Advertisement

CM Dhami ने Uttarakhand में UCC लागू करने की तय कर दी तारीख

समान नागरिक संहिता आज तक मोदी सरकार देश में लागू नहीं कर सकी। ये काम किसी सरकार ने किया। तो वो है उत्तराखंड की धामी सरकार। जिसने डंके की चोट पर समान नागरिक संहिता का कानून भी बना दिया। और अब देवभूमि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने की तारीख भी तय कर दी है ।
CM Dhami ने Uttarakhand में UCC लागू करने की तय कर दी तारीख
Congress : साल 1967 में जब देश में लोकसभा चुनाव हो रहा था। उस वक्त देश की सबसे पुरानी पार्टी Congress के विरोध में भारतीय जनसंघ चुनावी मैदान में उतरा था। जिसके नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल बिहारी वाजपेयी ने पहली बार देश की जनता से वादा किया कि हम सत्ता में आएंगे तो देश में समान नागरिकता संहिता यानि यूसीसी लागू करेंगे। लेकिन जब चुनावी नतीजे आए तो सत्ता में एक बार फिर कांग्रेस आ गई। जिसके बाद से ये मुद्दा ठंडे बस्ते में चला गया। जिसका उभार एक बार फिर उस वक्त देखने को मिला जब 1980 में अटल बिहारी वाजपेयी, मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी जैसे नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की। और इसी के साथ तीन संकल्प लिया। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना, अयोध्या में राम मंदिर बनाना और देश में समान नागरिक संहिता लागू करना। जिनमें से दो संकल्प तो मोदी सरकार में पूरा कर दिया। कश्मीर से अनुच्छेद 370 भी हट गया और अयोध्या में भव्य राम मंदिर भी बन गया।  लेकिन समान नागरिक संहिता आज तक मोदी सरकार देश में लागू नहीं कर सकी।  ये काम किसी सरकार ने किया। तो वो है उत्तराखंड की धामी सरकार। जिसने डंके की चोट पर समान नागरिक संहिता का कानून भी बना दिया। और अब देवभूमि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने की तारीख भी तय कर दी है।



पुष्कर सिंह धामी, CM, उत्तराखंड

ये बात तो आप भी जानते हैं हिंदुओं को समान नागरिक संहिता यानि यूसीसी से कोई बड़ी परेशानी नहीं है। वो इसका खुल कर समर्थन भी करते हैं। लेकिन बात कट्टरपंथी मुसलमानों की आती है तो यही तबका यूसीसी का सबसे ज्यादा विरोध करता है। यकीन नहीं तो ये बयान सुन लीजिये।

असदुद्दीन ओवैसी, अध्यक्ष, AIMIM

देवभूमि उत्तराखंड में सभी धर्मों के लोग रहते हैं। लेकिन इसके बावजूद यूसीसी का सबसे ज्यादा विरोध कट्टरपंथी मुसलमानों की ओर से किया जा रहा है। वो भी तब। जब उत्तराखंड में यूसीसी अभी लागू भी नहीं हुआ है। तो आप समझ लीजिये। नौ नवंबर के बाद इन कट्टरपंथियों का क्या होगा। जब सीएम पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में यूसीसी लागू करेंगे।


9 नवंबर को क्यों लागू होगा UCC ?


सीएम धामी ने उत्तराखंड में यूसीसी लागू करने की तारीख यूं ही तय नहीं की है। 15 जुलाई को जब उत्तराखंड में प्रदेश कार्य समिति की बैठक हो रही थी। उसी बैठक में सीएम धामी ने ऐलान कर दिया कि हम नौ नवंबर को उत्तराखंड में यूसीसी लागू करेंगे। ये तारीख सीएम धामी ने दरअसल इसलिये तय की है।  क्योंकि इसी नौ नवंबर को उत्तराखंड का स्थापना दिवस है। 9 नवंबर साल 2022 के दिन ही अटल राज में उत्तर प्रदेश से उत्तरांचल को अलग करके उत्तराखंड राज्य बनाया गया था।  यही वजह है कि सीएम धामी नौ नवंबर के दिन उत्तराखंड में यूसीसी लागू करना चाहते हैं। 

Advertisement

Related articles

Advertisement