शिवाजी की टूटी प्रतिमा गरमायी राजनीति अब प्रतिमा को लेकर जानिए पूरी डिटेल
शिवाजी की टूटी प्रतीमा तो महाराष्ट्र की राजनीति मे बढ़ी गरमाहट बढ़ गई। विपक्षियों का मोदी शिंदे पर तंज कसने का सिलसिला शुरू हो गया विपक्षी नेता कटघरे में शिंदे सरकार और केंद्र सरकार को खड़ा कर रही है। आइए आपको बताते है प्रतिमा टूटने के बाद किस तरह से राजनीति में भूचाल आया है। इधर सिंधुदुर्ग में शिवाजी की प्रतीमा ढही और महाराष्ट्र की सियासत में हंगामा मच गया। और मचे भी क्यों न इस घटना के बाद विपक्षियों को एक तीर से दो निशाने का मौका जो मिल गया है। एक शिंदे की राज्य सरकार और एक मोदी केंद्र सरकार। शिवसेना UBT और NCP सहित तमाम विपक्षी दल इस मुद्दे को भूनाने की कोशिशों में जुट गए है। हालंकि सरकार इस मामले पर गंभीर है और ठेकेदार के साथ साथ निर्माम करने वाली कंपनी को लपेटे में ले लिया है। दोनों पर ही FIR दर्ज हो चुका है और सरकार कड़े एक्शन की तैयारी में है। क्योंकि इस प्रतीमा से लोगों की भावना जुड़ी हुई है।
इस मामले पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि घटना के बाद तमाम राजनीतिक पार्टियां सिंघुदुर्ग पहुंच कर घटना स्थल का जायजा ले रही है। इसी बीच मामले पर कांग्रेस नेता नाना पटोले ने सराकर को घेरा और राज्य औऱ केंद्र दोनों ही सरकारों को भ्रष्ट बता डाला। खैर मामले पर राजनीति तो चलती रहेगी। रिपोर्ट के जरिए आपको बताते है कि मामले पर अब तक क्या क्या हुआ है।
आइए आपको बताते है प्रतिमा की जानकारी
- प्रतिमा को भारतीय नौसेना ने बनवाया
- पीएम मोदी ने प्रतिमा का किया अनावरण
- 4 Dec, 2023 को नौसेना दिवस हुआ उद्धाटन
- सिंधुदुर्ग जिले के एक किले में किया गया स्थापित
- शिवाजी महाराज के दूरदर्शी प्रयासों को श्रद्धांजलि
- 3600 करोड़ रूपये की लागत से बनी प्रतिमा
- 1 Nov, 2018 को महाराष्ट्र कैबिनेट से मिली मंजूरी
- आर्टिसरी कंपनी ने करवाया प्रतिमा का निर्माण
इस मामले में अबतक दो लोगों पर FIR दर्ज की गई है। पहला ठेकेदार और कंपनी के मालिक जयदीप आपटे और दूसरा Structural Consultant Doctor चेतन पाटिल। दोनों पर लापरवाही और काम की खराब गुणवत्ता के अलावा प्रतिमा के आसपास के लोगों को संभावित रूप से नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है। दोनों पर धारा 109, 110, 125 और 318 (3) (5) समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है। एक Assistant engineer OR PWD अधिाकरी अजीत पाटिल ने सिंधुदुर्ग थाने में पुलिस से शिकायत की है। इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय नौसेना ने भी चिंता जाहिर की है। जल्द ही विशेषज्ञों के साथ मिलकर इस घटना की वजह क पता लगाने औऱ प्रतिमा की मरम्मत कर पुनर्स्थापित करने के लिए एक टीम भेज दी है। जल्द ही कार्य पूरा होने की संभावना है।