कोलकाता रेप-हत्या कांड मामले पर CBI का बड़ा खुलासा, कहा- बंगाल पुलिस ने थाने के बदले रिकॉर्ड
डॉक्टर की रेप-हत्या केस में CBI का खुलासा
बता दें कि CBI ने दोनों आरोपियों की रिमांड पूरी होने के बाद स्पेशल कोर्ट में पेश किया था। और कोर्ट ने दोबारा से इनकी रिमांड बढ़ा दी है। अब दोनों आरोपियों को 30 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में रहना पड़ेगा। इधर, मामले में पुलिस गिरफ्तार आरोपियों को लेकर इस ऐंगल से जांच कर रही है कि कहीं संजय रॉय, संदीप घोष और अभिजीत मंडल हीं अपराध की साजिश में भी शामिल तो नहीं थे।
बंगाल पुलिस को लेकर CBI के इतने बड़े खुलासे से ममता बनर्जी की टेंशन तो जरूर बढ़ गई होगी। क्योंकि रेप कांड के बाद से ही जनता ममता सरकार और प्रशासन पर दबाव बना रही है। आरोप शुरू से लग रहे हैं कि ममता की पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। क्योंकि रेप-हत्या का मामला 9 अगस्त का है, ताला पुलिस को सूचना सुबह 10 बजे दी गई, लेकिन पुलिस अधिकारी ने मामले पर FIR रात 11.30 बजे दर्ज किया। इतना ही नहीं, जब पीड़िता के माता-पिता विरोध प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे थे, तब उन्होंने पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि "पुलिस ने शुरूआत से ही मामले को दबाने की कोशिश की। हमें शव देखने की अनुमति नहीं दी गई, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने तक हमें पुलिस स्टेशन में इंतजार करना पड़ा। बाद में जब शव हमें सौंपा गया, तो एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने हमें पैसे की पेशकश की, जिसे हमने अस्वीकार कर दिया।"
तो कुल मिलाकर देखें तो पहले FIR दर्ज करने में देरी, फिर माता-पिता को रिश्वत देने की कोशिश और अब CBI का पुलिस को लेकर बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा। मामले में जैसे-जैसे सच्चाई से पर्दा उठता जा रहा है, वैसे-वैसे सीएम ममता बनर्जी की परेशानी बढ़ती जा रही है।