INDIA गठबंधन में शामिल घटक दलों को बीजेपी ने दे दी ऐसी नसीहत, कहीं राहुल गांधी की बढ़ न जाएं मुश्किलें
इन सब के बीच भारतीय जनता पार्टी का इंडिया गठबंधन में शामिल घटक दलों को लेकर बयान दिया है और कहा है कि अगर उन्हें लगता है कि राहुल गांधी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं तो नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उन्हें बदलाव करने के लिए सोचना चाहिए।
हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब केंद्र की राजनीति को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म होता दिखाई दे रहा है। भारतीय जनता पार्टी की तरफ से यह दावा किया गया है कि इंडिया गठबंधन में शामिल घटक दल लोकसभा को नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में बदलाव करने पर विचार विमर्श कर रहे हैं। यह सारी बातें तब उठी है जब हरियाणा में एंटी इंकम्बेंसी समेत कई मुद्दों को लेकर राज्य की सत्ता में कांग्रेस वापसी करने का दम भर रही थी वहीं चुनावी एग्जिट पोल भी हरियाणा में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनते हुए दिखाई दे रहे थे लेकिन चुनावी नतीजे बिल्कुल उलट आए और राज्य में बीजेपी ने जीत की हैट्रिक लगाई है। इन सब के बीच भारतीय जनता पार्टी का इंडिया गठबंधन में शामिल घटक दलों को लेकर बयान दिया है और कहा है कि अगर उन्हें लगता है कि राहुल गांधी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं तो नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उन्हें बदलाव करने के लिए सोचना चाहिए।
दरअसल, नई दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने विपक्षी दलों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, उनका मानना है कि विपक्षी दलों के भीतर कई सक्षम नेता है जो नेता प्रतिपक्ष की बेहतर भूमिका निभा सकते हैं हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि यह निर्णय तो उन्हें लेना है क्योंकि यह इंडिया गठबंधन का आंतरिक मामला है। वहीं बीजेपी कैसे दावे के बारे में इंडिया गठबंधन की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया फिलहाल सामने नहीं आई है लेकिन अगर राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो कम से कम 10% सेट वाले सबसे बड़े विपक्षी दलों के सांसद को ही लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया जाता है। और राहुल गांधी की नेता प्रतिपक्ष के तौर पर नियुक्ति भी इसी आधार पर हुई है क्योंकि कांग्रेस सदन में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के तौर पर 2024 लोकसभा चुनाव में रही।
क्या था बांसुरी स्वराज का बयान
लोकसभा में प्रतिपक्ष पद की भूमिका को रोटेशनल बनाने की संभावना इस समय जताई जा रही है इस बीच भाजपा सांसद ने नेता प्रतिपक्ष को लेकर इस तरह का बयान दिया है। पार्टी मुख्यालय में बांसुरी स्वराज ने पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान कहा "मैं भी सुना है कि प्रतिपक्ष के पद को रोटेशनल बनाने की बात चल रही है, लेकिन मैं यह कहूंगी कि यह विपक्ष का आंतरिक मामला है।"
विपक्षी दलों में कई सक्षम नेता है शामिल
पत्रकारों से बातचीत के दौरान बांसुरी स्वराज ने इंडिया गठबंधन में शामिल दलों को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें प्रतिपक्ष की भूमिका के बारे में अपने विकल्पों पर विचार करना चाहिए। विपक्षी दलों में कई नेता निश्चित तौर पर ऐसे हैं जो नेता प्रतिपक्ष की भूमिका को काफी जिम्मेदारी से और सूझबूझ तरीके से निभाने में सक्षम होंगे। अगर घटक दलों को लगता है कि नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में राहुल गांधी सही तरीके से नहीं निभा पा रहे हैं तो इस पर उन्हें विचार विमर्श करना चाहिए और नए नेता प्रतिपक्ष के बारे में सोचना चाहिए।
आपको बताते चले कि लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी अबकी बार400 का नारा देते हुए चुनावी मैदान में उतरी थी लेकिन इस बार चुनावी नतीजे में भारतीय जनता पार्टी ने एनडीए में शामिल दलों के साथ गठबंधन की सरकार तो मनाली लेकिन इस बार सदन में विपक्षी सांसदों की संख्या बढ़ी है, भाजपा के जहां 240 सांसद सदन में है , वहीं कांग्रेस के 99 सांसद इस बार जीत का सदन पहुंचे जबकि एक निर्दल सांसद ने कांग्रेस को अपना समर्थन देते हुए कांग्रेस के इस आंकड़े को 100 तक पहुंचा दिया है।