बसपा चीफ मायावती का कांग्रेस पर सीधा आरोप, बीजेपी की बी टीम बनकर लड़ा चुनाव

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत के बाद अब नई सरकार का गठन हो चुका है लेकिन इस चुनाव परिणाम के नतीजे के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है। बसपा प्रमुख ने कांग्रेस को भारतीय जनता पार्टी की भी टीम बताया है। इसके साथ ही मायावती ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत भी दे डाली है।
बसपा चीफ मायावती ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया एक्स पर सिलसिलेवार तीन पोस्ट करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है। मायावती ने लिखा " कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा आम चुनाव में इस बार बीजेपी की भी टीम बनाकर चुनाव लड़ा, यह आम चर्चा है, जिसके कारण यहां भाजपा की सत्ता आ गई है। वरना इस चुनाव में कांग्रेस का इतना बुरा हाल नहीं होता कि यह पार्टी अपने ज्यादातर उम्मीदवारों की जमानत भी ना बचा पाए। ऐसे में इस पार्टी के सर्व सर्व राहुल गांधी को किसी भी मामले में दूसरों पर और खास कर बीएसपी की प्रमुख पर उंगली उठाने से पहले अपने गिरेबान में जरूर झांक कर देखना चाहिए, तो यह बेहतर होगा। इनको यही सलाह है।"
बीजेपी को दी सलाह
मायावती ने अपने अगले पोस्ट में लिखा "साथ ही, दिल्ली में बनी नई भाजपा सरकार को यहां चुनाव में खासकर जनहित और विकास संबंधी किए गए अपने तमाम वादों को समय से पूरा करने की चुनौती है, वरना आगे चलकर2 इस पार्टी का भी हाल कहीं कांग्रेस जैसा बुरा ना हो जाए।"
1. कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा आमचुनाव में इस बार बीजेपी की B टीम बनकर चुनाव लड़ा, यह आम चर्चा है, जिसके कारण यहाँ बीजेपी सत्ता में आ गई है। वरना इस चुनाव में कांग्रेस का इतना बुरा हाल नहीं होता कि यह पार्टी अपने ज्यादातर उम्मीदवारों की जमानत भी न बचा पाए। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) February 21, 2025
राहुल गांधी ने मायावती पर दी थी प्रतिक्रिया
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को रायबरेली में कहा था कि हम चाहते हैं मायावती हमारे साथ मिलकर चुनाव लड़े। अगर तीनों पार्टियों एक साथ चुनाव लड़ती, तो बीजेपी कभी नहीं जीत पाती। कांशीराम ने नींव रखी। बहन जी ने काम किया। यह मैं मानता हूं। मेरा सवाल है बहन जी आज तक कोई चुनाव ठीक से क्यों नहीं लड़ी ? हम चाहते थे कि लोकसभा चुनाव के दौरान भांजी हमारे साथ भाजपा के विरोध में चुनाव लड़ती। लेकिन किसी कारण के चलते मायावती हम लोग के साथ नहीं आई। इस बात का हमें दुख है। अगर उत्तर प्रदेश की तीनों पार्टियों साथ मिलकर चुनाव लड़ती तो बीजेपी कभी नहीं जीतती।