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भारत में घुसपैठ करने वाले चार बांग्लादेशी नागरिकों को BSF ने किया गिरफ्तार

मंगलवार को अपराह्न करीब 3:35 बजे मुर्शिदाबाद के बामनाबाद सीमा चौकी पर तैनात 73वीं बटालियन बीएसएफ के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास संदिग्ध गतिविधियां देखीं। जब जवान नजदीक पहुंचे तो उन्हें पांच लोग भारत में घुसने का प्रयास करते हुए दिखाई दिए। जवानों ने उन्हें पीछे हटने का आदेश दिया, लेकिन उन्होंने जबरदस्ती आगे बढ़ने की कोशिश की। जब जवानों ने सख्त कदम उठाए तो वह तितर-बितर हो गए और ऊंची घास में छिप गए। क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) मौके पर पहुंची और उन्हें बाहर निकाला।
भारत में घुसपैठ करने वाले चार बांग्लादेशी नागरिकों को BSF ने किया गिरफ्तार

बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा (आईबीबी) पर घुसपैठ करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ कर चार बांग्लादेशी नागरिकों और एक भारतीय दलाल को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घुसपैठिए चेन्नई जाने की योजना बना रहे थे। 


बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआईजी और प्रवक्ता नीलोत्पल कुमार पांडे ने कहा, "मंगलवार को अपराह्न करीब 3:35 बजे मुर्शिदाबाद के बामनाबाद सीमा चौकी पर तैनात 73वीं बटालियन बीएसएफ के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास संदिग्ध गतिविधियां देखीं। जब जवान नजदीक पहुंचे तो उन्हें पांच लोग भारत में घुसने का प्रयास करते हुए दिखाई दिए। जवानों ने उन्हें पीछे हटने का आदेश दिया, लेकिन उन्होंने जबरदस्ती आगे बढ़ने की कोशिश की। जब जवानों ने सख्त कदम उठाए तो वह तितर-बितर हो गए और ऊंची घास में छिप गए। क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) मौके पर पहुंची और उन्हें बाहर निकाला।"


इसके बाद पांचों को बामनाबाद सीमा चौकी ले जाया गया, जहां एक ने खुद को भारतीय नागरिक बताया। उसने कबूल किया कि वह एक दलाल के तौर पर काम करता था और चार बांग्लादेशियों को रिसीव करने तथा उन्हें भारत में प्रवेश कराने में मदद करने के लिए सीमा पर गया था। जब वे सुरक्षित भारत में प्रवेश कर जाते तो उसे प्रत्येक व्यक्ति के लिए 4,000 रुपये मिलने थे।


डीआईजी आगे कहा, "चारों बांग्लादेशियों ने दावा किया कि वे बांग्लादेश के राजशाही जिले के गोदागारी उपजिला से हैं, उनके पास फर्जी आधार कार्ड थे। उन्होंने कबूल किया कि उन्होंने गोदागारी में एक अन्य दलाल से ये आधार कार्ड मिले थे। उन्होंने प्रत्येक कार्ड के लिए 1,000 बांग्लादेशी टका का भुगतान किया था। चारों ने यह भी कहा कि उनकी चेन्नई जाकर मजदूरी करने की योजना थी।"


सभी पांचों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए रानीनगर थाने को सौंप दिया गया है। डीआईजी ने कहा, "यह ऑपरेशन देश की सीमाओं की सुरक्षा में लगे हमारे सैनिकों की अडिग सतर्कता और तत्काल प्रतिक्रिया का प्रमाण है। हमारी प्राथमिकता हमारी सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है और यह सफल गिरफ्तारी उसी दिशा में एक कदम है।"


Input: IANS

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