औरंगजेब को ‘हीरो’ बनाने वालों पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी का तीखा हमला
भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने औरंगजेब को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि "जो लोग औरंगजेब को हीरो बना रहे हैं, वे देश के गद्दार हैं।" महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर बढ़ते विवाद के बीच तिवारी ने साफ कहा कि "औरंगजेब एक आक्रमणकारी था, जिसने निर्दोष लोगों की हत्या की।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और सांसद मनोज तिवारी ने शनिवार को औरंगजेब की कब्र को लेकर चल रहे विवाद पर कड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि औरंगजेब एक आक्रमणकारी था, जिसने निर्दोष लोगों का खून बहाया और जिसे हीरो बनाने की कोशिश करना देशद्रोह के समान है।
औरंगजेब एक आक्रमणकारी या हीरो?
मनोज तिवारी का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब देशभर में यह बहस चल रही है कि क्या इतिहास में औरंगजेब को सही तरीके से प्रस्तुत किया गया है या नहीं। कुछ संगठनों और नेताओं द्वारा औरंगजेब को 'वीर' और 'महान शासक' बताने की कोशिश की जा रही है, जिस पर भाजपा नेता ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “औरंगजेब हमारे देश का शत्रु था। उसने भारत को तोड़ने का काम किया, निर्दोषों पर अत्याचार किए और हिंदू संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास किया।”
राजनीतिक दलों में बढ़ती तल्खी
महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद तब और गहरा गया जब उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक इफ्तार पार्टी के दौरान बयान दिया कि "मुसलमानों को आंख दिखाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।" इस बयान ने भाजपा के कई नेताओं को नाराज कर दिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि “हम धर्म के आधार पर राजनीति नहीं करते। भाजपा का मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास’ है, लेकिन कुछ नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी करते हैं।”
इतिहासकारों के अनुसार, औरंगजेब ने अपने शासनकाल में कई हिंदू मंदिरों को ध्वस्त किया, लाखों लोगों को जबरन इस्लाम कबूल करवाया और अपने ही भाइयों और पिता को मौत के घाट उतार दिया। फिर भी कुछ संगठनों द्वारा उसे एक आदर्श शासक के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश की जा रही है।
मनोज तिवारी ने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या हम ऐसे व्यक्ति को नायक बना सकते हैं, जिसने अपने ही परिवार को खत्म कर दिया? क्या हम ऐसे शासक को महान कह सकते हैं, जिसने निर्दोष लोगों की हत्या की और जबरन धर्म परिवर्तन करवाया?”
भाजपा का रुख स्पष्ट
भाजपा का रुख इस मुद्दे पर हमेशा से स्पष्ट रहा है। पार्टी का मानना है कि देश को अपने वास्तविक नायकों की पहचान करनी चाहिए और आक्रमणकारियों का महिमामंडन नहीं होना चाहिए। मनोज तिवारी ने इस संदर्भ में यह भी कहा कि “देश को बांटने की कोशिश करने वाले लोगों को चिह्नित किया जाना चाहिए। यह हमारे लिए चिंता का विषय है कि कुछ लोग औरंगजेब को महिमामंडित कर रहे हैं।”
नीतीश कुमार की तबीयत पर उठे सवाल
इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबीयत को लेकर भी सवाल उठे। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि उनकी सेहत ठीक नहीं है और इसका असर बिहार की राजनीति पर पड़ सकता है। इस पर मनोज तिवारी ने कहा, “नीतीश कुमार का स्वास्थ्य खराब है, लेकिन इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। बिहार की जनता उनकी स्थिति को लेकर चिंतित है, और इसका राजनीतिक फायदा नहीं उठाया जाना चाहिए।”
तेजस्वी यादव के ‘चुनावी हिंदू’ बनने पर तंज
जब उनसे तेजस्वी यादव के मंदिर-मस्जिद दौरों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, “जो लोग सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, वे कभी चुनाव के समय धर्म की राजनीति नहीं करते। बिहार और देश के लोग अच्छी तरह जानते हैं कि कौन चुनावी हिंदू है और कौन सच्चा आस्थावान।” यह स्पष्ट है कि औरंगजेब को लेकर देश में गहरी बहस छिड़ चुकी है। भाजपा नेता मनोज तिवारी ने अपने बयान से यह संदेश दिया कि देश को अपने वास्तविक नायकों की पहचान करनी चाहिए और विदेशी आक्रमणकारियों को हीरो बनाने की कोशिशों को रोकना चाहिए।
देश में यह बहस अब और तेज़ हो सकती है कि क्या हमें इतिहास के कड़वे सच को स्वीकार करना चाहिए या कुछ नेताओं के राजनीतिक एजेंडे के हिसाब से उसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया जाना चाहिए?
Source- IANS