सपा पर बुरी तरह से बरस रहे थे मुख्यमंत्री योगी तभी चाचा शिवपाल यादव ने भरे सदन में दे डाली चुनौती
सोमवार को जब उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई तब भी विपक्षी पार्टी के विधायकों ने संभल समेत कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा तो वहीं सदन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पहले ही दिन संभल हिंसा पर विपक्ष को जवाबी दिया है।
उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के बाद लगातार विपक्षी पार्टी योगी सरकार को घेर रही थी। सोमवार को जब उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई तब भी विपक्षी पार्टी के विधायकों ने संभल समेत कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा तो वहीं सदन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पहले ही दिन संभल हिंसा पर विपक्ष को जवाबी दिया है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने का प्रदेश में 95 से 97% दंगों में कमी आई है। 2017 के बाद उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा कही नहीं हुआ। इससे पहला राज्य में सांप्रदायिक घटनाएं हमेशा सुनने में आती थी।
शिवपाल यादव ने सीएम योगी को दी चुनौती
दरअसल, सोमवार के सुबह से ही विपक्षी पार्टी ने राज्य सरकार को घेरने की बड़ी तैयारी कर रखी थी। विधानसभा परिसर के पास समाजवादी पार्टी के विधायकों ने हाथ में तख्ती लेकर योगी सरकार के विरोध में प्रदर्शन और नारेबाज़ी की गई तो सत्ता पक्ष से ख़ुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने कमान संभालते हुए सदन में विपक्ष पर पलटवार करते हुए उन्हें उनका कार्यकाल याद दिलाया। इसके साथ ही सीएम योगी ने उपचुनाव के नतीजों का ज़िक्र करते हुए कहा की जनता ने जवाब दिया है, वही कुंदरकी के नतीजों पर मुख्यमंत्री ने कहा की समाजवादी पार्टी बैखला गई है, इसके साथ सीसामऊ और करहल को लेकर उन्होंने बताया कि अब अंतर कम हो गया है। करहल में पिछली बार 67 हजार का अंतर था. लेकिन इस बार 14 हजार का अंतर था। इन सबके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव को भी अपने निशाने पर लिया। उन्होंने कहा चाचू की कृपा थोड़ी और हुई होती तो सपा सफा चट हो गई होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने जैसे ही ये बयान दिया तो तुरंत शिवपाल यादव खाद हुए और उन्हें चुनौती देते हुए कहा अगली बार देख लेना। शिवपाल के बाद एक फिर सीएम योगी ने कहा राज्य में हिंदू मंदिर और मुहल्ले के सामने से मुस्लिम जुलूस निकल सकता है तो मुस्लिम मुहल्ले के सामने से ऐसा क्यों नहीं हो सकता है। यहीं से विवाद की शुरूआत हो जाती है।
वही सदन में एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हम न बटेंगे और न कटेंगे, मुझे आश्चर्य होता है कि संग्राम सिंह यादव खुद को शिक्षक कहते हैं।संभल में पहले भी शिया और सुन्नी के बीच संघर्ष हो चुका है। सीएम योगी ने कहा क्या आप एकबाल को अपना आदर्श मानते हैं क्या? इकबाल की एक कविता को यहां पढ़कर वास्तविक सच से आप खुद को छुपा नहीं सकते हैं। प्रशासन ने पूरी कार्रवाई की है। एक-एक बात पर सरकार नजर रख रही है।योगी ने अपने पिछले सात साल के कार्यकाल का हवाला दिया और कहा कि इन सालों में राज्य में सभी पर्व शांतिपूर्ण तरीक़े से सम्पन्न हुए है