छत्तीसगढ़ में अवैध अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, मस्जिद-मजार सब जमींदोज
छत्तीसगढ़ में भी बाबा के बुलडोजर की दहाड़ देखने को मिली है। राज्य के भिलाई में नगर निगम की टीम ने मस्जिद के अवैध अतिक्रमण को मिट्टी में मिला दिया। दरअसल करबला कमिटी ने धार्मिक कार्य के लिए मिली जमीन को बढ़ा कर दुकानें, मैरिज हाल और मजार बना ली थी। इसी पर नगर निगम ने तगड़ा एक्शन लिया है।
बुलडोजर जहां दिखता है वहां आपके दिमाग में Yogi Adityanath ही आते होंगे। इस देश में योगी आदित्यनाथ ने बुलडोजर को लेकर एक बार सेट कर दिया है। कहीं भी अपराध हो तो जनता योगी आदित्यनाथ की मांग करने लगती है। कहीं पर अतिक्रमण हो तो उसका इलाज सिर्फ और सिर्फ बाबा का बुलडोजर ही करता है।
बाबा के बुलडोजर की दहाड़ से देश के कई प्रदेश में देखने को मिलती रही है। कभी दिल्ली तो कभी मध्यप्रदेश। बुलडोजर का कमाल अब एक बार फिर देखने को मिला। लेकिन ये एक्शन यूपी में नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ में हुआ है। राज्य में नगर निगम की टीम ने एख ऐसा एक्शन लिया है जिससे अतिक्रमण करने वाले धर धर कांप रहें है। मामला भिलाई का है जहां ऐसा तगड़ा एक्शन हुआ है। जो एक मिसाल बन चुका है।
दरअसल छत्तीसगढ़ के भीलाई में नगर निगम की टीम ने एक दुकान, एक मेरिज ह़ल, एक मजार और एक मस्जिद को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया गया। अब आप इसे तरिके से ले कि BJP की सरकार है तो इसलिए ऐसा किया गया होगा। तो यहां मैं आपको बता देती हुं कि ये एक्शन सरकार के कहने पर नहीं हुआ है। इस एक्शन के लिए बकायदा हाइकोर्ट ने आदेश दिया था। जिसके बाद नगर निगम की टीम एक्टिव हुई। पहले इलाके को पुलिस छावनी में तब्दिल किया गया इसके बाद इंट्री हुई बुलडोजर कि। बुलडोजर की आते ही इलाके में हड़कंप मच गया। फिर एक एक कर अवैध अतिक्रमण को मिट्टी में मिला दिया गया। पहले मस्जिद की चारदीवारी इसके बाद पांच दुकान फिर मैरिज हॉल और फिर आखिर में स्वागत गेट।
दरअसल भिलाई में करबला कमिटी ने धार्मिक कार्य के लिए मिली जमीन को बढ़ाकर अवैध अतिक्रमण करते हुए दुकाने बना ली, मैरज हॉल बनवा लिया यहां तक की मजार भी बनाया। आरोप है कि 1984 में मस्जिद के नाम पर 800 स्क्वायर फीट जमीन दी गई थी। ये जमीन विशेष श्रेत्र विकास प्राधिकरण की तरफ से भिलाई-रायपुर हाईवे पर मिली थी। और इसी जमीन पर 800 स्क्वायर फिट की जगह ढाई एकड़ जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया। यहां तक कि ये बढ़ते बढ़ते नगर निगम कार्यालय की जमीन तक पहुंच गया था।
जिसके बाद नगर निगम ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और हाइकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए जल्ज से जल्द कब्जा खाली करवाने का निर्देश दे दिया। एक व्यक्ति ने बताया कि करबला कमिटी भिलाई का अध्यक्ष गुलाम सैलानी ने दरगाह के नोम पर कोरड़ो की जमीन पर कब्जा कर लिया औऱ इसके बदले पैसे बसुलता है। नगर निगम को भी इससे नुकसान हो रहा था। और इसी बीच कोर्ट ने फैसला सुनाया, नगर निगम ने एक्शन लिया और फिर क्या था अवेध अतिक्रमण पर बुलडोजर चढ़ा दिया गया।