बीजेपी ईद पर मुसलमानों को देने जा रही बड़ा तोहफा! जानिए क्या है "सौगात ए मोदी" कैंपेन ?
केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा ईद के मौके पर शुरू होने जा रही "सौगात ए मोदी" कैंपेन को लेकर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेशनल प्रेसिडेंट जमाल सिद्दीकी ने बताया कि "प्रधानमंत्री मोदी 140 करोड़ भारतीयों के पीएम हैं। त्योहार का समय है। ईद आने वाली है। रमजान चल रहा है। कार्यकर्ता आएंगे। किट बाटेंगे। इस किट में खाने-पीने का सामान होगा।

ईद के मौके पर भारतीय जनता पार्टी देश के अल्पसंख्यकों को बड़ा तोहफा देने जा रही है। बीजेपी के इस दांव ने विपक्षी दलों में खलबली मचा दी है। केंद्र की मोदी सरकार "सौगात ए मोदी" नाम का कैंपेन चलाने जा रही है। इस कैंपेन के जरिए पार्टी से जुड़े हजारों मुस्लिम,सिख और ईसाई समुदाय के कार्यकर्ता "सौगात ए मोदी" किट बाटेंगे। इस कैंपेन के जरिए बिहार के मुसलमानों को सबसे ज्यादा लुभाने की कोशिश होगी। क्योंकि वहां पर आने वाले कुछ महीनो के अंदर विधानसभा चुनाव होने हैं।
क्या है "सौगात ए मोदी" कैंपेन ?
केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा ईद के मौके पर शुरू होने जा रही "सौगात ए मोदी" कैंपेन को लेकर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेशनल प्रेसिडेंट जमाल सिद्दीकी ने बताया कि "प्रधानमंत्री मोदी 140 करोड़ भारतीयों के पीएम हैं। त्योहार का समय है। ईद आने वाली है। रमजान चल रहा है। कार्यकर्ता आएंगे। किट बाटेंगे। इस किट में खाने-पीने का सामान होगा। घर की प्रमुख महिलाओं के लिए सूट होगा। इसके अलावा सेवइयां,बेसन, ड्राई फ्रूट,दूध,चीनी सब होगा। यह सब कुछ माइनॉरिटी समाज को बांटा जाएगा। कुल 32,000 पदाधिकारी होंगे। एक पदाधिकारी 100 परिवार को किट बाटेंगे। पुरुषों के लिए भी इसमें कई तरह की चीजें होंगी। जिसमें कुर्ता-पजामा और कई अन्य तरह की मिठाईयां होंगी। यह जो भी किट बांटा जाएगा उसकी कीमत करीब 500 से 600 रूपये के बीच होगी। इसका खर्चा खुद अल्पसंख्यक मोर्चा उठाएगा। वहीं गुड फ्राइडे,ईस्टर और कई अन्य त्योहारों पर अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाएगा। जिला स्तर पर ईद मिलन समारोह का भी आयोजन होगा। हमें इस पवित्र महीने में दिल खोलकर कमजोर,पड़ोसी और गरीब रिश्तेदारों की मदद करनी चाहिए। इन त्योहारों के माध्यम से सौहार्द और भाईचारा बना रहेगा। यह पैगाम मोर्चा के पदाधिकारियों द्वारा
वर्चुअल दिया गया है।"
इस कैंपेन पर विपक्षी दलों ने साधा निशाना
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार की इस कैंपेन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि "हमने पहले भी देखा है। बीजेपी के लोग सम्मान के साथ त्योहार मनाना चाहते हैं। तो सारे धर्मों के त्योहार मनाएं। अच्छी बात है कि वह त्योहार मनाने लगे हैं। बीजेपी वोट के लिए कुछ भी कर सकती है। बीजेपी वाले अब सूफी गाने भी एंजॉय करते हैं।" वहीं आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि "प्रधानमंत्री जी को हर जगह अपनी तस्वीर छपवाने की आदत है। डेथ सर्टिफिकेट को छोड़कर हर जगह पर अपनी तस्वीर छपवा चुके हैं। सौगात बोलने से पहले आपको भी दुख होना चाहिए। यह राजतंत्र नहीं है, लोकतंत्र है। अगर अपने आप को बादशाह समझने लगे हैं। मैं ही कहूं ? ऐसा लग रहा है दिल्ली में सरकार नहीं,सल्तनत चला रहे हैं।" सपा सांसद अफजाल अंसारी का कहना है कि "बिहार में चुनाव है। इसलिए सब कुछ हो रहा है। मुसलमान के लिए बीजेपी का कुछ कर सकती है। तो वह इंसाफ करें। उनका हक दिलाए। यही सबसे बड़ी सौगात होगी।"
टीएमसी सांसद कीर्ति आजाद ने भी सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि "मगरमच्छ का मुंह देखा है कभी, मगरमच्छ का मुंह देखो तो ऐसा लग रहा है हंस रहे हैं। लेकिन उसके पास जाओ तो काट लेता है। इनके पास कुछ भी नहीं है दिखाने के लिए, इसलिए अब "सौगात ए मोदी" लेकर आए हैं। हालांकि इस कैंपेन की शुरुआत कब से होगी। इसकी कोई भी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।