बिहार चुनाव: बीजेपी नेता रामकृपाल यादव का दावा, चुनाव में राजद का सूपड़ा होगा साफ़
बिहार में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है। इसके लिए एनडीए और विपक्ष के नेताओं ने चुनावी तैयारियों को भी अपनी ओर से शुरू कर दिया है। एक-दूसरे के ख़िलाफ़ जमकर बयानबाज़ी भी कर रहे है। इस बीच बिहार बीजेपी के दिग्गज नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव का बयान सामने आया है।

बिहार में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है। इसके लिए एनडीए और विपक्ष के नेताओं ने चुनावी तैयारियों को भी अपनी ओर से शुरू कर दिया है। एक-दूसरे के ख़िलाफ़ जमकर बयानबाज़ी भी कर रहे है। इस बीच बिहार बीजेपी के दिग्गज नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने हाल ही में हुए उप चुनाव के बाद राजद के नेता परेशान हो गए हैं और लोगों को दिग्भ्रमित करने के लिए अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं।
राजद का सूपड़ा होगा साफ़
पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव से जब विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के 'मानसिक रूप से बीमार लोग के बिहार चलाने' वाले बयान के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "राजद के नेता थोड़े परेशान हो गए हैं, हाल ही में हुए उप चुनाव में राजद का सूपड़ा साफ हो गया है। ये लोग अनाप-शनाप बयान देकर लोगों को दिग्भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं और ओछी बातें कर रहे हैं। अगर आप प्रतिपक्ष के नेता हैं, तो किसी भी नेता के विरोध में ऐसी बात नहीं करनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार न केवल बिहार के मुख्यमंत्री हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं, बल्कि, उनके पिता तुल्य भी हैं। उनके बारे में ऐसा बयान देना दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे उन्हें कुछ प्राप्त नहीं होगा।
इससे पहले विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मानसिक रूप से बीमार लोग प्रदेश चला रहे है। उन्हें खोज-खबर ही नहीं बिहार में क्या हो रहा है? भाजपा ने प्रदेश में गुंडागर्दी की सीमा पार कर दी है।" पूर्व सांसद रामकृपाल यादव ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा के पूर्व सीएम नवीन पटनायक को भारत रत्न दिए जाने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि निश्चित तौर पर नीतीश कुमार को भारत रत्न दिया जाना चाहिए। उन्होंने विगत वर्षों में जिस प्रकार से निःस्वार्थ भाव से बिहार के लोगों की सेवा की है और बिहार को आगे ले जाने का काम किया है, बिहार को 'जीरो से हीरो' बनाया है, वह तारीफ योग्य है। इसलिए, उनको जो भारत रत्न देने की मांग हो रही है, वह मिलना चाहिए।
ग़ौरतलब है कि बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग भी अपनी तैयरियों को अंतिम रूप दे रहा है। संभावना जताई जा रही है कि फ़रवरी के महीने में बिहार में विधानसभा का चुनाव हो सकता है। इसके लिए राजनीतिक दल पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुके है।