बिहार पुलिस ने PK के साथ कर दिया खेला, अलसुबह हिरासत में लेते हुए ख़ाली करवाया गांधी मैदान
बिहार की राजधानी पटना के एतिहासिक गांधी मैदान में बीपीएससी अभ्यर्थियों की पेपर लीक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर को पुलिस ने सोमवार की अलसुबह हिरासत में लेते हुए गांधी मैदान को ख़ाली करवा दिया।

बिहार की राजधानी पटना के एतिहासिक गांधी मैदान में बीपीएससी अभ्यर्थियों की पेपर लीक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर को पुलिस ने सोमवार की अलसुबह हिरासत में लेते हुए गांधी मैदान को ख़ाली करवा दिया। पुलिस की इस कारवाई को उनकी पार्टी जन सुराज पार्टी ने कहा है कि पुलिस ने बल प्रयोग कर अनशन ख़त्म करवाने की कोशिश की। पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर AIIMS गई है। जहां उन्होंने अपना उपचार करवाने से माना कर दिया है और अनशन जारी रखने की बात कही है। बता दे, की प्रशांत किशोर 2 जनवरी से छात्रों के समर्थन में गांधी मैदान में प्रदर्शन कर रहे थे।
पीके के समर्थकों का पुलिस पर आरोप
पुलिस की इस कारवाई को लेकर जन सुराज पार्टी के समर्थकों का कहा है कि " पीके बिहार के छात्रों के लिए लड़ रहे थे, जिससे बिहार सरकार डरती है। पुलिस द्वारा उनके साथ शारीरिक हिंसा की गई, बल प्रयोग किया गया। समर्थकों के मुताबिक़ अनशन स्थल पर लोग कम्बल ओढ़ कर सो रहे थे। इस दौरान रिटायर्ड आईपीएस अरविंद ठाकुर भी थे तभी पुलिस वहां पहुंची और सबको जबरन उठाया। हिरासत में लिए जाने के बाद पीके ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
डाक्टरों की टीम ने पीके के जांच
दरअसल दो जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर की प्रतिदिन मेडिकल जांच की जा रही थी। रविवार की पीके की जांच हुई थी जिसमें यह बात निकल कर सामने आई थी की भूखे रहने के चलते हुए शरीर में यूरिया का लेवल थोड़ा बढ़ गया है। और डॉक्टर ने पीके से अपील करते हुए कहा था कि आग वो अब वो सॉलिड और लिक्विड डाइट लेना शुरू नहीं किए तो उनकी तबियत जल्द ख़राब हो सकती है। यही वजह है कि पुलिस ने हिरासत में लेकर पहले पीके से सीधे एम्स पहुंची है
ग़ौरतलब है कि बिहार में पिछले साल 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रदेश की राजधानी पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी। जिसके बाद से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए परीक्षा का बहिष्कार किया था। इसके बाद छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी रहा। इस मामले को लेकर विपक्ष की पार्टियों ने नीतीश सरकार पर जमकर ज़ुबानी हमला बोला था। वही इस मुद्दे पर शुरू से जन सुराज पार्टी के संस्थापक शुरू से ही इस पर छात्रों का समर्थन कर रहे है। वही आरजेडी के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पीके पर छात्रों के आंदोलन को हाईजैक करने का आरोप लगाया है।