सादी वर्दी में चोरी की बाइक पर निकले SP City के शिकंजे में बुरे फंसे लापरवाह पुलिस वाले !
UP के Bijnor में जिस बाइक के चोरी होने की दी कंप्लेन, उसी बाइक पर सादी वर्दी में घूमने निकले SP City और फिर के शिकंजे में बुरे फंसे लापरवाह पुलिस वाले !
जिस उत्तर प्रदेश की मजबूत कानून व्यवस्था की मिसाल पूरे देश में दी जाती है। उसी उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर में कुछ पुलिस वाले कितने लापरवाह हैं। ये इसी बात से समझ सकते हैं कि खुद एसपी सिटी ने जिस बाइक की चोरी की रिपोर्ट लिखवाई। उसी चोरी की बाइक से चौकी के सामने कई बार चक्कर लगाते रहे।लेकिन इसके बावजूद पुलिस वालों ने ना तो बाइक रोकी। और ना ही कोई पूछताछ की।
दरअसल बिजनौर जिले की सुरक्षा की कमान संभाल रहे नंबर दो पुलिस अफसर एसपी सिटी संजीव बाजपेयी ने अपने ही जिले के पुलिस कर्मियों की सतर्कता की परीक्षा लेने के लिए एक गजब का तरीका निकाला। और रोज की तरह वर्दी पहनने वाले एसपी सिटी संजीव बाजपेयी इस बार सादे कपड़े में एक सिपाही के साथ बाइक पर बैठ कर रात में ही सड़कों पर निकल पड़े। और जब सेंट मैरी स्कूल के पास पहुंचे तो जिस TVS स्पोर्ट्स बाइक नंबर UP-13 B 8992 पर बैठे थे। उसी बाइक की चोरी की शिकायत शहर के पुलिस थानों और चौकियों में दे दी।लेकिन इसके बावजूद वहां मौजूद किसी भी पुलिसकर्मी ने एसपी सिटी की बाइक का ना तो नंबर चेक किया और ना ही उन्हें रोका गया। इसके बाद एसपी सिटी ने शास्त्री चौक, डाकघर, आवास विकास और सिविल लाइन चौकी समेत कई चेकिंग प्वॉइंट्स का चक्कर लगाया लेकिन इसके बावजूद किसी भी पुलिस कर्मी ने ना तो उन्हें रोकने की जहमत उठाई और ना ही कोई चेकिंग की। एसपी सिटी संजीव वाजपेयी के मुताबिक हर चेकिंग प्वाइंट पर तीन-चार बार चक्कर लगाए, फिर भी किसी ने ना बाइक का नंबर देखा ना मुझे रोका, चेकिंग प्वाइंट्स पर पुलिसकर्मी सिर्फ खड़े दिखे लेकिन किसी की भी नजर चोरी की बाइक पर नहीं पड़ी।
एसपी सिटी संजीव वाजपेयी का ये बयान बता रहा है कि उनकी रैंडम चेकिंग में बिजनौर पुलिस फिसड्डी रही। जिससे वो काफी गुस्से में नजर आए। और "आवास विकास चौकी, सिविल लाइंस चौकी, आबकारी चौकी, शास्त्री चौक पुलिस पिकेट, सेंट मैरीज पुलिस पिकेट, फैंटम मोबाइल, कोबरा मोबाइल पर तैनात सिपाहियों और चौकी इंचार्जों को काम में लापरवाही बरतने के आरोप में लिखित स्पष्टीकरण मांगने के साथ ही तीन दारोगा और नौ सिपाहियों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया"
बिजनौर के एसपी सिटी संजीव वाजपेयी का ये बयान बता रहा है कि जिले की सुरक्षा किस तरह से कुछ लापरवाह पुलिसकर्मियों की वजह से राम भरोसे चल रही है। वो तो भला हो एसपी सिटी का। जिन्होंने सादी वर्दी में रियल्टी चेक किया। पुलिसकर्मियों की सतर्कता की पोल खोल दी। ये तो सिर्फ एक जिले की कहानी है। जरा सोचिये बाकी जिलों का क्या हाल होगा। बहरहाल जिस तरह से एसपी सिटी संजीव वाजपेयी ने ऐसे लापरवाह पुलिसकर्मियों की पोल खोलने के लिए रैंडम चेकिंग अभियान चलाया।क्या उसी तरह से बाकी जिलों के कप्तानों को भी सादी वर्दी में रियल्टी चेक करना चाहिए।