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महाविकास आघाड़ी पर CM शिंदे ने किया बड़ा हमला, कहा- 'वो वसूली करना जानते है'

बीते शनिवार की रात मुंबई की सड़क पर सरेआम जिस तरीके से एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की गई उसके बाद से लगातार विपक्षी पार्टी शिंदे सरकार को सवालों के घेरे में खड़ी कर रही है।
महाविकास आघाड़ी पर CM शिंदे ने किया बड़ा हमला, कहा- 'वो वसूली करना जानते है'
Photo by:  Google
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग के द्वारा कभी भी तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। इस बीच एक तरफ जहां महाराष्ट्र की सरकार चला रहे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आचार संहिता लगने से पहले अपनी कैबिनेट के साथ बैठक कर ऐसे फैसले ले रहे हैं जिसे जनता को सीधा लाभ मिले तो वही माया नगरी मुंबई में अपराधिक घटनाओं ने शिंदे सरकार के कानून व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल उठा दिया है। बीते शनिवार की रात मुंबई की सड़क पर सरेआम जिस तरीके से एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की गई उसके बाद से लगातार विपक्षी पार्टी शिंदे सरकार को सवालों के घेरे में खड़ी कर रही है।

दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल तैयारी में लगे हुए है। यहां पर महा विकास आघाडी और महायुति के बीच चुनाव में सीधी टक्कर मानी जा रही है। लेकिन इन दिनों मुंबई में जिस तरीके से अपराध की घटनाएं हो रही है उसको लेकर विपक्षी पार्टी लगातार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। हालांकि इन सब के बीच मुख्यमंत्री शिंदे ने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के कुछ घंटे के भीतर खुद मुंबई पुलिस को इस पूरे मामले के तह तक जाकर दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएम शिंदे ने चुनाव आचार संहिता लगने से पहले राज्य कैबिनेट के साथ बैठक कर ऐसे फैसले ले रहे हैं।  जिसका उन्हें चुनाव में फायदा मिल सकता है। अभी कुछ दिनों पहले ही राज्य कैबिनेट ने गैर क्रीमी लेयर की आय बढ़ाने को लेकर केंद्र से अनुरोध किया था। मुंबई के पांच बड़े टोल प्लाजा पर हल्के वाहनों की एंट्री पूरी तरीके से फ्री कर दी है। जिसका मुंबई से जुड़े लाखों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। कैबिनेट की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने कानून व्यवस्था और कैबिनेट में टोल टैक्स मुक्त करने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि जो भी कानून को हाथ में लेगा, उसको बिलकुल नहीं छोड़ा जाएगा। कानून तोड़ने वालों को कड़ी से कड़ी सजा होगी और फांसी भी दी जा सकती है। सीएम शिंदे ने आगे कहा कि महा विकास आघाडी सरकार में तो गृह मंत्री जेल गए थे। उसे समय कानून व्यवस्था इतनी बिगड़ी थी कि उद्योगपति सुरक्षित नहीं थे। मुंबई पुलिस होटल से वसूली किया करती थी। मुंबई के टोल प्लाजा पर हल्के वाहनों के एंट्री फ्री किए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री शिंदे ने जवाब देते हुए कहा कि यह हमारी कैबिनेट का बड़ा फैसला है पिछली सरकार सिर्फ वसूली करना जानते थे लेकिन हम मदद करते हैं। हमने मुंबई में जो टोल माफ किया है, यह जनता की बहुत पुरानी मांग थी। यह कोई चुनावी जुमला नहीं बल्कि यह फैसला हमेशा कायम रहेगा। वही विपक्षी पार्टी पर तंज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा 'वो लेना बैंक थे लेकिन हम देना बैंक है। '
शिंदे सरकार के फैसले पर शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने पलटवार करते हुए राज्य कैबिनेट की इस फैसले को चुनावी जुमला बताते हुए कहा इस फैसले से स्पष्ट है कि शिंदे सरकार घबराई हुई है और जानती है ये कि ये कुछ ही दिन सत्ता में रहेंगे। 

बताते चले कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग की टीम राज्य का दौरा कर चुकी है। इस दौरान सभी राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं के साथ आयोग की टीम के अधिकारियों ने बैठक की है। कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव आयोग जल्द से जल्द महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है।
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