़ को फंसाने के लिए ये प्रपंच रचा।

आरिफ़ को लेकर जो माहौल तैयार किया गया उसके पीछे किसका हाथ है ये भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इस बीच इतना तय है कि ऐसा षड्यंत्र रचने वाले को योगी की पुलिस बख्शेगी तो नहीं, बाकि जिन लोगों को ख़बर की सच्चाई पता लगी वो भी पछता रहे हैं कि आख़िर आरिफ को लेकर एनकाउंटर की बात क्यों कही ? 


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