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Budget 2025: भारतीय रेलवे को मिले 2.52 लाख करोड़, जानिए क्या-क्या बदलेगा?

भारतीय रेलवे को अब तक का सबसे बड़ा बजट आवंटित किया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह 2014 से अब तक का सबसे उच्चतम आवंटन है, जो रेलवे को आधुनिक बनाने में मदद करेगा। इस बजट में निम्नलिखित क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है।
Budget 2025: भारतीय रेलवे को मिले 2.52 लाख करोड़, जानिए क्या-क्या बदलेगा?
केंद्र सरकार ने इस बार के आम बजट में भारतीय रेलवे के विस्तार, आधुनिकीकरण और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 2.52 लाख करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट आवंटित किया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बजट को भारतीय रेलवे के लिए "गेम चेंजर" करार दिया है, जिसमें 200 नई वंदे भारत ट्रेनें, 50 नमो भारत ट्रेनें और 100 अमृत भारत ट्रेनें शामिल की गई हैं। इसके अलावा, हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन परियोजना को और तेजी से आगे बढ़ाने, स्टेशनों के आधुनिकीकरण और यात्रियों की सुरक्षा के लिए बड़े कदम उठाए गए हैं।

यह बजट रेलवे के बुनियादी ढांचे के विस्तार को तो बढ़ावा देगा ही, साथ ही ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को भी मजबूत करेगा। सरकार का कहना है कि रेलवे में नई तकनीक लाने से न केवल यात्री सुविधाओं में सुधार होगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
रेलवे के लिए सबसे बड़ा बजट
भारतीय रेलवे को अब तक का सबसे बड़ा बजट आवंटित किया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह 2014 से अब तक का सबसे उच्चतम आवंटन है, जो रेलवे को आधुनिक बनाने में मदद करेगा। इस बजट में निम्नलिखित क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है, जैसे 200 वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण: देश में सेमी-हाई स्पीड ट्रेन नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में एक और बड़ा कदम। 50 नमो भारत ट्रेनों की शुरुआत: छोटे शहरों और उपनगरीय क्षेत्रों को जोड़ने के लिए नई हाई-स्पीड ट्रेनें। 100 अमृत भारत ट्रेनों की घोषणा, लंबी दूरी की यात्राओं को आरामदायक और सुविधाजनक बनाने के लिए नई ट्रेनों का निर्माण। 1,000 नए रेलवे पुल और अंडरपास, यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत किया जाएगा। 41,000 किमी रेलवे लाइन का विद्युतीकरण, रेलवे को ‘नेट-ज़ीरो कार्बन एमिशन’ की दिशा में ले जाने की योजना। हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन परियोजना, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए कार्य में तेजी लाई जाएगी।
रेलवे बजट ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देगा?
रेलवे के इस बजट में ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देने के लिए बड़े फैसले लिए गए हैं। नई वंदे भारत, नमो भारत और अमृत भारत ट्रेनों का निर्माण स्वदेशी तकनीक से किया जाएगा, जिससे स्थानीय उद्योगों और छोटे उद्यमियों को फायदा होगा। इसके अलावा, ट्रेन कोच, इंजन और रेलवे ट्रैक के लिए उपयोग होने वाली सामग्री को भी भारत में ही निर्मित करने की योजना बनाई गई है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा,"हम भारतीय रेलवे को पूरी तरह आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। इससे भारत न केवल अपने लिए रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करेगा, बल्कि भविष्य में रेलवे टेक्नोलॉजी का वैश्विक निर्यातक भी बनेगा।" रेल मंत्री ने कहा कि सरकार आने वाले वर्षों में रेलवे को सबसे सुरक्षित ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम बनाने के लिए काम कर रही है।

भारत में पहली हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर सरकार पूरी तरह गंभीर है। रेल मंत्री ने बताया कि इस परियोजना का 340 किमी से अधिक ट्रैक निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा, बुलेट ट्रेन में ‘सी-बेड टनलिंग टेक्नोलॉजी’ का भी उपयोग किया जाएगा, जो भारत में पहली बार होगी। यह तकनीक समुद्र के अंदर सुरंग बनाकर ट्रेन संचालन की सुविधा देती है। मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट के तहत इस तरह की तकनीकों को अपनाया जा रहा है, जिससे भारत रेलवे निर्माण में एक नई ऊंचाई पर पहुंच जाएगा।
यात्रियों के लिए नई सुविधाएं और सुरक्षा उपाय
भारतीय रेलवे केवल इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार नहीं कर रहा, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं पर भी खास ध्यान दे रहा है। रेलवे ने 1.16 लाख करोड़ रुपये सिर्फ सुरक्षा उपायों के लिए आवंटित किए हैं, जिसमें ट्रेनों में ऑटोमैटिक ट्रेन कंट्रोल (ATC) सिस्टम, स्टेशनों पर हाई-रेजोल्यूशन CCTV कैमरे, ट्रैक मैनेजमेंट सिस्टम में सुधार, रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण और बेहतर सुविधाएं

रेलवे के बुनियादी ढांचे में बड़े सुधार

रेलवे के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए इस बजट में कई अहम फैसले लिए गए हैं। इसमें नए रेलवे ट्रैक बिछाने, मौजूदा रेलवे लाइनों के दोहरीकरण और ट्रिपल ट्रैकिंग को प्राथमिकता दी गई है। स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत कई रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से लैस किया जाएगा। ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए नई ट्रैक टेक्नोलॉजी अपनाई जाएगी। भारत में ‘गति शक्ति टर्मिनल’ स्थापित किए जाएंगे, जिससे माल ढुलाई और तेज होगी।

इस बजट के बाद भारतीय रेलवे में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। अब यात्रियों को अधिक तेज, सुरक्षित और आरामदायक ट्रेनों में सफर करने का मौका मिलेगा। ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी, जिससे टिकट मिलना आसान होगा। नई ट्रेनों में आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी, जैसे कि वाई-फाई, आरामदायक सीटें और हाई-स्पीड सफर। रेलवे स्टेशनों पर वेटिंग लाउंज, स्वच्छता और बेहतर खानपान की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। सुरक्षा उपायों में सुधार होगा, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या कम होगी।

रेल बजट 2025 भारतीय रेलवे के नए युग की शुरुआत को दर्शाता है। यह केवल ट्रेनों और स्टेशनों के आधुनिकीकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारत को रेलवे टेक्नोलॉजी का ग्लोबल लीडर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अगर ये सभी योजनाएं तेजी से लागू की जाती हैं, तो आने वाले वर्षों में भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे आधुनिक रेल नेटवर्कों में से एक बन सकता है।
आईएएनएस 
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