सीएम फडणवीस ने राउत के बयान पर दी प्रतिक्रिया, '2029 में भी वही प्रधानमंत्री होंगे'
शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय रावत ने हाल ही में दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर में 75 साल के होने के बाद अपना पद छोड़ सकते हैं। उन्होंने यह कहा कि आरएसएस मुख्यालय में बंद दरवाजे के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले उत्तराधिकारी के नाम को लेकर चर्चा हुई है। इस पर अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कड़ा जवाब दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रविवार को आरएसएस मुख्यालय नागपुर जाने को लेकर कई तरह की चर्चाएं राजनीतिक गलियारों में चल रही है। दरअसल शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय रावत ने हाल ही में दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर में 75 साल के होने के बाद अपना पद छोड़ सकते हैं। उन्होंने यह कहा कि आरएसएस मुख्यालय में बंद दरवाजे के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले उत्तराधिकारी के नाम को लेकर चर्चा हुई है। इस पर अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि मोदी जी हमारे नेता है और बने रहेंगे।अगले लोकसभा चुनाव 2019 में भी वही प्रधानमंत्री होंगे। रावत ने यह भी कहा था कि मोदी का अगला उत्तराधिकारी महाराष्ट्र से होगा जिसका फैसला आरएसएस करेगा।
उत्तराधिकारी की जरूरत नहीं
शिवसेना नेता संजय रावत के दावे पर सीएम फडणवीस ने पलटवार करते हुए कहा है की कुछ लोग ऐसी चर्चाएं चल रहे हैं लेकिन ऐसी किसी भी चर्चा की जरूरत नहीं है। नरेंद्र मोदी ही हमारे नेता है और बने रहेंगे। फडणवीस ने आगे कहा कि हमारे हिंदू संस्कृति में जब तक पिता जीवित होते हैं तो उत्तराधिकारी की बात करना गलत माना जाता है। इसलिए यह मुगल काल नहीं बल्कि सनातनी हिंदू संस्कृति है यहां पर उत्तराधिकारी की बात नहीं होनी चाहिए। बताते चलें कि रावत ने अपने बयान में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी ने ऐसा नियम बनाया है कि 75 साल की उम्र से ज्यादा के नेताओं को मंत्री पद नहीं दिया जाएगा।
मोदी RSS मुख्यालय जाने पर मचा हड़कंप
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरएसएस मुख्यालय जाने को लेकर हंगामा इसलिए बरपा है क्योंकि प्रधानमंत्री का यह तीसरा कार्यकाल है और वह पहली बार आरएसएस मुख्यालय नागपुर पहुंचे थे। इसी वर्ष 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 75 वर्ष की हो जाएंगे। और बीजेपी के नियमों का हवाला देते हुए विपक्ष में इसे मोदी के उत्तराधिकारी की चर्चा से जोड़ दिया है। इन चर्चाओं को खरीद करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागपुर की यात्रा को सामान्य यात्रा बताया है।